अनिल मिश्र/पटना
बिहार प्रदेश के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक,अध्यात्मिक एवं पर्यटन स्थल के रूप में प्रचलित गयाजी शहर सहित इसके 25 किलोमीटर की रेडियस में संचालित हज़ारों- हजार टेंपो, ई रिक्सा ( टोटो ), चालक नित्य दिन गया नगर निगम द्वार टावर चौक, पंचायती अखाड़ा, डेल्हा , मानपूर, सिकडीया मोड़, मेडिकल कॉलेज, आदि दर्जनों नागरिक सुविधाविहीन स्टैंड पर उनके ठेकेदारो द्वारा सैकड़ों रुपये प्रति दिन ठेकेदारी वसूलने, तो दुसरी ओर टेम्पो- ई रिक्सा चालक संघ के नाम पर 10 रुपया प्रति दिन की वसूली से त्राहि-त्राहि कर रहे हैं, जिसका सीधा असर बेरोजगार चालकों एवं गरीब मध्यमवर्गीय परिवार पर पड रहा है.
इस संबंध में बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, दामोदर गोस्वामी, प्रद्युम्न दुबे, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, मोहम्मद शमीम,मुन्ना मांझी, मनोज प्रजापति, सुबोध पाल, जगदीश प्रसाद यादव आदि ने कहा कि कॉंग्रेस पार्टी पहले से ही गयाजी शहर में हाथ रिक्सा का जगह लिए अब ई रिक्सा जो गली- गली, घर- घर में 24 घंटे उपलब्ध रहती है, उसे ठेकेदारी प्रथा से मुक्त कर गया नगर निगम प्रति माह 300 ₹ ,लेकर अपना रजिस्ट्रेशन नंबर लगा दे, तो दुसरी ओर शहर में वर्षों से गया नगर निगम कई प्रमुख सड़कों पर टेम्पो स्टैंड बना कर वार्षिक ठेका देते रहती , परंतु स्टैंड के नाम पर वहां किसी प्रकार की कोई भी जन सुविधाएं नहीं है,
जहां यात्री सेड, शौचालय, प्रतीक्षालय आदि बनाना नितांत आवश्यक है.इन सभी नेताओं ने कहा कि टेम्पो- टोटो, चालक संघ पूरी तरह लोकतांत्रिक हो, उसके नाम पर नित्य दिन वसूली होने वाले पैसे से टेम्पो, टोटो चालकों को मदद में देने, संघ संचालन में उचित खर्च, सहित उस संघ का वार्षिक लेखा- जोखा होना नितांत आवश्यक है. इन सभी नेताओं ने बिहार की राजधानी पटना के तर्ज़ पर ई रिक्सा से ठेकेदारी लेना बंद करने सहित गयाजी शहर में गया नगर निगम द्वारा एक वित्तीय वर्ष की ठेकेदारी शुल्क 12 ₹ से 17₹ से 20 ₹ से 25 ₹ बढाना न्याय संगत नहीं है, उसे अविलंब कम करने तथा सभी घोषित स्टैंड पर नागरिक सुविधा बहाल करने की मांग राज्य सरकार एवं गया नगर निगम से किया है.