भारत को एक्शन मोड पर देख पाकिस्तान में मची खलबली, देर रात ISI चीफ असीम मलिक को सौंपी NSA की कमान

भारत को एक्शन मोड पर देख पाकिस्तान में मची खलबली

प्रेषित समय :15:31:49 PM / Thu, May 1st, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

इस्लामाबाद. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद असीम मलिक को आधी रात को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है. पाकिस्तान को फिलहाल पड़ोसी देश भारत द्वारा आसन्न सैन्य हमले को लेकर घबराहट में है. लेफ्टिनेंट जनरल मलिक वर्तमान में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के महानिदेशक के रूप में सेवा दे रहे हैं और वह NSA का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे.

वह देश के 10वें NSA हैं लेकिन यह पहली बार है कि किसी सेवारत ISI प्रमुख को दो प्रमुख पदों का एक साथ जिम्मा सौंपा गया है. मलिक को अक्टूबर 2024 में आईएसआई का महानिदेशक नियुक्त किया गया था. अधिसूचना में कहा गया है लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद असीम मलिक HI (M), DG (I), तत्काल प्रभाव से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे. इन वर्षों में उन्होंने सेना में विभिन्न पदों पर नेतृत्व किया है. पाक NSA का पद अप्रैल 2022 से खाली था, जब पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) सरकार को सत्ता से हटा दिया गया था. उस समय डॉ मोईद यूसुफ NSA के रूप में कार्यरत थे.

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत के साथ तनाव बढऩे के बीच यह नियुक्ति की गई है. इस हमले में 26 लोग मारे गए थे. लेफ्टिनेंट जनरल मलिक ने पहले बलूचिस्तान में इन्फैंट्री डिवीजन व वजीरिस्तान में इन्फैंट्री ब्रिगेड की कमान संभाली थी. उन्हें सॉर्ड ऑफ ऑनर से भी सम्मानित किया गया है. इसी बीच रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारतीय सैन्य घुसपैठ की संभावना है.

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हाई अलर्ट पर है और परमाणु हथियारों के इस्तेमाल पर तभी विचार करेगा जब उसके अस्तित्व को सीधा खतरा होगा. पहलगाम हमले के बाद भारत की सख्त प्रतिक्रिया ने पाकिस्तान के सैन्य और नागरिक नेतृत्व दोनों को बेचैन कर दिया है. जवाब में  इस्लामाबाद ने प्रमुख अंतरराष्ट्रीय राजधानियों में अधिकारियों को तैनात किया है. आतंकवादी संपत्तियों को छुपाया है और अपनी सीमा पर अपनी स्थिति मजबूत की है. प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े एक प्रॉक्सी समूह द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने शुरू में पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी लेकिन बाद में पाकिस्तान के रक्षा प्रतिष्ठान के दबाव में आकर उसने अपना दावा वापस ले लिया.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-