जिस तरह हम घड़ी देखकर ये अंदाजा लगाते है कि अभी क्या समय है,मौसम समाचार से पता लगाते है कि मौसम कैसा है उसी तरह , कुंडली ये बताता है कि कौन सा ग्रह अच्छा है कौन सा बुरा, सरल दान,मंत्र जप और समस्या के प्रति जागरूक रहने भी सबसे अच्छा उपाय है.
*वैवाहिक जीवन को सूर्य, शनि, मंगल ज्यादा परेशान करते है, सप्तम और बारहवें भाव से इन ग्रहों का संबंध होना वैवाहिक जीवन में दिक्कत खड़ी करता है, सूर्य यदि सप्तम स्थान मे हो तो अहंकार और पिता के कारण वैवाहिक जीवन में टकराव होता है, अलगाव की नौबत आती है, मंगल ग्रह होर तो क्रोध के कारण दिक्कत आती है, शनि की दृष्टि हो तो विवाह में लेटलतीफी होती है, और शादी के बाद कोर्ट कचहरी की होती है, राहु अतिरिक्त संबंध देता है, वही केतु अलगाव करवाता है.
*इसके लिए आपको पितृ पूजन, पिंड दान,अर्क विवाह लड़के के लिए कुंभ विवाह लडकी के लिए ,मंगल भात पूजा और मंगला गौरी पूजन करवाना चाहिए.
*पंडित चंद्रशेखर नेमा हिमांशु*(9893280184)
मां कामाख्या साधक जन्मकुंडली विशेषज्ञ वास्तु शास्त्री