यात्रा दिशा शूल और उपाय

यात्रा दिशा शूल और उपाय

प्रेषित समय :19:12:52 PM / Wed, Jun 18th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

कोई भी व्यक्ति जब अपने जन्मस्थान से दूर यात्रा करता है तो लोग उसकी कुशलता की कामना करते है, यात्रा शुभ हो उसका मुहूर्त चौघड़िया नक्षत्र राहुकाल देखते है,योग खराब है तो भगवान गणेश दिकपाल कुल देवी कुल देवता से प्रार्थना करते है, फिर यात्रा करते है, अहमदाबाद बीमा विमान हादसे में विश्वास रमेश का इस हादसे में बचना किसी चमत्कार से कम नहीं हैं. यात्रा प्रारंभ करने से पूर्व भगवान गणेश का नाम लेकर यात्रा और शुभ वस्तु का सेवन कर और माता-पिता का आशीर्वाद लेकर निकलना चाहिए. यात्रा में ईश्वर का नाम जप करते रहना चाहिए, जब यात्रा लम्बी दूरी की होती है, जिसे हमको मुहूर्त देखकर करनी चाहिए, इसके अंतर्गत यात्रा की दिशा में दिशाशूल की जानकारी होनी चाहिए. यात्रा करने वाले व्यक्ति के जन्म राशि के अनुसार उस दिन का चन्द्रमा 4, 6, 8, 12 न हो. साथ ही शुभ लग्न, शुभ चौघड़िया मुहूर्त, शुभ नक्षत्र, आदि का भी ध्यान रखें. 

*किस दिन कौन सी दिशा में नहीं चाहिए जाना*
*शनिवार को दिशाशूल पूर्व दिशा में रहता है. यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो भगवान  काल भैरव का ध्यान कर थोड़ा सफेद तिल खाकर चौघड़िया मुहूर्त में यात्रा प्रारंभ करें.
*शुक्रवार को पश्चिम दिशा में दिशाशूल रहेगा. अगर यात्रा करना आवश्यक हो तो महालक्ष्मी का ध्यान कर थोड़ा अदरक खाकर चौघड़िया मुहूर्त में यात्रा प्रारंभ करें.
*गुरुवार को दक्षिण दिशा में दिशा शूल रहेगा. अगर यात्रा करना जरूरी हो तो दत्त महाराज का स्मरण कर थोड़ा जीरा खाकर चौघड़िया  मूहर्त में यात्रा प्रारंभ करें.
*बुधवार को उत्तर दिशा में दिशा शूल रहता है. यात्रा करना जरूरी हो तो यात्रा प्रारम्भ करने से पहले  देवी दुर्गा का स्मरण कर किसी कन्या को नमस्कार कर पांच कदम विपरीत दिशा में चलें, इसके बाद ही यात्रा प्रारम्भ करिए. इन चौघड़िया मुहूर्तों में यात्रा हरा धनिया अथवा (सफेद) तिल खा कर आरंभ कर सकते हैं.
*मंगलवार को उत्तर दिशा में दिशा शूल रहता है. इस दिन रामदूत हनुमान जी का ध्यान कर थोड़ा गुड़ खाकर चौघड़िया मुहूर्त में यात्रा प्रारंभ करें.
*सोमवार को पूर्व दिशा में यात्रा वर्जित रहती है, भोलेनाथ का अभिषेक कर दर्पण देखकर चौघड़िया मुहूर्त में यात्रा प्रारंभ करें.
*रविवार को दिशा शूल पश्चिम दिशा में रहता है, इस दिन प्रभु राम के वन गमन चित्र का ध्यान  और  ,पान खाकर चौघड़िया मुहूर्त में यात्रा प्रारंभ करें
*ज्यादा ज्ञानी बनने के चक्कर में अपने संस्कार और बड़े बूढ़ों की कही बातें नहीं भूलना चाहिए.
*पंडित चंद्रशेखर नेमा हिमांशु*(9893280184)
मां कामाख्या साधक जन्मकुंडली विशेषज्ञ वास्तु शास्त्री

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-