मुम्बई. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने WAVES सम्मेलन में कहा कि प्रतिभा और रचनात्मकता के वैश्विक परिवेशी तंत्र की आधारशिला रखी जा रही है. उन्होंने कहा कि WAVES केवल शब्द-संक्षेप नहीं है. यह संस्कृति, रचनात्मकता, फिल्म संगीत, गेमिंग, कहानी कहने की शैली की एक लहर है. WAVES सम्मेलन पहले ही क्षण से दुनिया का ध्यान आकर्षित कर रहा है. उन्होंने कहा कि आज यहां मुंबई में 100 से अधिक देशों के कलाकार, निवेशक व नीति निर्माता एक साथ एक ही छत के नीचे एकत्र हुए हैं.
PM मोदी ने आगे कहा कि एक तरह से आज यहां वैश्विक प्रतिभा व वैश्विक रचनात्मकता के एक वैश्विक पारिस्थितिकी तंत्र की नींव रखी जा रही है. उन्होंने कहा कि WAVES एक ऐसा वैश्विक मंच है, जो आप जैसे हर कलाकार, हर निर्माता का है. जहां हर कलाकार, हर युवा एक नए विचार के साथ रचनात्मक दुनिया के साथ जुड़ेगा. उन्होंने कहा कि आज 1 मई है. आज से 112 साल पहले 3 मई 1913 को भारत में पहली फीचर फिल्म राजा हरिश्चंद्र रिलीज हुई थी, इसके निर्माता दादासाहेब फाल्के जी थे और उनकी जयंती थी.
बीती एक सदी में भारतीय सिनेमा ने भारत को दुनिया के कोने-कोने में ले जाने में सफलता पाई है. नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज वेव्स में इस मंच पर हमनें भारतीय सिनेमा के अनेक दिग्गजों को डाक टिकट के माध्यम से याद किया है. बीते वर्षों में मैं कभी गेमिंग वर्ल्ड, कभी म्यूजिक की दुनिया के लोगों से, फिल्म निर्माता से मिला, कभी स्क्रीन पर चमकने वाले चेहरों से मिला. इन चर्चाओं में अक्सर भारत की रचनात्मकता, सृजनात्मक क्षमता व वैश्विक सहयोग की बातें उठती थीं. उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन के पहले ही क्षण से यह उद्देश्यपूर्ण रूप से जोर पकड़ रहा है. पहले ही संस्करण में WAVES ने दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि लाल किले से मैनें सबका प्रयास की बात कही है. आज मेरा ये विश्वास और पक्का हो गया है कि आप सभी का प्रयास आने वाले वर्षों में WAVES को नई ऊंचाई देगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-