Aaj Ka Din: गुरुवार, 24 जुलाई 2025, प्रकृति धर्म के लिए उत्तम कर्म- हरियाली अमावस्या संकल्प!

Aaj Ka Din: गुरुवार, 24 जुलाई 2025, प्रकृति धर्म के लिए उत्तम कर्म- हरियाली अमावस्या संकल्प!

प्रेषित समय :20:28:51 PM / Wed, Jul 23rd, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर (व्हाट्सएप- 8302755688)
* हरियाली अमावस्या - 24 जुलाई 2025, गुरुवार
* अमावस्या तिथि प्रारम्भ - 24 जुलाई 2025 को 02:28 बजे
* अमावस्या तिथि समाप्त - 25 जुलाई 2025 को 00:40 बजे

अमावस्या हर माह की 30वीं अर्थात कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि है, जिस तिथि में चन्द्र और सूर्य साथ रहते हैं, वही अमावस्या तिथि है.
सावन की अमावस्या, हरियाली अमावस्या कहलाती है, जो प्रकृति की हरियाली की रक्षा करने की हमारी जिम्मेदारी की याद दिलाती है.
श्रावण कृष्ण अमावस्या को हरियाली अमावस्या के रूप में मनाया जाता है. यह सावन में पृथ्वी पर हरियाली के जन्मोत्सव की खुशियों का त्योहार है. इसका मुख्य उद्देश्य आमजन को प्रकृति के करीब लाना, हरियाली का महत्व दर्शाना एवं इसके प्रति हमारी जिम्मेदारी की याद दिलाना है. कई जगहों पर इस दिन मेले लगते हैं.
इस दिन कल्पवृक्ष, पीपल आदि पवित्र वृक्षों की पूजा करने का उत्तम फल मिलता है. यदि इस दिन पौधा लगाकर उसकी रक्षा की जाए तो जैसे-जैसे पौधा वृद्धि करेगा वैसे-वैसे हमारी की प्रगति होगी. पौधा अपने प्रियजन की समृद्धि की कामना के साथ भी लगा सकते हैं. उत्तम होगा यदि प्रकृति धर्म कर्म के लिए हरियाली अमावस्या पर हर साल एक पौधा लगाने का संकल्प लें!
हिन्दू धर्म में माना जाता है कि वृक्षों में देवताओं का वास होता है. धर्म शास्त्रों के अनुसार पीपल के वृक्ष में त्रिदेव- ब्रह्मा, विष्णु और शिव का वास होता है तो केले के पौधे में श्रीविष्णु निवास करते हैं. आंवले के पौधे में भगवान लक्ष्मीनारायण बसते हैं तो बरगद में पितृ देवों का अंश होता है. श्वेत आक में गणपति का निवास होता है. इसलिए हरियाली अमावस्या के दिन पौधे लगाना बहुत पुण्य का कार्य माना गया है. धर्म शास्त्रों के अनुसार एक वृक्ष दस योग्य पुत्रों के समान होता है.
हिंदू धर्म की मान्यता है कि पितृदेव अपने कुल के रक्षक होते हैं, अमावस्या के दिन किए गए दान, श्राद्ध, तर्पण से उन्हें प्रसन्नता मिलती है जो आशीर्वाद के रूप में हमें प्राप्त होती है और भाग्योदय होता है.
अमावस्या के अवसर पर किसी पवित्र तीर्थ में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है. हरियाली अमावस्या पर कई जगहों पर मेलों का आयोजन किया जाता है जिसमें सभी लोगों उत्साह के साथ शामिल होते हैं. इस अवसर पर गुड़ और गेहूं की धानी का प्रसाद वितरित जाता है. इस अवसर पर धान की सांकेतिक बुआई भी होती है ताकि आने वाली फसल का अनुमान लगाया जा सके. धर्मग्रंथों के अनुसार वृक्ष योनि पूर्व जन्मों के कर्मों का फल है जो परोपकार के लिए है.
अलग-अलग मनोकामनाएं पूर्ण करने हेतु विविध वृक्ष लगाए जाते हैं-
* धनलाभ प्राप्ति के लिए- तुलसी, आंवला, केल, बिल्वपत्र के वृक्ष लगाये. 
* उत्तम स्वास्थ्य प्राप्ति के लिए- ब्राह्मी, पलाश, अर्जुन, आंवला, सूरजमुखी, तुलसी लगाये. 
* भाग्योदय के लिए- कल्पवृक्ष, अशोक, अर्जुन, नारियल, बड़ के वृक्ष लगाये. 
* संतान सुख के लिए- पीपल, नीम, बिल्व, नागकेसर, गुड़हल, अश्वगंधा लगाये. 
* पद-पदोन्नति के लिए- आंकड़ा, शंखपुष्पी, पलाश, ब्राह्मी, तुलसी लगाये. 
* सुख-समृद्धि के लिए- नीम, कदम्ब और छायादार वृक्ष लगाये. 
* जीवन में आनन्द के लिए- पारिजात, रातरानी, मोगरा, गुलाब आदि लगाये.
इनकी नियमित सेवा भी करें, क्योंकि जैसे-जैसे ये पेड़ पनपेंगे वैसे-वैसे सेवा करने वाला भी समृद्ध!
श्री त्रिपुरा सुंदरी दैनिक धर्म-कर्म पंचांग-चौघड़िया : 24 जुलाई 2025, गुरुवार
शक सम्वत 1947, विक्रम सम्वत 2082, अमान्त महीना आषाढ़, पूर्णिमान्त महीना श्रावण, वार गुरुवार, पक्ष कृष्ण, तिथि अमावस्या - 00:40, (25 जुलाई 2025) तक, नक्षत्र पुनर्वसु - 16:43 तक, योग हर्षण - 09:51 तक, करण चतुष्पाद - 13:31 तक, द्वितीय करण नाग - 00:40, (25 जुलाई 2025) तक, सूर्य राशि कर्क, चन्द्र राशि मिथुन - 10:59 तक, राहुकाल 14:19 से 15:59, अभिजित मुहूर्त 12:12 से 13:05
दैनिक चौघड़िया- 24 जुलाई 2025, गुरुवार

दिन का चौघड़िया

शुभ - 05:59 से 07:39
रोग - 07:39 से 09:19
उद्वेग - 09:19 से 10:59
चर - 10:59 से 12:39
लाभ - 12:39 से 14:19
अमृत - 14:19 से 15:59
काल - 15:59 से 17:39
शुभ - 17:39 से 19:19
रात्रि का चौघड़िया
अमृत - 19:19 से 20:39
चर - 20:39 से 21:59
रोग - 21:59 से 23:19
काल - 23:19 से 00:39
लाभ - 00:39 से 01:59
उद्वेग - 01:59 से 03:19
शुभ - 03:19 से 04:39
अमृत - 04:39 से 05:59

* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.

* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, विभिन्न पंचांगों, धर्मग्रथों से साभार ली गई है, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
आज का राशिफल -
मेष राशि:- कानूनी सहायता समय पर प्राप्त होगी. बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति रहेगी. मित्र व संबंधियों का सहयोग प्राप्त होगा. जोखिम न उठाएं. जल्दबाजी से काम बिगड़ सकते हैं. व्यवसाय ठीक नही चलेगा. प्रसन्नता रहेगी.

वृष राशि:- शोक समाचार मिल सकता है. धैर्य रखें. स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा. लापरवाही न करें. दौड़धूप अधिक होगी. बनते कामों में बाधा संभव है. प्रयास अधिक करना पड़ेंगे. परिवार में बेवजह कलह हो सकती है. सामंजस्य बैठाएं. व्यवसाय की गति एक दम धीमी रहेगी.

मिथुन राशि:- मेहनत का फल पूरा-पूरा मिलेगा. सामाजिक पूछ-परख बढ़ेगी. रुके काम पूर्ण होंगे. प्रसन्नता में वृद्धि होगी. परिवार का सहयोग प्राप्त होगा. धनलाभ सहज ही होगा. कार्यकुशलता का विकास होगा. जल्दबाजी से बचें.

कर्क राशि:- पुराने भूले-बिसरे मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी. मनोनुकूल सूचना प्राप्ति होगी. विवाद न करें. किसी व्यक्ति का व्यवहार मनोनुकूल नहीं रहेगा. स्वास्थ्य का ध्यान रखें. वरिष्ठ व्यक्तियों की सलाह मानें.

सिंह राशि:- रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे. भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी. जोखिम लेने का साहस कर पाएंगे. कोई बड़ी समस्या का हल मिल सकता है. प्रसन्नता रहेगी. आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं. थकान तथा आलस्य रह सकते हैं.

कन्या राशि:- अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे. कर्ज लेना पड़ सकता है. पुराना रोग परेशान कर सकता है. वाणी में संयम आवश्यक है. बनते काम बिगड़ सकते हैं. अपरिचित व्यक्ति की बातों में न आएं. विवेक से कार्य करें. व्यवसाय ठीक चलेगा. धनार्जन होगा.

तुला राशि:- रुका हुआ धन नही मिलेगा. प्रयास सफल रहेंगे. यात्रा में सावधानी रखें. घर-बाहर से सहयोग मिलेगा. लाभ में वृद्धि होगी. किसी आनंदोत्सव भाग लेने का अवसर मिल सकता है. संचित धन में वृद्धि होगी. कर्ज नही चुका पाएंगे. प्रसन्नता रहेगी.

वृश्चिक राशि:- नई आर्थिक नीति लागू करने का साहस जुटा पाएंगे. कार्यस्थल पर परिवर्तन होगा. विरोध होगा. वाणी पर नियंत्रण रखें. मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. नए अनुबंध हो सकते हैं. मातहतों का सहयोग मिलेगा.

धनु राशि:- राजकीय बाधा  होगी. किसी प्रभावशाली व्यक्ति से मुलाकात होगी. घर-परिवार की चिंता रहेगी. दूसरों के काम में दखल देने से बचें. व्यवसाय ठीक चलेगा. पार्टनरों से मतभेद कम होंगे. जल्दबाजी न करें.

मकर राशि:- चोट व दुर्घटना से हानि हो सकती है. विशेषकर स्त्रियां सावधानी से रहें. स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा. किसी अपने ही व्यक्ति का व्यवहार ठीक नहीं रहेगा. कीमती वस्तुएं संभालकर रखें. दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं. बड़ों के मार्गदर्शन से लाभ होगा.

कुम्भ राशि:- राजकीय सहयोग प्राप्त होगा. शारीरिक कष्ट संभव है. जल्दबाजी न करें. उत्तेजना पर नियंत्रण रखें. विवेक का प्रयोग करें. पारिवारिक सहयोग समय पर प्राप्त होगा. कार्यसिद्धि होगी. प्रसन्नता रहेगी.

मीन राशि:- चोट व दुर्घटना आदि से बड़ी हानि हो सकती है. दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं. पुराना रोग बाधा का कारण बन सकता है. अपरिचित लोगों पर विश्वास न करें. व्यवसाय ठीक नही चलेगा. आय बनी रहेगी. परिवार में कोई मांगलिक कार्य की योजना बनेगी. चिंता रहेगी.
 * आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 7879372913

* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-