अहमदाबाद (व्हाट्सएप- 8875863494). दुनिया की पहली और एकमात्र न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी) को इस वर्ष फोरेंसिक साइंस में एडमिशन के लिए 54,905 आवेदन प्राप्त होने के साथ ही एनएफएसयू ने शैक्षणिक वर्ष 2025-26 में प्रवेश के लिए एक और अनूठा रिकॉर्ड बनाया.
"पद्मश्री" से सम्मानित एनएफएसयू के कुलपति डॉ. जे.एम. व्यास ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में, एनएफएसयू फोरेंसिक शिक्षा में अभूतपूर्व प्रगति कर रहा है.
एनएफएसयू ने इस वर्ष शैक्षणिक वर्ष 2025-26 के लिए प्राप्त रिकॉर्ड-तोड़ 54,905 आवेदनों के साथ एक नया मानदंड स्थापित किया है.
एनएफएसयू ने अभूतपूर्व वैश्विक रुचि आकर्षित की है, क्योंकि 1,268 अंतर्राष्ट्रीय छात्र भी फोरेंसिक विशेषज्ञता चाहते हैं. रिकॉर्ड तोड़ उछाल फोरेंसिक शिक्षा में भारत की बढ़ती प्रमुखता को उजागर करता है.
उन्होंने आगे कहा, एनएफएसयू 51 विशेष पाठ्यक्रमों के साथ फोरेंसिक शिक्षा का विस्तार कर रहा है, जो अपने युगांडा परिसर से परे वैश्विक अनुप्रयोगों को आकर्षित कर रहा है. इस शैक्षणिक वर्ष में पांच नए भारतीय परिसरों-भुवनेश्वर, चेन्नई, जयपुर, नागपुर और रायपुर का उद्घाटन किया जाना है. इन परिसरों का भूमिपूजन जल्द ही होगा.
राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय, गांधीनगर के परिसर निदेशक प्रो. (डॉ.) एस.ओ. जुनारे ने बताया कि एनएफएसयू में प्रवेश के इच्छुक छात्र 7 और 8 जून, 2025 को विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय फोरेंसिक प्रवेश परीक्षा (NFAT)-2025 में शामिल होंगे. छात्र 10 जून, 2025 तक चयनित पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन जमा कर सकते हैं. अ