अभिमनोज
बॉम्बे हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को निर्देश दिए हैं कि वह तीन सप्ताह में एक समिति गठित करे और पीओपी मूर्तियों के विसर्जन के लिए क्या उपाय किए जाएंगे, इसकी विस्तृत रिपोर्ट अदालत में पेश करे.
याद रहे.... गणेशोत्सव का प्रारम्भ चतुर्थी तिथि से होता है एवं इसका समापन चतुर्दशी तिथि के दिन होता है, इसलिए गणेशोत्सव भाद्रपद माह में दस दिनों तक मनाया जाता है, उत्सव का अंतिम दिन गणेश विसर्जन के नाम से प्रसिद्ध है.
* गणेश चतुर्थी - बुधवार, 27 अगस्त 2025
* अनन्त चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन - शनिवार, 6 सितम्बर 2025
खबरों पर भरोसा करें तो.... गणेशोत्सव 2025 से पहले बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक बड़ा फैसला सुनाते हुए पीओपी.... प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी गणेश मूर्तियों पर लगाए गए प्रतिबंध को अब हटा लिया है, लेकिन.... अदालत ने यह शर्त रखी है कि इन मूर्तियों का विसर्जन केवल कृत्रिम तालाबों में ही किया जा सकेगा, प्राकृतिक जल स्रोतों में नहीं, जिस पर सभी पक्षों ने अदालत में सहमति व्यक्त की है.
खबरें हैं कि.... अदालत ने महाराष्ट्र सरकार को निर्देश दिए हैं कि वह तीन सप्ताह में एक समिति गठित करे और पीओपी मूर्तियों के विसर्जन के लिए क्या उपाय किए जाएंगे, इसकी विस्तृत रिपोर्ट अदालत में पेश करे.
इस फैसले के बाद अब घरों और गणेश मंडलों में छोटी-बड़ी पीओपी मूर्तियों की स्थापना तो की जा सकेगी, लेकिन पर्यावरण-अनुकूल विसर्जन की शर्त अनिवार्य रहेगी.
खबरों की मानें तो.... बॉम्बे हाईकोर्ट ने साफ किया है कि किसी भी स्थिति में प्राकृतिक जल स्रोतों, जैसे नदियां, तालाब, समुद्र आदि में पीओपी मूर्तियों का विसर्जन नहीं होगा.
इस संबंध में मुख्य न्यायाधीश आलोक आराधे और न्यायमूर्ति संदीप मारणे की पीठ ने स्पष्ट किया कि पीओपी मूर्तियां केवल कृत्रिम जल स्रोतों में ही विसर्जित की जाएं.
उल्लेखनीय है कि.... केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की विशेषज्ञ समिति ने यह सिफारिश की थी कि- पीओपी मूर्तियों का निर्माण हो सकता है, लेकिन उनका विसर्जन प्राकृतिक जल स्रोतों में नहीं किया जाना चाहिए!
बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले से महाराष्ट्र में गणेशोत्सव से पहले मूर्तिकारों को राहत!
प्रेषित समय :22:09:05 PM / Tue, Jun 10th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर