जौनपुर. उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है, जहां जीवों से बेइंतहा प्रेम रखने वाले मुरलीवाले हौसला अब खुद जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं. सालों से सांपों को बचाने का बीड़ा उठाने वाले इस युवा को एक रेस्क्यू मिशन के दौरान कोबरा ने डस लिया. जिस हाथ ने न जाने कितनी जि़ंदगियां बचाईं, उसी हाथ को जहर ने पकड़ लिया. लेकिन डसने के बाद भी हौसला पीछे नहीं हटे, उन्होंने पहले सांप को सुरक्षित किया, फिर गिर पड़े. इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है, और अब उनको जानने वाले उनके जल्द ठीक होने की दुआ कर रहा है.रेस्क्यू करते वक्त हुआ हादसा.
बताया जा रहा है कि मंगलवार को मुरली वाले हौसला अपने घर पर थे. इसी दौरान सूचना मिली कि एक सांप खेत के पास जाल में फंसा है और फडफ़ड़ा रहा है. वे बिना देर किए मौके पर पहुंचे, सांप को पकडऩे की कोशिश की, और तभी कोबरा ने उन्हें डस लिया. इस दौरान उनकी टीम के लोग भी साथ में मौजूद थे. वीडियो रिकॉर्ड करते समय पूरी घटना कैमरे में रिकॉर्ड हो गई. यह दौरान मुरली वाले हौसला पीछे नहीं हटे और उन्होंने पहले सांप को जल से मुक्त करने का प्रयास किया. हालांकि टीम के लोगों ने उन्हें मना किया लेकिन नहीं मानें. सांप को वहां से बचाने के बाद उन्होंने उसे सुरक्षित स्थान पर छोड़ा तब तक सांप का जहर उनके शरीर में फैल चुका था. उसके बाद उनकी टीम के लोग गाड़ी में लेकर तत्काल उन्हें अस्पताल पहुंचे. अस्पताल पहुंचने पर उनकी हालत खराब हो चुकी थी.
आईसीयू में भर्ती, हालत में थोड़ा सुधार
हालांकि सांप काटने के दौरान जब उनकी स्थिति गड़बड़ होने लगी तो उनकी टीम ने सतर्कता दिखाते हुए डसने वाली जगह के छह इंच ऊपर कपड़ा बांधा ताकि ज़हर शरीर में न फैले. अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टर्स ने उन्हें आईसीयू में भर्ती किया. इलाज कर रहे डॉक्टर बीएस उपाध्याय ने बताया कि हौसला की हालत पहले से बेहतर है, लेकिन अभी पूरी तरह खतरे से बाहर नहीं हैं. उन्होंने ये भी कहा कि सांप के काटने पर फौरन मेडिकल सहायता लें, देरी या अंधविश्वास जानलेवा हो सकता है.
जौनपुर के इस युवक की पहचान सिर्फ एक रेस्क्योर के रूप में नहीं, बल्कि जीवों के रक्षक के रूप में है. वह जौनपुर ही नहीं उत्तर प्रदेश बिहार झारखंड और छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों में भी काफी लोकप्रिय हैं. मुरली वाले हौसला वर्षों से ग्रामीण और शहरी इलाकों में सांपों को पकड़ कर सुरक्षित जंगलों में छोड़ते आए हैं. उनका मकसद सिर्फ बचाव नहीं, जागरूकता भी है. वे लोगों को बताते हैं कि सांप कोई दुश्मन नहीं, बल्कि इकोसिस्टम के साथी हैं. उनकी टीम गांव-गांव जाकर सर्पदंश और अंधविश्वास के खिलाफ मुहिम चलाती है. सोशल मीडिया पर उनकी फैन फॉलोइंग भी जबरदस्त है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-