जब कुंडली में मंगल शुभ स्थिति में होता है, तो यह व्यक्ति के जीवन में कई सकारात्मक परिणाम देता है. मंगल ऊर्जा, साहस, पराक्रम, आत्मविश्वास और नेतृत्व का प्रतीक होता है. अगर यह ग्रह शुभ हो (स्वग्रही, उच्च का, योगकारक, या शुभ ग्रहों से दृष्ट या युति में हो), तो जीवन में निम्नलिखित परिणाम मिल सकते हैं:
*शुभ मंगल के प्रभाव*
उच्च आत्मबल और आत्मविश्वास – व्यक्ति में निर्णय लेने की क्षमता और साहस बहुत अच्छा होता है.
नेतृत्व क्षमता – ऐसा व्यक्ति लीडर बनता है, चाहे वह सेना में हो, खेलों में हो या व्यवसाय में.
अच्छी स्वास्थ्य स्थिति – मंगल रक्त, मांसपेशियों और बोन स्ट्रेंथ को नियंत्रित करता है, शुभ हो तो स्वास्थ्य अच्छा रहता है.
भूमि-भवन से लाभ – शुभ मंगल भवन, ज़मीन, प्रॉपर्टी के मामलों में लाभ देता है.
तकनीकी क्षेत्रों में सफलता – इंजीनियरिंग, सेना, पुलिस, खेलकूद, आर्मी, मशीनरी आदि में तरक्की होती है.
उत्तम निर्णय शक्ति – जोखिम लेने की क्षमता और साहसिक निर्णयों में सफलता मिलती है.
विवाह में स्थायित्व (अगर मंगल दोष न हो) – यदि मंगल दोष नहीं है तो शुभ मंगल विवाहित जीवन को मजबूती देता है.
कुंडली में लग्न, चौथे, सातवें, दसवें या एकादश भाव में शुभ मंगल विशेष फल देता है.
मेष या वृश्चिक राशि में (स्वगृह) या मकर राशि में (उच्च) मंगल बहुत शक्तिशाली माना जाता है.
*पंडित चंद्रशेखर नेमा हिमांशु*
मां कामख्या साधक, जन्म कुंडली विशेषज्ञ वास्तु शास्त्री
9893280184
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-