Aaj Ka Din: गुरुवार, 31 जुलाई 2025, भक्त हो तो तुलसीदास जैसा, भक्ति रामचरितमानस जैसी!

Aaj Ka Din: गुरुवार, 31 जुलाई 2025, भक्त हो तो तुलसीदास जैसा, भक्ति रामचरितमानस जैसी!

प्रेषित समय :20:27:50 PM / Wed, Jul 30th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर (व्हाट्सएप- 8875863494)
* तुलसीदास जयन्ती - 31 जुलाई 2025
* सप्तमी तिथि प्रारम्भ - 31 जुलाई 2025 को 02:41 बजे
* सप्तमी तिथि समाप्त - 1 अगस्त 2025 को 04:58 बजे

रामचरितमानस जन-जन का आदर्श धर्मग्रंथ है. जनसाधारण की भाषा और भावना का आकर्षक संगम है- रामचरितमानस!
श्रीरामभक्ति ने तुलसीदास को धर्मजगत में जो स्थान और सम्मान दिया है वह किसी के लिए भी संभव नहीं है. कितना सुखद क्षण रहा होगा जब तुलसीदास के गुरु ने बचपन में ही उनका नाम- रामबोला रखा था! सत्य है- भक्त हो तो तुलसीदास जैसा और भक्ति हो तो रामचरितमानस जैसी!
तुलसीदास का जन्म संवत् 1554  श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी के दिन वर्तमान उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के राजपुर गाँव में हुआ. इनके पिता का नाम आत्माराम द्विवेदी तथा माता का नाम तुलसी था. जन्म लेते ही राम नाम का उच्चारण करने वाले तुलसीदास के जन्म के समय मुख में पूरे बत्तीस दांत थे. शायद पूर्व जन्म का अधूरा रहा भक्तिकर्म पूरा करने ही धरती पर आए थे- तुलसीदास!
इस बालक की विचित्र प्रतिभा से प्रभावित होकर माता-पिता ने उन्हे अपनी सेविका चुनिया को सौंप दिया. जब चुनिया देवलोक चली गई तो इस बालक पर अनंतानंद के शिष्य नरहरि आनंद की दृष्टि पड़ी और वे तुलसीदास को अपने साथ अयोध्या ले गए. नरहरि आनंद ने ही उनका नाम रामबोला रखा था. 
और भक्तिमार्ग पर चल दिए... तुलसीदास का विवाह रत्नावली से हुआ. वे अपनी पत्नी से बहुत प्रेम करते थे. एक बार उनकी पत्नी उनको बिना बताए अपने पीहर चली गई तो उसी रात छिपकर तुलसीदास भी ससुराल पहुंच गए. इस घटना से उनकी पत्नी को बहुत शर्मिंदगी का अनुभव हुआ और उन्होंने तुलसीदास से कहा कि- मेरा शरीर तो मिट्टी का पुतला है. जितना तुम इस शरीर से प्रेम करते हो यदि उससे आधा भी भगवान श्रीराम से करोगे तो इस संसार के मायाजाल से मुक्त होकर अमर हो जाओगे! 
उस सुवर्णक्षण के वचन ने तुलसीदास का जीवन ही बदल दिया और वे चल पड़े रामभक्ति की अनंत यात्रा पर!
तीर्थयात्रा के दौरान महावीर हनुमान की कृपा से उन्हें भगवान श्रीराम के दर्शन हुए और उसके बाद उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन श्रीराम महिमा लेखन को अर्पित कर दिया.
रामचरितमानस तुलसीदास की प्रतिष्ठा है, पहचान है, लेकिन इसके अलावा उन्होंने अनेक जनभक्ति ग्रंथ- कवितावली, दोहावली, गीतावली, विनय पत्रिका आदि की भी रचना की. तुलसीदास का लेखन अवधी और ब्रज भाषा दोनों में मिलता है. जन-जन को सर्वाधिक प्रभावित करने वाले ग्रंथ रामचरितमानस की रचना प्रचलित लोकभाषा में दोहा, चौपाई, कविता, पद लेखन आदि जनप्रिय गीति शैली में हुई है. इसी जनप्रिय भाषा शैली ने रामचरितमानस और तुलसीदास को अमर कर दिया है!

श्री त्रिपुरा सुंदरी दैनिक धर्म-कर्म पंचांग-चौघड़िया : 31 जुलाई 2025
शक सम्वत 1947, विक्रम सम्वत 2082, अमान्त महीना श्रावण, पूर्णिमान्त महीना श्रावण, वार गुरुवार, पक्ष शुक्ल, तिथि सप्तमी - 04:58, (1 अगस्त 2025) तक, नक्षत्र चित्रा - 00:41, (1 अगस्त 2025) तक, योग साध्य - 04:32, (1 अगस्त 2025) तक, करण गर - 15:47 तक, द्वितीय करण वणिज - 04:58, (1 अगस्त 2025) तक, सूर्य राशि कर्क, चन्द्र राशि कन्या - 11:15 तक, राहुकाल 14:18 से 15:57, अभिजित मुहूर्त 12:12 से 13:05

दैनिक चौघड़िया- 31 जुलाई 2025, गुरुवार

दिन का चौघड़िया

शुभ - 06:02 से 07:41
रोग - 07:41 से 09:20
उद्वेग - 09:20 से 10:59
चर - 10:59 से 12:38
लाभ - 12:38 से 14:18
अमृत - 14:18 से 15:57
काल - 15:57 से 17:36
शुभ - 17:36 से 19:15
रात्रि का चौघड़िया
अमृत - 19:15 से 20:36
चर - 20:36 से 21:57
रोग - 21:57 से 23:18
काल - 23:18 से 00:39
लाभ - 00:39 से 02:00
उद्वेग - 02:00 से 03:20
शुभ - 03:20 से 04:41
अमृत - 04:41 से 06:02 

* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.

* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, विभिन्न पंचांगों, धर्मग्रथों से साभार ली गई है, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
आज का राशिफल -
मेष राशि:- आज खान-पान पर नियंत्रण जरूरी है. व्यर्थ के दिखाओं से दूर रहें. मानसिक शांति की तलाश में रहेंगे. संतान के विवाह में विलंब से चिंता होगी. कोर्ट से जुड़े कार्य आज पूरे होंगे. व्यवसाय में कोशिशों के बावजूद मंदी रहेगी

वृष राशि:- काम की अधिकता रहेगी. नौकरी में मनचाहा स्थानांतरण व पदोन्नति के भी योग बन रहे हैं. आर्थिक निवेश सोच-समझकर करें. पारिवारिक कार्यों मे आप की पूछ परख बढ़ेगी.

मिथुन राशि:- आज आपको पत्नी से सहयोग व समर्थन मिलेगा. व्यवसाय में उन्नति संभव है. कारोबार में कुछ नवीन योजनाएं बनेंगी. आपके द्वारा लिए गए निर्णय गलत साबित होंगे.

कर्क राशि:- सामाजिक आयोजनों में आप की प्रशंसा होगी. व्यापार, व्यवसाय में लाभदायक सौदे आत्मबल बढ़ाएंगे. आज साहस, पराक्रम बढ़ेगा. धर्म ग्रंथों के पठन-पाठन में अभिरुचि बढ़ेगी.

सिंह राशि:- आप बहूत जल्दी दूसरों के विश्वास में आ जाते हैं, सतर्क रहें. विपरीत परिस्थितियों से दृढ़ता से सामना कर सकेंगे. व्यापार में परेशानियों का अंत होगा. प्रेम प्रसंग के योग है. उधार लिये गए पैसे केसे चुकाएंगे, इसी सोच में परेशान रहेंगे.

कन्या राशि:- आपकी दिनचर्या में आये बदलाव से निजी कार्य प्रभावित होंगे. परिवार में मांगलिक अवसर आएंगे. व्यवसाय में लाभ के योग बन रहे हैं. नौकरों पर नजर रखें.

तुला राशि:- आज रुका धन मिलने से धन संग्रह बढ़ेगा. आत्मविश्वास के बल बुते आगे बढेंगे. पारिवारिक सुख-संतोष बना रहेगा. मनोरंजन के कार्यों में रुचि बढ़ेगी. आज अपनी वस्तुएं संभालकर रखें.

वृश्चिक राशि:- अपने स्वास्थ के प्रति आप कितने लापरवाह हैं. किसी नए व्यापार में निवेश करने के योग हैं. आज विद्वानों के साथ रहने का अवसर मिलेगा. लाभदायक सौदे होंगे. प्रसिद्धि मिलेगी.

धनु राशि:- अपने संबंधों के प्रति आप लापरवाही कर रहे हैं. व्यवसाय में विकास की योजनाएं बन सकती है. आर्थिक अनुकूलता रहने से सुख साधन बढ़ेंगे. निजी जीवन में भागदौड़ के बाद सफलता की संभावना है. आपके लिए शनिदेव की आरधना लाभदायक रहेगी.

मकर राशि:- नौकरी में बदलाव चाहते हैं, पर फैसला लेने में असमंजस्य की स्थिति रहेगी. साहित्य पठन में रुचि बढ़ेगी. संतान के भविष्य की चिंता रहेगी. कारोबार में सोच-समझकर लिए गए निर्णय शुभ फल देंगे.

कुम्भ राशि- समय का सदुपयोग करे. अपनी संगत बदलें. दूसरों की उन्नति से दुखी ना हों. आप मेहनत करें और संकुचित मानसिकता को बदलें. व्यापार में हर किसी पर विश्वास ना करें. अपनों से प्रतिस्पर्धा से बचें. कानूनी विवाद पक्ष में हल होंगे.

मीन राशि:- समय पर काम ना होने से मन अशांत रहेगा. कलात्मक कार्यों का प्रतिफल मिलेगा. व्यापारिक नवीन योजनाएं बनेंगी. निर्माण कार्य में सुधार होगा. जीवनसाथी की भावनाओं का अपमान करने से बचें. वैवाहिक जीवन में तनाव रहेगा.
 * आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 7879372913

* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-