विदिशा. एमपी के विदिशा शहर के गांधी चौक स्थित आदिनाथ जैन मंदिर में गत रात चोरी हो गई. यहां चांदी के 30 और पीतल के पांच छत्र चुराए गए थे. इस मामले में पुलिस ने मंगलवार को सागर जिले के जैसीनगर के पास औरैया गांव से नीलेश राजपूत (40) नाम के आरोपित को पकड़ा तो सिलसिलेवार चोरी की अजीब कहानी निकलकर सामने आई. पता चला कि आरोपित ने 101 जैन मंदिरों में चोरी की कसम खाई थी.
मंगलवार को उसकी गिरफ्तारी के बाद एसपी रोहित काशवानी स्वयं बासौदा देहात थाना पहुंचे. मामले का खुलासा करते हुए उन्होंने बताया कि नीलेश पर जिले में ही कुल 39 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से 38 मामले चोरी के ही हैं.
भाई को झूठे आरोप में फंसाया, कर ली थी आत्महत्या
विशेष बात यह रही कि आरोपित ने जैन मंदिरों को ही अपना निशाना बनाया. पुलिस सूत्रों का कहना है कि पूछताछ में आरोपित नीलेश ने पुलिस को बताया कि वह चार भाइयों में से एक है. कुछ वर्ष पूर्व उसके एक भाई को जैन मंदिर में चोरी के झूठे आरोप में फंसाया गया था. आरोपों से आहत उसके भाई ने आत्महत्या कर ली. उसी दिन नीलेश ने कसम खाई कि वह 101 जैन मंदिरों में चोरी करेगा. अब तक वह 79 मंदिरों को निशाना बना चुका है, और 22 मंदिर उसके लक्ष्य पर हैं.
एसपी काशवानी ने बताया कि नीलेश मंदिरों में पहले दर्शन करने के बहाने जाता था. वहां जाकर भगवान की प्रतिमा के सामने माथा टेकता, दान पेटी में सिक्का डालता और अंदाजा लगाता कि उसमें कितना धन है, फिर मौका पाकर चोरी करता. पूर्व में उसने त्योंदा, घटेरा, उदयपुर, सिरनोटा सहित कई जैन मंदिरों में चोरी की है. पुलिस अब उन लोगों की तलाश कर रही है, जिन्होंने उससे चोरी का सामान खरीदा.
एसपी रोहित काशवानी ने बताया कि नीलेश के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर नहीं है. उसके परिवार के पास 40 बीघा कृषि भूमि है. उसका एक भाई गांव का सरपंच रह चुका है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-




