तेहरान. मध्य पूर्व में बढ़ते युद्ध और हत्या की आशंकाओं के बीच, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने एक सुरक्षित भूमिगत बंकर में शरण ली है. न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 86 वर्षीय खामेनेई ने अपने संभावित उत्तराधिकारी के रूप में तीन वरिष्ठ मौलवियों के नाम घोषित किए हैं, जो ईरान की सत्ता संरचना में ऐतिहासिक बदलाव का संकेत हैं.
ईरान इस समय दशकों के सबसे गंभीर युद्धकालीन संकट से जूझ रहा है. इजरायल के साथ दो मोर्चों पर संघर्ष और अमेरिकी सैन्य हस्तक्षेप ने स्थिति को और जटिल बना दिया है. शनिवार को अमेरिका ने ईरान के परमाणु स्थलों पर हमले किए, जिसके बाद खामेनेई के ठिकाने को लेकर सवाल उठने लगे हैं. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान से तुरंत युद्ध समाप्त करने की मांग की है.
उत्तराधिकारी की दौड़ में मोजतबा का नाम नहीं
रिपोर्ट के मुताबिक, खामेनेई के बेटे मोजतबा, जो इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर से जुड़े हैं, उत्तराधिकारियों की सूची में शामिल नहीं हैं. यह फैसला कई विशेषज्ञों के लिए आश्चर्यजनक है, क्योंकि मोजतबा को पहले प्रमुख दावेदार माना जा रहा था.
खुफिया उल्लंघन और सुरक्षा संकट
ईरानी खुफिया तंत्र में बड़े पैमाने पर सुरक्षा उल्लंघन की बात सामने आई है. संसद अध्यक्ष जनरल मोहम्मद ग़ालिबफ़ के वरिष्ठ सलाहकार महदी मोहम्मदी ने एक ऑडियो क्लिप में कहा, यह स्पष्ट है कि हमारे पास एक बड़ा सुरक्षा और खुफिया उल्लंघन था; इससे इनकार नहीं किया जा सकता है. हमारे सभी वरिष्ठ कमांडरों की एक घंटे के भीतर हत्या कर दी गई. खामेनेई ने सभी इलेक्ट्रॉनिक संचार बंद कर दिए हैं और अब केवल एक विश्वसनीय सहयोगी के माध्यम से निर्देश जारी करते हैं. यह कदम इजरायल और अमेरिका की नजरों से बचने के लिए उठाया गया है, जिन्होंने कथित तौर पर हत्या की साजिश की चेतावनी दी है.
अमेरिका का सैन्य हस्तक्षेप
अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु स्थलों फोर्डो, नतांज़ और इस्फ़हान—पर बी-2 बमवर्षक, बंकर बस्टर और टॉमहॉक मिसाइलों से हमले किए. ट्रम्प ने अपने संबोधन में कहा, हमारा उद्देश्य ईरान की परमाणु संवर्धन क्षमता को नष्ट करना और दुनिया में आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले नंबर एक देश द्वारा उत्पन्न परमाणु खतरे को रोकना है.
उत्तराधिकारी चयन की तैयारी
खामेनेई ने विशेषज्ञों की सभा को निर्देश दिए हैं कि उनकी हत्या होने पर तीन नामित उम्मीदवारों में से उत्तराधिकारी का चयन तुरंत किया जाए. यह त्वरित, व्यवस्थित बदलाव सुनिश्चित करने का प्रयास है, जो सामान्यत: महीनों तक चलता है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-