कोटा. जहां एक और कोटा मंडल का रनिंग स्टाफ (लोको पायलट , सहायक लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर आदि) भारी रिक्तियों के कारण कार्य का अतिरिक्त दबाव झेल रहा है और आए दिन स्टाफ की कमी से मालगाडिय़ा खड़ी हो रही है, स्टाफ को आवश्यकतानुसार छुट्टी तो दूर समय पर रेस्ट भी नहीं मिल रहे हैं, ऐसी स्थिति में भी पश्चिम मध्य रेलवे मुख्यालय द्वारा कोटा मंडल से आकलन कर भेजी गई नए पदों के सृजन की तार्किक मांग को खारिज करते हुए मांग का सिर्फ 15 प्रतिशत पद सृजित करते हुए वर्ष 2025/26 हेतु रनिंग स्टाफ का वार्षिक कैडर रिव्यू जारी कर दिया, जिससे रनिंग स्टाफ बहुतर हताश एवं आक्रोश में है. मंडल के रनिंग कर्मचारियों ने इस अतर्किक कैडर रिव्यू का विरोध करते हुए वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्प्लाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) के बैनर तले विरोध प्रदर्शन का निर्णय लिया है.
आल इंडिया रेलवेमैन फेडरेशन (एआईआरएफ) के कार्यकारणी सदस्य और यूनियन के सहायक महामंत्री कॉम नरेश मालव ने बताया कि पूर्व में भी मुख्यालय द्वारा मंडल की मांग पर कैडर रिव्यू जारी नहीं करते हुए मनमाने पद कम संख्या में सृजित किए जिससे मंडल पर रनिंग स्टाफ की भारी कमी हो गई थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए आल इंडिया रेलवेमैन फेडरेशन के सहायक महामंत्री और यूनियन के महामंत्री कॉम मुकेश गालव जी ने रेलवे बोर्ड और जबलपुर मुख्यालय की स्थाई वार्ता तंत्र की मीटिंग में इस विषय को उठाया और वार्षिक कैडर रिव्यू में रनिंग स्टाफ के पदों के सृजन का फॉर्मूला तय करवाया.
पमरे मुख्यालय ने कोटा मंडल की मांग को खारिज करते हुए की कटौती
इसी फार्मूले के आधार पर टीआरओ विभाग कोटा द्वारा वर्ष 2025/26 हेतु क्रू रिव्यू में 898 पदों के सृजन का प्रस्ताव अकाउंट से वेट करके और मंडल रेल प्रबंधक महोदय के अनुमोदन से मुख्यालय स्वीकृति हेतु भिजवाया, जिसमें मेल में 20, पैसेंजर में 04 और मालगाड़ी लोको पायलट में 385 , सहायक लोको पायलट के 409, टी सी सी के 16, टी एल सी के 03 और सी एल आई के 61 पद शामिल थे, लेकिन मुख्यालय ने मंडल की मांग को एकतरफा खारिज कर मेल के 05, पैसेंजर के 04 और मालगाड़ी लोको पायलट के सिर्फ 38, सहायक लोको पायलट के 9, सी एल आई के 04 और टी एल सी का सिर्फ एक पद सृजित कर कुल 99 ही पद दिए. इसी प्रकार ट्रेन मैनेजर कैडर में भी मंडल की मांग को दरकिनार कर कुल 44 पद सृजित किए ओर कुल मंडल में 143 पद सृजित किए जो ऊंट के मुंह में जीरे के बराबर है. इससे पहले से ही स्टाफ की कमी झेल रहे कोटा मंडल पर गाडियों का विलंबन बढ़ेगा और स्टाफ पर चल रहा कार्य का अतिरिक्त बोझ भी यथावत बना रहेगा .
डबलूसीआरईयू ने कड़ा विरोध जताया, प्रदर्शन, आंदोलन का निर्णय
रनिंग स्टाफ और वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्प्लाइज यूनियन ने इसका कड़ा विरोध किया है. यूनियन के महामंत्री कॉम मुकेश गालव ने स्पष्ट रूप से कहा कि मुख्यालय को इस कैडर रिव्यू को संशोधित करना होगा और मांग के अनुसार पद सृजित करने होंगे . कोटा के अतिरिक्त भोपाल और जबलपुर में भी मंडलों की मांग से कम पद सृजित हुए है. तीनों मंडलों के रनिंग स्टाफ ने इस कैडर रिव्यू और अपनी लंबित मांगों के निस्तारण मे जो रही देरी के विरोध में 25 जुलाई को शाम 5 बजे मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन देने का निर्णय लिया है. पहले से ही समस्याओं से त्रस्त तथा इस कैडर रिव्यू के जारी होने से रनिंग स्टाफ में फैले आक्रोश से इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में रनिंग स्टाफ शामिल होकर अपनी एकता प्रदर्शित करेगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-



