बिहार में वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने के लिए बीएलओ ने चाय-पानी के नाम पर रिश्वत में मांगा चालीस रुपए, प्राथमिकी दर्ज

बिहार में वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने के लिए बीएलओ ने चाय-पानी के नाम पर रिश्वत में मांगा चालीस रुपए, प्राथमिकी दर्ज

प्रेषित समय :14:51:25 PM / Wed, Jul 16th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

अनिल मिश्र/ गयाजी 

बिहार प्रदेश  में चल रहे मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य में एक चौंकाने वाला मामला उजागर हुआ है. दरअसल प्रदेश के गयाजी जिले में वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने के नाम पर रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है. दरअसल रिश्वत मांगने के दौरान एक व्यक्ति ने चोरी छिपे  मोबाइल से एक वीडियो बना लिया है जो अब तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वहीं इस बीच प्रखंड विकास पदाधिकारी के शिकायत पर इस मामले की प्राथमिकी दर्ज कर शिघ्रतम जांच शुरू कर दी गई है.वही इस संबंध में पुलिस का कहना है कि वह जल्द ही मामले की जांच रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारी को सौंप दी जाएगी.इस वायरल वीडियो में युवक बीएलओ से पूछ रहा है कि मतदाता ऑनलाइन फॉर्म भरने का कितना पैसा लिया जा रहा है.

इस पर बीएलओ  गौरीशंकर ने जवाब दिया कि चालीस रुपए. इसके आगे  इस पर इस युवक ने पूछता है कि आपने ऑनलाइन पैसे लिए. इस पर बीएलओ कहता है कि हां भाई चाय पानी के लिए खुशी से लिया . हालांकि इसके बाद बीएलओ पैसे लौटा देता है.इस संबंध में गयाजी मुफस्सिल थाना के प्रभारी और पुलिस निरीक्षक सुनील कुमार पांडे ने बताया कि इस  मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. जिसकी रिपोर्ट जल्द ही वरीय अधिकारी को सौंप दी जाएगी.

वहीं गयाजी में मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए चाय -पानी के नाम पर पैसे मांगे जाने एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. दरअसल यह वीडियो मानपुर प्रखंड के नौरंगा मध्य विद्यालय के बूथ नंबर 119 का है.बीएलओ गौरी शंकर मतदाताओं से ऑनलाइन फॉर्म भरने के नाम पर खुलेआम ऑनलाइन पैसे वसूल रहा था.इस बीच एक युवक ने उसका वीडियो बना लिया.वीडियो में बीएलओ चाय-पानी के लिए पैसे मांगने की बात स्वीकारता हुआ भी नजर आ रहा है.इस वीडियो वायरल होने के बाद मुफस्सिल थाने में मानपुर बीडीओ के आदेश पर केस दर्ज किया गया है. वहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी वेद प्रकाश ने पूरे मामले पर संज्ञान लिया है.उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने की प्रक्रिया पूरी तरह मुफ्त है, जिसमें पैसे लेने का कोई प्रावधान ही नहीं है.इस वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले में तत्काल बीएलओ पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया.वहीं, इस मामले में मुफस्सिल थाना में केस दर्ज कर लिया है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-