अनिल मिश्र/रांची
झारखंड प्रदेश में कोयलांचल के नाम से मशहूर धनबाद जिले में अवैध खनन के दौरान बड़ा हादसा हुआ है. यहां कोयला खदान में अवैध खनन के दौरान चाल धंसने से कारण नौ मजदूरों की आज मंगलवार को मौत हो गई.यह हादसा दरअसल बाघमारा थाना क्षेत्र के जमुनिया में हुई है.इस घटना के बाद मौके पर राहत और बचाव का काम किया जा रहा है. हादसे में मारे गए मजदूरों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है. वहीं इस हादसे के बाद इस इलाके में हड़कंप मचा गया है.
गौरतलब हो कि इससे पन्द्रह दिन पहले रामगढ़ जिला अंतर्गत कुजू थाना क्षेत्र स्थित सीसीएल के करमा परियोजना की खुली खदान में अवैध माइनिंग के दौरान चाल धंसने चार लोगों की मौत हो गई थी.गत पांच जुलाई को झारखंड के रामगढ़ जिला अंतर्गत कुजू थाना क्षेत्र स्थित सीसीएल के करमा परियोजना की खुली खदान में अवैध माइनिंग के दौरान चाल धंसने चार लोगों की मौत हो गई थी.
जबकि चार लोग घायल हुए थे.रामगढ़ में सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड के करमा परियोजना में अवैध माइनिग के दौरान चारों मृतकों की पहचान निर्मल मुंडा, वकील करमाली, इम्तियाज खान और रामेश्वर माझी के रूप में की गई थी.आज मंगलवार को इस संबंध में जनता दल यूनाइटेड विधायक सरयू राय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि बाघमारा,धनबाद के जमुनिया नामक स्थान पर अवैध खनन के दौरान चाल धंसने से नौ मजदूरों की मौत हो गई.
वहीं अवैध खनन माफिया मृतकों का शव निपटाने में लगे हैं. इसकी सूचना मैंने धनबाद के एसएसपी को दे दी है. प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, चुनचुन नामक खनन माफिया प्रभावशाली संरक्षण में अवैध खनन करा रहा था.प्राप्त जानकारी के अनुसार धनबाद जिला के बाघमारा थाना क्षेत्र के ब्लॉक-2 इलाके में अवैध कोयला खनन के दौरान चाल धंसने से कम से कम नौ मजदूरों की मौत हो गई हैl जबकि कई मजदूर अब भी फंसे हुए हैं. इस घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया हैl लेकिन हादसे के बाद इलाके में अफरातफरी का माहौल है. अभी तक मारे गए मजदूरों की पहचान नहीं हो पाई है.
आपको बताते चलें कि झारखंड प्रदेश के कोयलांचल क्षेत्र में अवैध कोयला खनन का धंधा जोरों पर चल रहा हैl कोल इंडिया की बंद पड़ी खदानों से कोयला माफिया बड़े पैमाने पर अवैध कोयला का खनन करवा रहे हैंlवहीं सरकारी मशीनरी के अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन करने से यह कोयले का अवैध खनन चल ही नहीं रहा हैl बल्कि वर्षों से फल-फूल रहा है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

