अहमदाबाद (व्हाट्सएप- 8875863494).
नरनारायण शास्त्री इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी से संबंध फॉरेंसिक साइंस महाविद्यालय में प्रवक्ता एरोमल वेणुगोपाल ने कहा है कि फिंगरप्रिंट फॉरेंसिक साइंस का महत्वपूर्ण घटक है और इसके माध्यम से कई महत्वपूर्ण प्रकरणों का प्रभावी ढंग से समाधान करने में मदद मिली है. हमारे प्रतिनिधि के साथ चर्चा में उन्होंने कहा कि फॉरेंसिक साइंस के अंतर्गत फिंगरप्रिंट एक ऐसी विशिष्ट व्यवस्था है जिसके माध्यम से अपराधों की जांच करने में और विश्लेषण में महत्वपूर्ण मदद मिलती है. इसी के साथ फिंगरप्रिंट से जुड़े सबूत अपराधियों को पकड़ने और निर्दोषों को बरी करवाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
उन्होंने कहा कि फिंगरप्रिंट का उपयोग वर्षों से होता रहा है और पुराने जमाने में हस्ताक्षर से लेकर निशान तक की प्रक्रिया अपनाई जाती थी जो एक अपनी विशेषता लिए होती थी. वर्तमान में विभिन्न पहचान पत्रों आधार कार्ड आदि में भी फिंगरप्रिंट की महत्वपूर्ण भूमिका बरकरार है. उन्होंने बताया कि फिंगरप्रिंट प्रत्येक व्यक्ति की एक विशिष्ट व्यवस्था है और वह बदलती नहीं है इसलिए इसे पहचान का अत्यधिक प्रभावी माध्यम माना जाता है. उन्होंने बताया कि फिंगरप्रिंट लेटेंट प्रिंट, पेटेंट प्रिंट और प्लास्टिक प्रिंट तीन तरह की प्रक्रियाओं से संकलित होती हैं तथा इनका संग्रहण करने का कार्य विशेषज्ञ द्वारा अपराध स्थल पर पाउडर से या अन्य तौर तरीकों से किया जाता है.
इसके लिए कई तरह की तकनीकी व रसायनों का उपयोग किया जाता है. उन्होंने बताया कि फिंगरप्रिंट का विश्लेषण मैन्युअल और ऑटोमेटेड दोनों तरीकों से किया जाता है जिसके माध्यम से जांच की प्रक्रिया पूर्ण होती है और अपराध से जुड़े विभिन्न प्रकरणों को सुलझाने में मदद मिलती है. उन्होंने कहा कि इसका महत्वपूर्ण पक्ष यह है कि यह फिंगरप्रिंट को साक्ष का मजबूत और विश्वसनीय साधन माना जाता है. यदि फिंगरप्रिंट मैच होता है तो वह एक सबूत के रूप में उपयोग किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि फिंगरप्रिंट को लेकर कुछ तकनीकी मुद्दे भी है जिनमें कई बार स्पष्ट फिंगरप्रिंट नहीं होने के कारण कई समस्याएं भी आती है, कुल मिलाकर इसके माध्यम से कई समस्याओं का समाधान भी किया गया है.
इसे संकलित करने के लिए आधुनिक फिंगरप्रिंट तकनीकी को प्रभावी बनाया जा रहा है. बायोमेट्रिक, एकीकरण प्रक्रिया, 3D फिंगरप्रिंट, नैनो टेक्नोलॉजी जैसी कई व्यवस्थाएं उपयोग में आ रही है. फिंगरप्रिंट फॉरेंसिक साइंस का एक महत्वपूर्ण पक्ष है. इसकी विशिष्टता अपराध को सुलझाने में महत्वपूर्ण मदद करती है और इसके माध्यम से कई ऐसे प्रकरणों का समाधान हुआ है जो कई जटिलताओं से भरे हुए रहे हैं. बदलती हुई दुनिया में अपराधियों द्वारा नवीनतम तकनीकी का उपयोग किया जा रहा है ऐसी स्थिति में फॉरेंसिक साइंस के विभिन्न पक्ष अपराधों की जांच का प्रभावी माध्यम है इसमें फिंगरप्रिंट एक महत्वपूर्ण घटक है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-