जबलपुर. एमपी के जबलपुर में इंजीनियरिंग के छात्र को रेलवे में नौकरी का झांसा देकर शातिर ठग ने सवा तीन लाख रुपए हड़प लिए. यहां तक कि आरोपी ने पहले फर्जी इंटरव्यू व मेडिकल करवाया, फिर छात्र को पहनने के लिए वर्दी और फर्जी आईकार्ड भी दे दिया.
इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ है जब छात्र रेलवे ऑफिस पहुंचा, जहां अधिकारियों ने बताया कि न तो कोई वैकेंसी है और न ही कोई नियुक्ति हुई है. पीडि़त आदर्श पटेल की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर तलाश शुरु कर दी. इस दौरान खबर मिली कि राकेश सराठे अपने घर पर है, पुलिस ने घेराबंदी कर देर रात एक बजे घमापुर स्थित आवास पर राकेश मिल गया. पुलिस ने राकेश सराठे को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को तलाशी के दौरान घर से भर्ती प्रकोष्ठ से जुड़े कुछ दस्तावेज व डब्ल्यूसीआरएमएस का आईकार्ड मिला है, जिसकी मदद से वह खुद को रेलकर्मी बताता था. धनवंतरी नगर पुलिस चौकी अंतर्गत रहने वाले आदर्श पटेल की मां पीके फॉल लगाने का काम करती है.
आरोपी राकेश सिलाई का काम देने के बहाने घर आता जाता रहा. मार्च में वह आदर्श की मां से मिला और कहा कि जबलपुर मंडल के देवरी रेलवे स्टेशन में कॉमर्शियल विभाग में क्लर्क का पद खाली है, जहां वह आदर्श की नौकरी लगवा सकता है. इसके एवज में उसने 5 लाख रुपए की मांग की, यह कहकर कि पैसे अधिकारियों को देने होंगे. रिश्ते में मामा लगने के कारण आदर्श व उसकी मां को कोई शक नहीं हुआ. उन्होंने तीन से चार किश्तों में सवा तीन लाख रुपए आरोपी को दे दिए. राकेश छात्र को मेडिकल टेस्ट के लिए रेलवे अस्पताल भी ले गया, जहां एक महिला से उसकी बात करवाई गई.
रेलवे गेस्ट हाउस में विजिट, मेडिकल कराया
मार्च में दस्तावेज जमा करने के बाद से आरोपी राकेश सराठे छात्र को कभी रेलवे भर्ती प्रकोष्ठए कभी रेलवे अस्पताल व कभी रेलवे गेस्ट हाउस ले जाता रहा. ताकि पूरी प्रक्रिया को असली जैसा दिखाया जा सके. उसने आदर्श को गेस्ट रूम भी दिखाया और ट्रेनिंग के लिए एक फर्जी आईकार्ड और वर्दी दी. जिस पर कंप्यूटर प्रकोष्ठ पमरे सिविल लाइन लिखा था. इसके बाद आरोपी ने रेलवे अस्पताल बुलाकर आदर्श का मेडिकल करवाया और रेखा वर्मा नाम की महिला को रेलवे बोर्ड की अधिकारी बताकर उससे मिलवाया. बाद में एक निजी अस्पताल में एक्स-रे भी कराया गया.
पुलिस ने दोनों आरोपियों को किया गिरफ्तार
पीडि़त की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की. सबसे पहले विजय नगर घड़ी चौक निवासी रेखा वर्मा को हिरासत में लिया गया. जिसने पूछताछ में बताया कि वह राकेश के कहने पर खुद को रेलवे अधिकारी बताकर आदर्श से मिली थी और इसके बदले में उसे 5 हजार रुपए मिले थे. इसके बाद पुलिस ने घमापुर निवासी राकेश सराठे को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी पर पहले भी साल 2021 में इसी तरह नौकरी के नाम पर ठगी करने का मामला दर्ज है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

