जयपुर (व्हाट्सएप- 8875863494). भगवान परशुराम जयंती के उपलक्ष में सर्व समाज एवं राजस्थान ब्राह्मण महासभा के तत्वावधान में गोदारा फार्म बाबा मार्बल के पास चित्र कुट मार्ग अजमेर रोड पर भगवान परशुराम व्यक्तित्व पर विचार गोष्ठी कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें कार्यक्रम संयोजक मधुसूदन शर्मा ने कहा भगवान परशुराम जी का व्यक्तित्व वर्तमान में प्रेरक एवं प्रासंगिक है. वे शस्त्र और शास्त्र की समन्वित शक्ति का प्रतीक हैं, जो मानव मन की कोमलता और सुरक्षा के लिए तत्पर रहने की प्रवृत्ति को दर्शाता हैं. वे लोकरक्षा का व्रत लेकर तप-त्यागपूर्ण जीवन जीते हैं, और उनका आचरण ऐश्वर्य भोग से दूर है.
राजस्थान ब्राह्मण महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष दिक्षात शर्मा ने कहा कि भगवान परशुराम शस्त्र विद्या के ज्ञाता थे और साथ ही वे शास्त्रों के भी ज्ञाता थे. वे शस्त्र और शास्त्र की समन्वित शक्ति का प्रतीक थे. महासभा के अध्यक्ष केसरी भंवर लाल शर्मा ने कहा कि भगवान परशुराम का जीवन एवं व्यक्तित्व आदर्शवादी और प्रेरणा स्रोत है l वे अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए हमेशा तैयार रहते थे, भले ही उन्हें कितनी भी कठिनाई क्यों न हो.
कार्यकारी अध्यक्ष महेश शर्मा, प्रमुख प्रचार मंत्री एवं आल इंडिया ब्राह्मण फेडरेशन के राष्ट्रीय सचिव महामंत्री अश्विनी तिवारी, रमेश ओझा, प़ूनम चंद पारिख, दुर्गा राम पारिख सहित विजय हरितवाल, ओमप्रकाश चोटिया, गोविंद जौहरी शर्मा, एस के शर्मा ने विचार व्यक्त किए.
इस अवसर पर संभागियों को एक हजार भगवान परशुराम चित्र व ध्वजा का वितरण अक्षय तृतीया भगवान परशुराम जन्म दिवस पर अपने अपने घरों पर लगाने के लिए वितरण किया गया l
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-