शहडोल-इतवारी ट्रेन में गंभीर अवस्था में मिली किशोरी की मौत, पुणे से किडनैपिंग कर ले जाया जा रहा था

शहडोल-इतवारी ट्रेन में गंभीर अवस्था में मिली किशोरी की मौत

प्रेषित समय :14:31:16 PM / Wed, Jun 18th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जबलपुर. शहडोल-नागपुर एक्सप्रेस में अपहरण कर ले जाई जा रही किशोरी, जिसे कुछ लोगों द्वारा जहर दिया गया था, उसकी उपचार के दौरान जबलपुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौत हो गई है.

जीआरपी के मुताबिक महाराष्ट्र के पुणे से एक 14 वर्षीय नाबालिग लड़की को अपहरण कर दूसरी जगह ले जाया जा रहा था, जिसकी जबलपुर में मौत हो गई. बच्ची ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. मरने से पहले नाबालिग ने अपने बयान में पुलिस को बताया कि मैं जीना चाहती हूं. लेकिन अपहरण कर ले जा रहे युवक ने मुझे जबरदस्ती जहर खिला दिया. जहर की वजह से उसकी हालत बिगड़ गई. अब जीआरपी पुलिस की जानकारी पर जबलपुर पहुंची पुणे पुलिस और परिजनों की मौजूदगी में पंचनामा कर शव का पोस्टमार्टम कराया गया और नाबालिग का शव परिजनों को सौंप दिया गया.

जीआरपी के मुताबिक 13 जून को शहडोल- इतवारी (नागपुर) एक्सप्रेस में नैनपुर स्टेशन के पास टिकट चेकिंग के दौरान एक नाबालिग लड़की सीट पर बेहोशी की हालत में मिली थी, जिसकी जानकारी टीटीई ने नैनपुर जीआरपी को दी. सूचना पर पहुंची जीआरपी पुलिस ने नैनपुर रेलवे स्टेशन से नाबालिग का रेस्क्यू किया और उसे जबलपुर के विक्टोरिया अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसे भर्ती कराया गया.

16 जून की देर रात हो गई मौत

हालत गंभीर होने पर उसे नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान 16 जून की देर रात उसकी मौत हो गई. 17 जून को पुणे पुलिस परिजनों को लेकर जबलपुर पहुंची. जहां परिजनों की मौजूदगी में नाबालिग का पोस्टमार्टम कराया गया. इसके बाद परिजन एंबुलेंस की मदद से शव पुणे लेकर रवाना हुए. मृतक लड़की की मां का कहना है कि 26 मई को पुणे के बंड गार्डन थाना क्षेत्र से करन सिंह नाम का युवक बेटी का अपहरण कर अपने साथ ले गया था. उन्होंने बेटी के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इसके बाद से वह लगातार बेटी की तलाश कर रहे थे. इसी दौरान फोन पर जानकारी मिली कि बेटी को किसी युवक ने जहर खिला दिया और उसकी हालत बेहद खराब है. मृतक की मां का कहना है कि आरोपी करण सिंह राठौड़ ने उनकी बेटी की हत्या की है. उसको फांसी की सजा होनी चाहिए.

पुणे पुलिस करेगी जांच

मामले में जीआरपी थाना प्रभारी बलराम यादव का कहना है कि टीटीई की सूचना पर हमने लड़की को ट्रेन से रेस्क्यू किया था. पहले विक्टोरिया फिर मेडिकल अस्पताल में उसका इलाज हुआ, लेकिन 16 जून को उसकी मौत हो गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए जीआरपी जबलपुर ने मामला दर्ज करते हुए केस डायरी पुणे पुलिस को सौंप दी है. अब आगे की जांच पुणे के बंड गार्डन की थाना पुलिस करेगी. शव का पोस्टमार्टम कर पंचनामा कार्रवाई पूरी होने के बाद लड़की का शव परिजनों को सौंप दिया गया है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-