जहां मोबाइल से फोटो खींचने की मनाही, उसी प्राइवेट अस्पताल के आईसीयू में घुसकर उम्र कैद काट रहे अपराधी को अपराधियों ने मारी गोली

जहां मोबाइल से फोटो खींचने की मनाही, उसी प्राइवेट अस्पताल के आईसीयू में घुसकर उम्र कैद काट रहे अपराधी को अपराधियों ने मारी गोली

प्रेषित समय :17:12:22 PM / Thu, Jul 17th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

अनिल मिश्र/पटना 

बिहार पुलिस की तरफ से कल बुधवार को ही शूटर सेल बनाने की बात कही गई थी. लेकिन अगले ही दिन यानी आज गुरुवार को राजधानी पटना में सुबह-सुबह हत्या की दो वारदातों को अंजाम देकर अपराधियों ने लॉ एंड ऑर्डर को खुलेआम चुनौती दे दी. सबसे पहले पटना से सटे दानापुर में एक हत्याकांड की खबर आई. यहां बीस वर्षीय  बंटी नाम के एक युवक को धारदार हथियार से काट डाला गया.राजधानी पटना से सटे दानापुर शाहपुर थाना क्षेत्र के हथियाकांध में अपराधियों ने घर के पास ही धारदार हथियार से एक युवक की सुबह-सुबह ही हत्या कर दी. मृतक की पहचान स्थानीय निवासी राकेश सिंह के पुत्र शिवम उर्फ बंटी (20 वर्ष) के रूप मे की गई है.

इस हत्याकांड से आसपास के इलाकों में सनसनी फैल गई. आननफानन में पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची. पुलिस इस घटना की छानबीन में जुटी है. दानापुर पुलिस इस हत्याकांड की शुरुआती जांच-पड़ताल में ही जुटी थी कि दानापुर से कुछ ही दूर पटना के शास्त्रीनगर में स्थित पारस अस्पताल में मर्डर हो गया. बड़ी हैरानी की बात है कि अपराधियों ने पारस अस्पताल के आईसीयू में घुसकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया है. पारस अस्पताल पटना का एक बड़ा अस्पताल है. इस अस्पताल में निजी सुरक्षा गार्ड भी तैनात रहते हैं. यह अस्पताल काफी भीड़भाड़ वाले इलाके में मौजूद है. इस अस्पताल से कुछ ही दूरी पर पटना के कई वीआईपी इलाके भी हैं.

इसके बाद  पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. पटना वरीय पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय कुमार शर्मा ने घटना की पुष्टि की है. दरअसल उम्र कैद की सजा काट रहे चंदन को परिजन इलाज कराने के लिए पारस अस्ताल लाए थे.  इस संबंध में   पांच की संख्या में अपराधियों के घुसने की बात बताई जा रही है. अस्पताल के अंदर हुई घटना से जहां मौके पर अफरातफरी मच गई. वहीं चार अपराधियों ने हथियारों से लैस होकर अस्पताल के सेकंड फ्लोर पर पहुंचे और तमाम सुरक्षा व्यवस्था को ताक पर रखते हुए चंदन मिश्रा को चार गोली मार दी, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई. गौरतलब हो कि इस अस्पताल के सुरक्षा गार्ड आम लोगों को मोबाइल पर फोटो खींचने से मना किया करते हैं. इतना ही नहीं ज्यादा गुस्सा आने पर बदतमीजी करने से भी बाज़ भी नहीं आते, लेकिन इस घटना को पांच अपराधियों ने हथियारों से लैस होकर आईसीयू में जाकर कैसे एक ईलाज रत कैदी को गोली मारकर भागने में सफल हो गए यह एक यक्ष प्रश्न है.

वहीं इस घटना के संबंध में पुलिस का कहना है कि चंदन, बेऊर जेल से पेरोल पर इलाज के लिए पारस अस्पताल आया था. इसी दौरान अस्पताल के अंदर पांच अपराधी घुसे और उसे गोली मार दी. बक्सर में केसरी नाम के व्यक्ति की हत्या के मामले में वह आरोपी है. पारस हॉस्पिटल में हुई मरीज की हत्या के बाद पूरे पटना शहर में  अहले सुबह- सवेरे ही सनसनी मच गई है.  वहीं पटना पुलिस के तमाम अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच कर रहे हैं. मामला पटना के शास्त्री नगर थाना क्षेत्र का है. इस पूरे मामले में अस्पताल के सुरक्षा प्रबंधन पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं. फिलहाल पुलिस अस्पताल के अंदर और बाहर का सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है.

ज्ञात हो कि 21 अगस्त 2011 को बक्सर में रंगदारी नहीं देने पर चूना कारोबारी राजेंद्र केसरी की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इस हत्याकांड में मृतक के परिजनों के द्वारा कुख्यात अपराधी शेरू सिंह और चंदन मिश्रा समेत कुछ अन्य आरोपित बनाए गए थे और इनपर मुकदमा दर्ज हुआ था.चंदन मिश्रा और शेरू बंगाल से गिरफ्तार हुए थे. शेरू को जब कोर्ट में पेश किया गया था और जज फैसला सुना रहे तो मौका देखकर शेरू ने कोर्ट में ही एक पुलिसकर्मी की हत्या गोली मारकर कर दी थी और फरार हो गया था.बाद में उसे आरा पुलिस ने पकड़ा था. बक्सर जिला अदालत ने ओंकारनाथ सिंह उर्फ शेरू को फांसी की सजा सुना दी थी. हालांकि बाद में हाईकोर्ट ने फांसी पर रोक लगा दी थी. वहीं इसी हत्याकांड में चंदन मिश्रा को उम्रकैद की सजा सुनाई गयी थी.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-