झारखंड प्रदेश में प्रवेश दा सहित चार नक्सली हैं एक करोड़पति इनामी

झारखंड प्रदेश में प्रवेश दा सहित चार नक्सली हैं एक करोड़पति इनामी

प्रेषित समय :18:54:05 PM / Fri, Jul 4th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

अनिल मिश्र/ रांची 

झारखंड  प्रदेश में चल रहे  लगातार  नक्सली उन्मूलन अभियान  के तहत नक्सलियों के रणनीति बदलने की आशंका है. झारखंड प्रदेश  पुलिस को इनपुट मिले हैं कि नक्सली अब समानांतर संगठन खड़ा करने की कोशिश में लगे हैं. इसको लेकर राज्य पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को सतर्क रहने और माओवादी गतिविधियों की त्वरित निगरानी करने का निर्देश दिया है. पुलिस महानिदेशक की ओर से सभी जिलों के वरीय पुलिस अधीक्षक और अधिक्षकों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि नक्सलियों से जुड़े किसी भी स्पिलिंटर ग्रुप (विभाजित गुट) की पहचान कर उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए.

इन समूहों की गतिविधियां भले ही सीधे माओवादी नाम से न हों, लेकिन उनका कामकाज, प्रचार-प्रसार और रणनीति माओवादी विचारधारा से मेल खाता है. पुलिस को आशंका है कि माओवादी, घटती सदस्यता और कमजोर होती पकड़ के चलते अब नए नाम से छोटे-छोटे संगठन बना रहे हैं, ताकि युवाओं को भ्रमित कर फिर से आंदोलन से जोड़ सकें.फिलहाल वर्तमान में झारखंड प्रदेश में एक करोड़ के इनामी चार नक्सली हैं, जिनमें पोलित ब्यूरो मेंबर में मिसिर बेसरा उर्फ भास्कर उर्फ सुनिर्मल जी उर्फ सागर, सेट्रल कमेटी मेंबर में असीम मंडल उर्फ आकाश उर्फ तिमिर, अनल दा उर्फ तूफान उर्फ पतिराम मांझी उर्फ पतिराम मरांडी उर्फ रमेश और अनुज उर्फ सहदेव सोरेन उर्फ प्रवेश उर्फ अमलेश हैं.

प्रवेश दा को यह पद इस वर्ष 21 अप्रैल को बोकारो में हुए मुठभेड़ में प्रयाग मांझी उर्फ विवेक की मौत के बाद सौंपा गया. प्रयाग मांझी की मौत के बाद माओवादी संगठन में नेतृत्व संकट उत्पन्न हो गया था, जिसके बाद प्रवेश को केंद्रीय कमेटी में शामिल किया गया. वह वर्तमान में पीबीपीजे (पूर्वी बिहार–पूर्वी झारखंड) का क्षेत्रीय सचिव है और संगठन विस्तार की साजिश में जुटा है भाकपा (माओवादी) के शीर्ष नेतृत्व में शामिल नक्सली अनुज उर्फ सहदेव सोरेन उर्फ प्रवेश उर्फ अमलेश उर्फ प्रवेश दा पर सरकार ने एक करोड़ का इनाम घोषित किया है.

इससे पहले उसपर 25 लाख रुपये का इनाम था, लेकिन अब उसे केंद्रीय कमेटी का सदस्य बनाए जाने के बाद इनाम की राशि में चार गुना से अधिक की वृद्धि की गई. प्रवेश दा मूल रूप से हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के भंडोरी गांव का निवासी है. प्रवेश दा वर्ष 2013 में उस समय सुर्खियों में आया था, जब गिरिडीह में कैदी वाहन ब्रेक कांड हुआ था. उस दौरान नक्सलियों ने पुलिस की हिरासत में ले जाए जा रहे वाहन पर हमला कर कई माओवादियों को छुड़ा लिया था, जिनमें प्रवेश दा भी शामिल था.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-