नई दिल्ली. प्रॉक्टर एंड गैंबल ने अगले दो वर्षों में अपनी नॉन- मैन्युफैक्चरिंग वर्कफोर्स के 15 प्रतिशत हिस्से, यानी लगभग 7,000 कर्मचारियों को निकालने की घोषणा की है. यह कदम कंपनी की लागत कम करने और संरचना में सुधार की व्यापक योजना का हिस्सा है.
रिपोर्ट के अनुसार, प्रॉक्टर एंड गैंबल के मुख्य वित्तीय अधिकारी आंद्रे शुल्टेन ने पेरिस में एक सम्मेलन के दौरान बताया कि कंपनी अपना पुनर्गठन कार्यक्रम वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही से शुरू करेगी. इस योजना के तहत प्रबंधन टीमों को छोटा किया जाएगा और कामकाज में ज्यादा से ज्यादा ऑटोमेशन (स्वचालन) और डिजिटलीकरण (डिजिटल तकनीक) को अपनाया जाएगा. इसका मकसद कंपनी की सप्लाई चेन यानी आपूर्ति व्यवस्था को और बेहतर बनाना है, ताकि काम तेज हो, लागत घटे और इनोवेशन में तेजी आए. इस पूरे बदलाव की अनुमानित लागत 1 से 1.6 अरब डॉलर के बीच हो सकती है.
वर्तमान आर्थिक चुनौतियाँ
प्रॉक्टर एंड गैंबल कंपनी ने अप्रैल में अपनी बिक्री और मुनाफे के अनुमान में कटौती की थी, क्योंकि उपभोक्ता अब पहले की तरह खर्च नहीं कर रहे हैं. लोग खरीदारी में सतर्कता बरत रहे हैं, जिससे कंपनी की बिक्री पर असर पड़ा है. कंपनी ने 2025 के लिए अपनी जैविक बिक्री वृद्धि का अनुमान पहले 3 से 5 प्रतिशत बताया था, जिसे अब घटाकर सिर्फ 2 प्रतिशत कर दिया गया है. इसके अलावा चीन के साथ व्यापारिक विवाद और दुनिया के अन्य हिस्सों में चल रहे संकट जैसे कारणों से भी कंपनी पर दबाव बना हुआ है.
नौकरियों में कटौती का प्रभाव
यह कदम प्रॉक्टर एंड गैंबल कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है, जो पिछले कुछ वर्षों में अपनी संरचना में कई बार बदलाव कर चुका है. कंपनी ने पहले भी 1999, 2001 और 2012 में बड़े पैमाने पर नौकरियों में कटौती की थी, लेकिन इस बार यह कदम डिजिटलाइजेशन और स्वचालन की दिशा में एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है.
निवेशकों की प्रतिक्रिया
हालांकि पी एंड जी ने अपनी कंपनी की संरचना में बड़े बदलाव करने की योजना का ऐलान किया है, लेकिन इसका असर फिलहाल कंपनी के शेयर पर ज़्यादा नहीं पड़ा है. इस वक्त कंपनी के शेयर की कीमत $163.10 है, जो पिछले दिन के मुकाबले करीब 1.7त्न कम है. निवेशकों की प्रतिक्रिया मिली-जुली रही है. कुछ लोग कंपनी की लंबी अवधि की रणनीति को लेकर सकारात्मक हैं, लेकिन कई निवेशक वैश्विक आर्थिक हालात और बाजार में अनिश्चितता के कारण थोड़े सतर्क नजर आ रहे हैं.
पी एंड जी का यह कदम दर्शाता है, कि कंपनी अपने संचालन को अधिक कुशल और प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए संरचनात्मक बदलाव कर रही है. हालांकि यह कदम कुछ कर्मचारियों के लिए कठिनाई का कारण बनेगा, लेकिन कंपनी का उद्देश्य दीर्घकालिक लाभ और स्थिरता प्राप्त करना है. समय के साथ यह देखना होगा कि यह बदलाव कंपनी की प्रदर्शन और निवेशकों के विश्वास को कैसे प्रभावित करता हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-