पटना. बिहार कैबिनेट की मीटिंग में आज मंगलवार को एक बड़ा फैसला लिया गया. छह नए शहरों में छोटे हवाई अड्डे बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते (एमओयू) को मंजूरी दे दी गई है. इस फैसले से बिहार के 6 शहर—मधुबनी, वीरपुर, मुंगेर, वाल्मीकि नगर, मुजफ्फरपुर और सहरसा को हवाई सुविधा मिलने की राह खुल गई है. यह एमओयू भारतीय विमानपतन प्राधिकरण (एएआई), नई दिल्ली और बिहार राज्य सरकार के बीच हुआ है, जिससे इन शहरों का विकास तेजी से होगा.
बिहार के छह शहरों में नए एयरपोर्ट बनाने के लिए सरकार ने शुरुआती तौर पर 25 करोड़ रुपये प्रति एयरपोर्ट देने का फैसला किया है. यानी कुल मिलाकर 150 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
और कहां-कहां बन रहे एयरपोर्ट
हाल के दिनों में बिहार के कई शहरों में हवाई अड्डे बनाने की मंजूरी मिली है, जिससे राज्य की हवाई कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार होने की उम्मीद है. इससे पहले बजट 2025-26 में राजगीर, भागलपुर, सिवान और रक्सौल में हवाई अड्डों के विकास की योजना को मंजूरी मिली है. इनमें राजगीर में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट और रक्सौल में ब्राउनफील्ड एयरपोर्ट शामिल हैं. इसके साथ ही, बिहटा में दूसरे सिविल एन्क्लेव के लिए भी मंजूरी दी गई है, जो पटना हवाई अड्डे की भीड़ को कम करेगा. ये कदम बिहार के दूर-दराज इलाकों को हवाई सुविधा से जोडऩे और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं.
काम कैसे होगा शुरू?
एमओयू के तहत भारतीय विमानपतन प्राधिकरण और बिहार सरकार मिलकर काम करेंगे. पहले इन शहरों में जमीन का सर्वे होगा और फिर हवाई अड्डे बनाने की योजना बनेगी. सरकार का लक्ष्य है कि अगले दो साल में कम से कम दो हवाई अड्डों का निर्माण शुरू हो जाए. इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार फंडिंग करेंगे.
एयरपोर्ट की संख्या में इजाफा
पिछले कुछ सालों में बिहार में हवाई सुविधा बढ़ाने की कोशिशें हुई हैं. 2023 में दरभंगा हवाई अड्डा शुरू किया गया था, जो आज भी सफलता की मिसाल है. अब इन नए हवाई अड्डों से बिहार का विकास और तेज होगा. लोगों को उम्मीद है कि यह कदम बिहार को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ेगा और अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा.
क्या होगा फायदा?
इस योजना के तहत इन छह शहरों में छोटे हवाई अड्डे बनाए जाएंगे, जहां से छोटी उड़ानें शुरू हो सकेंगी. ये हवाई अड्डे बिहार के दूर-दराज इलाकों को देश के बड़े शहरों और राज्यों से जोड़ेंगे. अभी तक इन शहरों में हवाई सेवा नहीं थी, जिससे लोगों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी. अब नई हवाई सुविधा से व्यापार, शिक्षा और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-




