एमपी: जबलपुर में साइबर ठगों के झूठे अपहरण का पर्दाफाश, दिल्ली से महिला को सकुशल वापस लाए..!

एमपी: जबलपुर में साइबर ठगों के झूठे अपहरण का पर्दाफाश

प्रेषित समय :17:59:09 PM / Wed, Jun 18th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

पलपल संवाददाता जबलपुर. एमपी के जबलपुर में पुलिस ने सायबर ठगी व अपहरण के एक अनोखे मामले का पर्दाफाश किया है. यहां तक कि पुलिस ने ठगों के ठगों के जाल में फंस चुकी महिला को भी सफलता पूर्वक रेस्क्यू कर लिया है. इस आशय की जानकारी एएसपी समर वर्मा ने पत्रकारों को चर्चा में दी है.

एएसपी श्री वर्माने आगे बताया कि 4 मई को 58 वर्षीय महिला ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी 36 वर्षीय बेटी विनीता (परिवर्तित नाम) 23 अप्रैल को मेहमानी में उसके घर आयी थी. 26 अप्रैल की दोपहर लगभग 12 बजे कुछ काम से बरगी जाने की कहकर गई. जो रात तक वापस नहीं आई. पुलिस ने शिकायत पर गुम इंसान का मामला दर्ज कर मामले में जांच शुरु कर दी.   इस दौरान पुलिस ने संभावित ठिकानों पर दबिश दी लेकिन गुमशुदा का कही पता नहीं चल सका.

1 जून को परिवारजनों ने बताया कि अज्ञात मोबाइल नम्बर धारक द्वारा विनीता को अपहरण कर बंधक बनाने एवं पैसों की मांग करने, शरीर के आर्गन निकालकर शरीर बरगी एवं जबलपुर में फेंकने की धमकी दी गयी है. व्हाटसएप्प कॉल, आडियो वीडियो रिकार्डिंग एवं व्हाटसएप मैसेज के अवलोकन पर अज्ञात मोबाइल धारक के द्वारा गुमशुदा विनीता को अपहरण कर बंधक बनाते हुए पैसों की मांग करने एवं शरीर के आर्गन निकालकर जान से मारने की धमकी देने पर अज्ञात मोबाइल नम्बर धारक के विरूद्ध थाना बरगी में 8 जून को प्रकरण दर्ज कर लिया गया.

दिल्ली में मिली महिला-
 वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में गठित टीमों द्वारा उदयपुर, जैसलमेर, दिल्ली आदि कई शहरों में दविश दी गयी. प्रकरण में तकनीकी जानकारी के आधार पर थाना प्रभारी बरगी कमलेश चौरिया के नेतृत्व में टीम ने ग्रेटर नोएडा, दिल्ली में दबिश देते हुए 16 जून को महिला को सकुशल दस्तयाब किया. महिला से पूछताछ करने पर पाया गया कि श्रीमती विनीता (परिवर्तित नाम) एक आशा कार्यकर्ता है.

ठगों ने ऐसे फंसाया जाल में-
होली के आसपास श्रीमती विनीता  से साइबर ठग द्वारा संपर्क किया गया. जिसके द्वारा लॉटरी जीतने से सोना-चांदी के आभूषण मिलने के संबंध में लालच देकर पैसों की मांग की गई. महिला ठगों की बातों में आ गई और उसके द्वारा ठगों के खातों में पैसे डाले गए. बाद में ठग द्वारा और पैसों की मांग यह कहते हुए की गई कि उसे सोने के साथ पुलिस ने पकड लिया है. अगर महिला और पैसे नहीं देती है तो उसे भी पुलिस पकड़ लेगी. जिससे महिला डर गई और उसके द्वारा साइबर ठग की बातों में आकर अलग अलग समय पर लगभग 4 लाख रुपए साइबर ठग के खाते में डाले गए. साइबर ठग की बातों से और घर वालो से पैसों के संबंध में पूछताछ से परेशान होकर महिला द्वारा कही बाहर जाकर पैसा कमाकर अपने आभूषण लेने का सोचा गया और महिला 27 अप्रैल 2025 को बिना अपने घर वालो को बताए चली गई थी.

एक माह तक दिल्ली, मुम्बई व सूरत में घूमती रही-
लगभग 1 माह तक दिल्ली, मुंबई, सूरत इत्यादि शहरों में घूमती रही तथा साइबर ठग के संपर्क में रही जो गहिला को लगातार गुमराह करता रहा. 1 जून 2025 को साइबर ठग की बातों में आकर महिला द्वारा घर वालो को गुमराह करते हुए अपने अपहरण के संबंध में और उनसे पैसों की मांग करने हेतु स्वयं अपने अपहरण के कुछ वीडियो बनाकर साइबर ठग को भेजे जिसे उग द्वारा महिला के घर वालो को भेजकर पैसों की मांग की गई.

विदेशी व्हीपीएन से संपर्क कर धमकिया दी जा रही थी-
साइबर ठग द्वारा महिला के परिजनों को विदेशी व्हीपीएन से संपर्क कर लगातार धमकियां दी जा रही थी. महिला से पूछताछ करने पर यह परिलक्षित हुआ है कि महिला साइबर ठग की बातों में अभी भी है और उसे यह यकीन है कि साइबर ठग अभी कही जेल में बंद है जो कि उसके द्वारा पैसे दिए जान पर छूट सकता है और महिला के जेवर दे सकता है. महिला से विस्तृत पूछताछ करते हुये महिला को परिजनों के सुपुर्द किया जा रहा है. महिला की काउंसलिंग की जा रही है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-