कोटा रेल मंडल में अराजकता : बड़े अधिकारियों के सामने संघ के पदाधिकारी एसएसई ने पकड़ा ईएसएम का गिरेबान, पीटा, गालीगलौज

कोटा रेल मंडल में अराजकता : बड़े अधिकारियों के सामने संघ के पदाधिकारी एसएसई ने पकड़ा ईएसएम का गिरेबान, पीटा, गालीगलौज

प्रेषित समय :19:18:58 PM / Mon, Jul 7th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

- ट्रैकमेंटेनर और ट्रालीमैन ने रेलवे ट्रैक पर घसीटा
- मोबाइल तोड़ा यूनिफॉर्म फाड़ी 
- डीआरएम के पास पहुंचा मामला
- आरोपी एसएसई संघ के मंडल पदाधिकारी हैं

कोटा. पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा रेल मंडल में इन दिनों अराजकता अपने चरम पर है. ताजा मामला गंगापुर-बयाना रेल खंड स्थित पिलौदा स्टेशन के पास गत शनिवार 5 जुलाई को सामने आया, जब एक अधिकारी (एसएसई) जो जोन की एकमात्र मजदूर संघ के पदाधिकारी हैं, द्वारा ट्रैक मेंटेनर और ट्रालीमैन के साथ मिलकर कर्मचारी से गाली गलौज और गिरेबान पकड़ कर रेल पटरी पर घसीटने, मोबाइल तोडऩे और यूनिफॉर्म फाडऩे की घटना की गई है. कर्मचारी की शिकायत पर रविवार 6 जुलाई को यह पूरा मामला डीआरएम के पास पहुंचा है.

पीडि़त कर्मचारी ने की यह शिकायत

अपनी शिकायत में पिलौदा स्टेशन पर इलेक्ट्रिकल सिग्नल मेंटेनर (ईएसएम) पद पर तैनात कर्मचारी लखन लाल ने बताया कि कोटा कंट्रोल रूम से सूचना मिली थी कि पुश ट्रॉली ने छोटी उदई और पिलौदा स्टेशनों के बीच चैनल फेल कर दिए हैं. कंट्रोल रूम ने इस ट्राली की जीपीएस कैमरे से फोटो खींचने के निर्देश दिए थे. इसके बाद मौके पर पहुंची ट्रॉली के उसने फोटो खींच लिए. साथ ही एक्सेल काउंटर फेल होने से बचने की जानकारी देते हुए लिए उसने अधिकारियों से ट्रॉली को उठाकर निकालने का आग्रह किया.

अपनी इंसल्ट मान कर भड़के अधिकारी

 इस बात को अपनी तौहीन मानते हुए ट्रॉली में सवार मंडल इंजीनियर ऐश्वर्या आलोक, सहायक मंडल इंजीनियर गंगापुर एके जैन तथा वरिष्ठ खंड अभियंता रेल पथ समय सिंह मीना जो (मजदूर संघ के मंडल के पदाधिकारी हैं), ने लखन से अभद्रता और गाली गलौज कर दी. इससे एक कदम आगे बढ़कर ऐश्वर्या ने लखन की कॉलर पकड़ ली. इसके बाद ट्रॉलीमैन एवं ट्रैकमेंटनरों ने भी हाथापाई कर लखन को करीब 10 मीटर तक रेल पटरियों की गिट्टियों पर घसीटा. इसके चलते लखन की वर्दी फट गई. मोबाइल टूट गया और गले की माला भी गायब हो गई. बाद में बड़ी मुश्किल से इन लोगों ने लखन को छोड़ा.

अधिकारियों ने किया अनसुना, डीआरएम ने दिया भरोसा

इसके बाद लखन ने इस पूरे मामले की शिकायत अपने अधिकारियों को की, लेकिन किसी भी अधिकारी ने मामले के खिलाफ कोई कार्रवाई करना जरूरी नहीं समझा. लखन ने अपनी शिकायत में बताया कि इस घटना के बाद वह अपने आप को बहुत अपमानित महसूस कर रहे हैं. यदि उसके साथ कुछ अनहोनी होती है तो उसके जिम्मेदार ट्रॉली में सवार अधिकारी होंगे. इसके बाद लखन ने पूरे मामले की जानकारी से डीआरएम अनिल कालरा को अवगत कराया. डीआरएम ने मामले को संज्ञान लेते हुए लखन को उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-