युवा अपनी क्षमता और योग्यता के अनुरूप करियर का चयन करें

युवा अपनी क्षमता और योग्यता के अनुरूप करियर का चयन करें

प्रेषित समय :19:04:02 PM / Mon, Jun 9th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

गांधीनगर (व्हाट्सएप- 8875863494)
देश और दुनिया में जुलाई माह से नवीन शैक्षिक सत्र की शुरुआत के साथ ही विद्यार्थियों से लेकर कॉलेज में प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाती है तथा शैक्षणिक गतिविधियों में तेजी आती है. नियमित शिक्षा की अतिरिक्त 12वीं के अध्ययन के बाद सभी विद्यार्थियों को एक क्षेत्र विशेष का चयन कर अग्रिम अध्ययन करना पड़ता है इसलिए उन्हें 12वीं के बाद विषय विशेष का चयन कर अपने करियर की दिशा तय करने निर्णय लेना होता है जिसमें विद्यार्थी के साथ अभिभावक, परिवारजन और शुभचिंतकों का भी मार्गदर्शन महत्वपूर्ण होता है. सभी अभिभावक सोचते हैं कि उनका पुत्र या पुत्री किसी विशिष्ट क्षेत्र में आगे बढ़े और उज्जवल भविष्य की तैयारी हो ऐसी स्थिति में विद्यार्थियों को विषय चयन को लेकर भी कई तरह के सुझाव मिलते हैं लेकिन अंतिम निर्णय विद्यार्थी को ही करना होता है क्योंकि अग्रिम अध्ययन उसे ही करना है ऐसी स्थिति में दबाव या सलाह से किया गया निर्णय भविष्य के लिए परेशानी का कारण भी बन सकता है. वर्तमान में परंपरागत शैक्षिक कार्यक्रम डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक बनाने की सोच के साथ अन्य क्षेत्रों में भी अपार संभावनाएं उपलब्ध है, ऐसी स्थिति में बेहतर विकल्पों के साथ विद्यार्थियों को अच्छे भविष्य की संभावना बनती जा रही है.

देश में बन रही बेहतर सड़कों के श्रेष्ठ प्रबंधन कार्यक्रम से जुड़े इंफिनिटी के वरिष्ठ प्रबंधक संदीप परमार कहते हैं कि बच्चों को उनके भविष्य को लेकर स्वयं निर्णय करने की छूट देना आवश्यक है साथ ही उसे अपनी क्षमता व योग्यता के बारे में भी विचार करने प्रेरित किया जाना चाहिए. यदि विद्यार्थी अपनी रुचि के क्षेत्र में अध्ययन करेगा तो उससे बेहतर परिणाम की उम्मीद कर सकते हैं तथा उसे दबाव डालकर या अरुचि के क्षेत्र में पढ़ने के लिए प्रेरित किया जाए तो संभव है कि बेहतर परिणाम न मिल पाए, ऐसी स्थिति में अध्ययन का कार्य विद्यार्थी की रुचि से होना आवश्यक है तभी अच्छे परिणाम मिलने संभव है. वह कहते हैं कि देश की प्रतिभाएं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में देश का नाम रोशन कर रही है यह हमारे युवाओं की क्षमता व योग्यता की उपलब्धि है.

नरनारायण इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी में फॉरेंसिक साइंस के प्रवक्ता डॉ प्रवेश शर्मा कहते हैं कि सभी अभिभावक चाहते हैं कि उनका बच्चा रोजगार को लेकर ऐसे विषय का चयन करें जिससे उसका भविष्य सुरक्षित हो सके. अभिभावकों की सोच सकारात्मक होती है लेकिन ऐसी स्थिति में बच्चों की रुचि के साथ उसकी क्षमताओं पर भी ध्यान देने की आवश्यक है अभिभावक अपनी सोच व उम्मीद अपने बच्चों की क्षमता के साथ समन्वय कर निर्णय ले तो बेहतर परिणाम अर्जित किए जा सकते हैं. अभिभावकों को बच्चों के भविष्य को लेकर निर्णय से पूर्व उनके साथ सकारात्मक संवाद कर  निर्णय लेना चाहिए. वर्तमान में  नियमित विषयों में डिग्री के साथ फॉरेंसिक साइंस, साइबर सिक्योरिटी, एजुकेशन, मीडिया में कार्य, मेडिकल, फार्मेसी, इंजीनियरिंग, एयरोनॉटिकल सहित कई विषय व क्षेत्र विद्यार्थियों को अध्ययन के लिए उपलब्ध है.

प्रबंधन कार्यक्रम से ही जुड़े धर्मेंद्र ब्रह्मभट्ट का मानना है कि वर्तमान में शिक्षा व रोजगार के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बहुत बढ़ गई है, ऐसी स्थिति में बेहतर भविष्य के लिए शुरुआती दौर से ही तैयारी करने की सोच अभिभावक रखते हैं ऐसी स्थिति में बच्चों पर शिक्षा के प्रारंभ से ही दबाव बना रहता है. बच्चे अपनी क्षमता के अनुसार बेहतर करने का प्रयास करते हैं इसमें उनका पारिवारिक वातावरण भी महत्वपूर्ण होता है. परिवार में उपलब्ध बेहतर व सकारात्मक वातावरण उन्हें आगे बढ़ने प्रोत्साहित करता है, ऐसी स्थिति में बच्चों को अच्छा व तनाव मुक्त पारिवारिक वातावरण व पढ़ने की प्रेरणा दी जाए तो वह किसी भी विषय या क्षेत्र में मेहनत कर अपना व परिवार का नाम रोशन कर सकते हैं.

व्यवसाय व प्रबंधन कार्यक्रम से जुड़े सौरभ कंसारा कहते हैं कि बच्चों के अध्ययन की शुरुआत से ही उन्हें रोजगार के नाम पर नौकरियों से जोड़ने की बजाय तनाव मुक्त होकर अध्ययन के लिए प्रेरित किया जाना आवश्यक है. वर्तमान में रोजगार के नाम पर सरकारी नौकरियों के अतिरिक्त व्यवसाय के क्षेत्र में भी अपार संभावनाएं और सुविधा उपलब्ध है जिसे बेहतर प्रगति की संभावनाएं बनती है. सरकारी नौकरियों में रोजगार के सीमित अवसर है जबकि व्यवसाय के क्षेत्र में बेहतर और अनंत संभावनाएं ऐसी स्थिति में बच्चों को सिर्फ बेहतर शैक्षिक उपलब्धि के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए. भविष्य, करियर और रोजगार का निर्णय समय पर वे स्वयं करें इसके लिए उन्हें योग्य बनाए जाना महत्वपूर्ण है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-