पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में गोराबाजार क्षेत्र में आज क्षेत्रीय लोग उस वक्त आक्रोशित हो गए, जब केंट बोर्ड का अमला पहलवान बाबा का मंदिर हटाने के लिए पहुंच गया. स्थानीय लोगों ने यह कहते हुए कार्यवाही का विरोध किया कि उक्त जमीन केंट बोर्ड की नहीं है, मंदिर नहीं तोड़ सकते है. क्षेत्रीय लोगों के बढ़ते विरोध को देखते हुए अमला वापस लौट आया.
बताया जाता है कि आर्मी सेंटर से लगी नेशनल हाईवे 12 की जमीन पर वर्षो से पहलवान बाबा का मंदिर बना हुआ है. जो क्षेत्रीय लोगों की आस्था का केन्द्र है, यहां पर सालभर धार्मिक कार्यक्रम होते है. उक्त मंदिर को हटाने के लिए आज दोपहर 12 बजे के लगभग कैंट बोर्ड, आर्मी स्टेशन सेल का अमला मौके पर पहुंच गया. केंट बोर्ड के अमले को देख स्थानीय लोग एकत्र हो गए, जिन्होने यह कहते हुए कार्यवाही का विरोध कर दिया कि उक्त जमीन कैंट बोर्ड की नहीं है, लिहाजा वो मंदिर को नहीं तोड़ सकते हैं.
लोगों की बढ़ती भीड़ व विरोध को देखते हुए कैंट बोर्ड अध्यक्ष ब्रिगेडियर दिनेश कुमार झांगू को अवगत कराया गया. बोर्ड के अध्यक्ष ने एसडीएम केंट से चर्चा की, इसके बाद तीन बजे के लगभग तहसीलदार भी मौके पर पहुंच गए, जिन्होने बोर्ड के अधिकारियों व क्षेत्रीय लोगों से चर्चा की. इसके बाद यह निर्णय लिया गया कि पहले जमीन के मालिकाना हक के संबंध में स्थिति को साफ किया जाएगा. इसके बाद ही मंदिर हटाने की कार्यवाही को लेकर निर्णय लिया जाएगा. उक्त निर्णय के बाद कैंट बोर्ड का अमला बैरंग लौट आया.
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