बिजनौर. यूपी के बिजनौर जि़ले के नजीबाबाद क्षेत्र के गांव कनकपुर कलां में मंगलवार की शाम फूड प्वाइजनिंग का बड़ा मामला सामने आया है. गांव में खुले में बिक रही चाट खाने के कुछ घंटे बाद ही लगभग तीन दर्जन ग्रामीण अचानक बीमार हो गए, जिनमें अधिकांश संख्या मासूम बच्चों की थी.
शाम के करीब सात बजे गांव के कई लोग चाट खाकर लौटे ही थे कि रात आठ बजे के आसपास उल्टी और दस्त की शिकायतें शुरू हो गईं. शुरुआत में इसे आम बीमारी समझा गया, लेकिन जैसे-जैसे पीडि़तों की संख्या बढ़ती गई, गांव में अफरा-तफरी मच गई.
5 बच्चों की हालत गंभीर
बीमार लोगों को तत्काल समीपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों की टीम ने उपचार शुरू किया. पांच बच्चों की हालत गंभीर होने पर उन्हें जिला अस्पताल बिजनौर के लिए रेफर कर दिया गया. बीमार बच्चों की उम्र चार से सात वर्ष के बीच है. पीडि़तों में मुलफैज, इल्मा, सनूबी, अरहमा, अली, रेशमा, आलिया, अलीना, नगमा, समरीन, अफीफा, यासमीन और नरगिस जैसे कई नाम शामिल हैं. इनके अलावा गांव के अन्य परिवारों में भी उल्टी-दस्त के लक्षण तेजी से फैलते नजर आए.
कुछ घंटों में बिगड़ी तबीयत
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में एक व्यक्ति द्वारा चाट बेची जा रही थी, जिसे शाम को कई बच्चों और महिलाओं ने खाया था. खाने के 2-3 घंटे बाद ही पेट दर्द, मतली और दस्त की समस्या शुरू हो गई, जिससे फूड प्वॉयजनिंग की आशंका गहराने लगी.
सीओ व थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे
मामले की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं. सीओ नितेश प्रताप सिंह और थाना प्रभारी धीरज सोलंकी अपनी टीम के साथ गांव पहुंचे और पीडि़तों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने में मदद की. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. इंद्राज सिंह, डॉ. नवनीत और डॉ. दिलशाद अहमद ने मोर्चा संभालते हुए सभी मरीजों का इलाज शुरू किया. डॉक्टरों ने बताया कि यह मामला स्पष्ट तौर पर फूड प्वॉयजनिंग का है और सभी मरीजों की निगरानी की जा रही है.

