बुध की वक्री चाल और आपके पैसों पर असर, आम भारतीयों के लिए एक चेतावनी

बुध की वक्री चाल और आपके पैसों पर असर, आम भारतीयों के लिए एक चेतावनी

प्रेषित समय :21:07:12 PM / Sun, Jul 27th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

इस वर्ष 18 जुलाई से 11 अगस्त 2025 के बीच बुध ग्रह सिंह राशि में वक्री गति में है, और इस स्थिति ने न केवल वैश्विक निवेशकों और व्यापारियों को चौंकाया है, बल्कि आम भारतीय नागरिकों की दैनिक आर्थिक गतिविधियों पर भी गंभीर असर डाला है. परंपरागत ज्योतिष के अनुसार, जब बुध वक्री होता है तो संचार, निर्णय क्षमता, लेन-देन और दस्तावेजों से जुड़े क्षेत्रों में गड़बड़ियाँ होने लगती हैं. यही वजह है कि इसे आम बोलचाल में ‘पैसे की उलझन’ या ‘वित्तीय भ्रम’ का काल कहा गया है.

भारतीय संदर्भ में यह स्थिति विशेष रूप से उन लोगों को प्रभावित कर रही है जो व्यवसाय में भागीदारी करते हैं, तकनीकी क्षेत्र में कार्यरत हैं, या जिन्होंने हाल ही में किसी लोन, निवेश या प्रॉपर्टी से संबंधित निर्णय लिया है. जो लोग डिजिटल माध्यमों से भुगतान करते हैं, उनके लिए यह अवधि बैंकिंग तकनीकी गड़बड़ियों या फ्रॉड जैसी स्थितियाँ भी ला सकती है. कई लोगों ने इस दौरान गलती से गलत खाते में पैसे भेज दिए, या निवेश के फैसले जल्दबाजी में ले लिए जो बाद में भारी पड़े.

बुध वाणी, तर्क और बुद्धि का कारक है. जब यह उल्टी चाल चलता है, तो व्यक्ति की सोच में अस्पष्टता और हड़बड़ी आ जाती है. पारंपरिक ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि इस वक्री अवधि में किया गया कोई भी आर्थिक अनुबंध, हस्ताक्षर या नया व्यावसायिक गठबंधन आगे चलकर विवाद का कारण बन सकता है. विशेषकर कन्या, मिथुन, कर्क और तुला राशि वाले लोगों के लिए यह समय अपने वित्तीय कदम बहुत सोच-समझ कर रखने का है.

साथ ही, बुध की यह उल्टी चाल शनि की वक्री चाल के साथ मिलकर एक ऐसा द्वंद्व पैदा कर रही है जो भारत के आर्थिक दृष्टिकोण में धीमापन, अस्थिरता और जनमानस में असुरक्षा का वातावरण खड़ा कर सकती है. इसका असर आम नौकरीपेशा लोगों पर भी पड़ेगा—जहाँ वेतन में देरी, कार्यस्थल पर गलतफहमियाँ या प्रमोशन में बाधा जैसी घटनाएँ घट सकती हैं. वहीं, छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सही रणनीति अपनाने की सख्त ज़रूरत है क्योंकि निर्णय क्षमता पर ग्रहों का दबाव रहेगा.

ज्योतिषियों की सलाह है कि इस समय नया निवेश, शेयर बाजार में भारी दांव, बैंक से कर्ज़ लेने जैसी गतिविधियां टाली जाएँ और पुराने लेन-देन की दोबारा जांच अवश्य करें. यह समय आत्मनिरीक्षण और ‘वित्तीय ब्रेक’ लेने का है, न कि जोखिम उठाने का. बुध वक्री रहते हुए अपने प्रभाव छोड़ता है, लेकिन अगर सावधानी बरती जाए तो आप अनावश्यक हानि से खुद को बचा सकते हैं.

अतः यदि आप एक आम भारतीय हैं और आपकी आर्थिक स्थिति पहले से ही दबाव में है, तो बुध वक्री काल में सोच-समझकर कदम उठाना न केवल एक समझदारी भरा निर्णय होगा, बल्कि आपके मानसिक शांति के लिए भी आवश्यक है. बुध के मार्गी होने तक धैर्य, विवेक और पुनः परीक्षण की आदत ही सबसे बड़ा उपाय है.

बुध ग्रह की वक्री गति इस समय सिंह राशि में चल रही है और यह अवधि संचार, वित्त, काग़ज़ी कार्यों, बैंकिंग व्यवहार और मानसिक स्पष्टता को प्रभावित करती है. भारतीय ज्योतिष में बुध बुद्धि, व्यापार, लेखन, निर्णय क्षमता और धन के प्रबंधन से जुड़ा हुआ ग्रह है. जब यह वक्री होता है, तो ये सारे क्षेत्र भ्रम और देरी की चपेट में आ सकते हैं.

अब जानते हैं कि राशि अनुसार इसका प्रभाव और सावधानियां क्या होंगी:

मेष (Aries):
प्रभाव: नौकरी में संचार में गलतफहमी, आर्थिक फैसलों में अस्थिरता.
सावधानी: शेयर बाजार, ऑनलाइन निवेश से दूरी रखें. पुराने कर्ज़ चुकाने पर ध्यान दें.
उपाय: हरे मूंग का दान करें और बुधवार को तुलसी में जल चढ़ाएं.

वृषभ (Taurus):
प्रभाव: पारिवारिक खर्च बढ़ सकते हैं, घर खरीद-बिक्री में रुकावट.
सावधानी: संपत्ति से जुड़ा कोई भी नया करार टालें.
उपाय: गणेश स्तोत्र का पाठ करें और हरे वस्त्र धारण करें.

मिथुन (Gemini):
प्रभाव: यह स्वयं बुध की राशि है—इसलिए सबसे अधिक असर. यात्रा में खर्च, गलत निर्णय का खतरा.
सावधानी: impulsive खरीददारी और कर्ज से बचें.
उपाय: बुद्ध के बीज मंत्र का जाप करें – "ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः"

कर्क (Cancer):
प्रभाव: गुप्त खर्चों में वृद्धि, बीमा या टैक्स संबंधित गलतियाँ हो सकती हैं.
सावधानी: कोई भी वित्तीय अनुबंध बिना दोबारा पढ़े न करें.
उपाय: गाय को हरा चारा खिलाएं.

 सिंह (Leo):
प्रभाव: स्वयं राशि में बुध वक्री होने से मानसिक भ्रम, आत्मविश्वास में कमी, धन का नुकसान.
सावधानी: निवेश या व्यापार में कोई नया कदम न उठाएं, किसी की सलाह जरूर लें.
उपाय: बुधवार को दुर्गा सप्तशती का पाठ करें.

कन्या (Virgo):
प्रभाव: यह भी बुध की राशि है — लाभ में देरी, खर्च अधिक.
सावधानी: निवेश योजनाओं में संशोधन करें, ज़रूरत से ज़्यादा खर्च से बचें.
उपाय: बुधवार को हरे रंग की मिठाई दान करें.

तुला (Libra):
प्रभाव: सामाजिक संबंधों से जुड़े खर्च बढ़ सकते हैं, सहयोगी धोखा दे सकते हैं.
सावधानी: उधारी न दें, दस्तावेजों की सावधानी से जांच करें.
उपाय: बुधवार को गाय को गुड़ और हरा चारा दें.

वृश्चिक (Scorpio):
प्रभाव: करियर में भ्रम, योजनाओं में बाधा, वरिष्ठों से असहमति.
सावधानी: प्रमोशन या जॉब चेंज का निर्णय स्थगित रखें.
उपाय: राहु मंत्र का जाप करें – "ॐ रां राहवे नमः"

धनु (Sagittarius):
प्रभाव: उच्च शिक्षा या विदेश यात्रा के खर्च में रुकावट.
सावधानी: शिक्षा व वीजा संबंधित कागजात ध्यान से भरें.
उपाय: पीपल के पेड़ की पूजा करें.

मकर (Capricorn):
प्रभाव: बीमा, वसीयत, टैक्स या पैतृक संपत्ति से जुड़े विवाद हो सकते हैं.
सावधानी: दस्तावेज़ों को दोबारा जांचें, भावनाओं में आकर हस्ताक्षर न करें.
उपाय: शनिवार को तिल के तेल का दीपक जलाएं.

 कुंभ (Aquarius):
प्रभाव: जीवनसाथी से धन या निर्णय को लेकर टकराव, भागीदारी में गलतफहमी.
सावधानी: व्यापारिक साझेदारी में नया निवेश टालें.
उपाय: शिवलिंग पर जल और दूर्वा चढ़ाएं.

 मीन (Pisces):
प्रभाव: स्वास्थ्य पर खर्च, कर्मचारी या सहकर्मियों से विवाद.
सावधानी: मेडिकल खर्च व इंश्योरेंस डील्स को समझदारी से देखें.
उपाय: हरे पत्तों वाली सब्जी गरीब को दान करें.

सामान्य सलाह सभी के लिए:
बैंकिंग व UPI ट्रांजैक्शन में सावधानी बरतें.

रसीदें और करार-पत्र दोबारा पढ़ें.

नई जॉब, बड़ा निवेश या वाहन खरीद को बुध के मार्गी होने (11 अगस्त 2025) तक टालें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-