सहरसा. बिहार के सहरसा में रविवार 4 मई की सुबह सहरसा जंक्शन पर रेलवे की लापरवाही एक बार फिर सामने आई, जब शटिंग के दौरान दो पॉइंट्समैन गंभीर रूप से घायल हो गए. यह हादसा सुबह करीब चार बजे हुआ, जब दोनों कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर तैनात थे और एक साथ दो अलग-अलग इंजनों की चपेट में आ गए. हादसे में एक पॉइंट्समैन पंकज कुमार का पैर और दूसरे मनोज कुमार का हाथ कट गया.
घटना के बाद जंक्शन पर अफरा-तफरी मच गई. यात्री और रेलकर्मी कुछ समझ पाते, उससे पहले ही घायल कर्मचारियों को एम्बुलेंस के जरिए शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. दोनों की स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें तत्काल पटना के हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है. फिलहाल दोनों का इलाज वहां चल रहा है.
कैसे हुआ हादसा, अब तक रहस्य बना सवाल
सूत्रों के अनुसार, रविवार की सुबह शटिंग के दौरान जब दोनों पॉइंट्समैन ड्यूटी पर थे, उसी समय दो पटरी पर एक साथ दो इंजन आ पहुंचे. पंकज कुमार का पैर इंजन की चपेट में आ गया. जैसे ही साथी मनोज उसे बचाने की कोशिश में आगे बढ़ा, उसका हाथ दूसरे इंजन की चपेट में आ गया. घटना इतनी तेजी से घटी कि बचाव का कोई मौका नहीं मिल पाया.
इस गंभीर हादसे के बाद रेलवे कर्मियों में आक्रोश है. कर्मचारियों का कहना है कि यह लापरवाही का नतीजा है और संबंधित जिम्मेदारों पर कार्रवाई होनी चाहिए. रेलकर्मियों ने यह भी आरोप लगाया कि इससे पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन अब तक किसी पर ठोस कार्रवाई नहीं की गई.
रेलवे अधिकारी जांच में जुटे, पर बयान देने से बच रहे
घटना की सूचना मिलते ही समस्तीपुर रेलवे मंडल से कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की गई. हालांकि, मीडिया द्वारा संपर्क किए जाने पर किसी भी अधिकारी ने कोई आधिकारिक बयान देने से इनकार कर दिया. अधिकारी फिलहाल चुप्पी साधे हुए हैं और सिर्फ आंतरिक स्तर पर जांच की बात कह रहे हैं. रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम द्वारा की जा रही जांच से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि यह हादसा लापरवाही, तकनीकी चूक या मानवीय भूल के कारण हुआ.
दो परिवारों में पसरा मातम
हादसे के बाद पंकज और मनोज के परिवारों में गहरा सदमा और सन्नाटा पसरा हुआ है. दोनों के परिजन रो-रो कर बेसुध हैं और रेलवे से न्याय की मांग कर रहे हैं. जंक्शन पर कार्यरत अन्य रेलकर्मियों ने भी रेलवे प्रशासन से मांग की है कि दोषियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-