136 दिन वक्री रहेंगे शनि महाराज

136 दिन वक्री रहेंगे शनि महाराज

प्रेषित समय :19:49:16 PM / Fri, May 2nd, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

2025 में शनि ग्रह की चाल ज्योतिषीय दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह वर्ष शनि के गोचर  और वक्री होने के कारण कई राशियों के लिए परिवर्तनकारी सिद्ध हो सकता है. 
*शनि का वक्री और मार्गी होना*
वक्री 13 जुलाई 2025 से शनि मीन राशि में वक्री हो जाएगा, जो आत्मनिरीक्षण और धीमी प्रगति का संकेत है,28 नवंबर 2025 को शनि पुनः मार्गी होगा.

सभी राशियों पर प्रभाव
*मेष* शनि का यह गोचर आपकी राशि के 12वें भाव में होगा, जिससे साढ़े साती की शुरुआत होगी. यह समय आत्मनिरीक्षण, स्वास्थ्य और वित्तीय मामलों में सावधानी बरतने का है.  
*वृषभ* 11वें भाव में शनि का गोचर लाभकारी रहेगा. यह समय दीर्घकालिक लक्ष्यों, मित्रता और नेटवर्किंग के लिए अनुकूल है.  
*मिथुन* 10वें भाव में शनि का गोचर करियर में स्थिरता और अनुशासन लाएगा. हालांकि, तनाव और थकान से बचने के लिए स्वास्थ्य का ध्यान रखें.  
*कर्क* 9वें भाव में शनि का गोचर उच्च शिक्षा, आध्यात्मिकता और लंबी यात्राओं में रुचि बढ़ाएगा. यह समय धीमी लेकिन स्थिर प्रगति का है.  
*सिंह* 8वें भाव में शनि का गोचर परिवर्तन और रहस्यों से जुड़ा होगा. यह समय आत्म-परिवर्तन और गहन अध्ययन के लिए उपयुक्त है.  
*कन्या* 7वें भाव में शनि का गोचर वैवाहिक और व्यावसायिक साझेदारियों में स्थिरता लाएगा. यह समय संबंधों में जिम्मेदारी और प्रतिबद्धता का है.  
*तुला राशि* शनि छठे भाव में वक्री होगा,प्रभाव,पुराने शत्रु फिर सक्रिय हो सकते है,कोर्ट-कचहरी के मामलों में देरी हो सकती है.
स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव (विशेषकर पाचन और त्वचा से संबंधित).
उपाय: शनि के बीज मंत्र का जाप करें और नियमित सेवा कार्य करें.
*वृश्चिक राशि*
शनि पंचम भाव में वक्री होगा
संतान पक्ष से चिंता,प्रेम संबंधों में गलतफहमियाँ.
पढ़ाई में मन न लगना.
उपाय: पीपल वृक्ष की पूजा करें और बच्चों से जुड़ी ज़िम्मेदारियों को न टालें.
*धनु राशि* शनि चतुर्थ भाव में वक्री रहेगा,घरेलू अशांति या माँ के स्वास्थ्य में गिरावट,वाहन या संपत्ति से संबंधित देरी या विवाद,मानसिक तनाव और बेचैनी.
उपाय: शनिदेव के चित्र के सामने दीपक जलाएं और मां का आशीर्वाद लें.
*मकर राशि* शनि तृतीय भाव में वक्री रहेगा.
प्रभाव:
साहस में गिरावट महसूस हो सकती है.
यात्रा में बाधा या जोखिम.
भाई-बहनों से तनाव.
उपाय: हनुमान चालीसा का पाठ करें और अपने आत्मबल को बनाए रखें.
*कुंभ राशि* शनि द्वितीय भाव में वक्री रहेगा,प्रभाव,धन की बचत में रुकावट.
वाणी में कठोरता या गलतफहमी की आशंका.
पारिवारिक विवाद संभव.
उपाय: मीठा बोलें, शनि चालिसा का पाठ करें और गरीबों को भोजन कराएँ
*मीन राशि* शनि आपकी राशि में वक्री रहेगा (साढ़े साती की मध्य अवस्था).
प्रभाव:
आत्मविश्वास में गिरावट.
मानसिक दबाव, अकेलापन, निर्णय लेने में संकोच.
कार्यों में देरी और थकावट.
उपाय: शनिदेव के "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का जाप करें. नीले फूल चढ़ाएँ और संयम  रखे.
 और सुझाव
शनिवार को दान: काले तिल, काले कपड़े या काले चने का दान करें. 
*पंडित चंद्रशेखर नेमा हिमांशु*
मां कामाख्या साधक,जन्म कुंडली विशेषज्ञ,वास्तु शास्त्री 
9893280184

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-