सूर्य स्तोत्र को सूर्य मंगल स्तोत्र के नाम से भी जाना जाता है. यह सूर्य देव को समर्पित एक बहुत ही प्रभावशाली स्तोत्र है. सूर्य स्तोत्र का पाठ प्रतिदिन करने से सूर्यदेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है. यदि आप प्रतिदिन इसका पाठ करने में असमर्थ हैं, तो आप रविवार के दिन भी इसका पाठ कर सकते हैं. इसके पाठ से सूर्य देव की कृपा से व्यक्ति के मान-सम्मान में वृद्धि होती है.
।। श्रीसूर्यमङ्गल स्तोत्रम् ।।
भास्वान् काश्यपगोत्रजोऽरुणरुचिर्यः सिंहपोऽर्कस्समित्
षट्त्रिस्थो दशशोभनो गुरुशशी भौमेषु मित्रं सदा।
शुक्रार्की च रिपू कलिङ्गजनितश्चाऽग्नीश्वरो देवते
मध्ये वर्तुलपूर्वदिग्दिनकरः कुर्यात्सदा मङ्गलम्।।
।। इति श्रीसूर्यमङ्गल स्तोत्रं सम्पूर्णम् ।।