मुंबई. बॉलीवुड और टीवी की दुनिया में, अभिनेत्रियाँ अब सिर्फ अपनी फिल्मों या सीरियल्स की वजह से चर्चा में नहीं हैं, बल्कि अपनी व्यक्तिगत प्राथमिकताओं—जैसे फिटनेस, मानसिक स्वास्थ्य और आत्म-संतुलन—के लिए भी समाज को प्रेरित कर रही हैं. दीपिका पादुकोण से लेकर श्वेता तिवारी तक, अब ये महिलाएं अपनी जीवनशैली को न केवल जिए जा रही हैं, बल्कि उसे साझा कर एक सांस्कृतिक बदलाव की ओर इशारा कर रही हैं.
दीपिका पादुकोण: मानसिक स्वास्थ्य पर मुखरता बनी जन-जागरूकता का स्रोत
दीपिका ने जहां एक समय अवसाद से जूझने की बात सार्वजनिक की, वहीं आज उनकी "Live Love Laugh" फाउंडेशन मानसिक स्वास्थ्य को लेकर भारत में एक अहम पहल बन चुकी है. यह साहसिक कदम न सिर्फ उनके फैंस को ताकत देता है, बल्कि पूरे समाज को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में सोचने पर मजबूर करता है.
दीपिका का योग, डायट और अनुशासित दिनचर्या को लेकर स्टैंड अब वेलनेस का एक रोल मॉडल बन चुका है.
श्वेता तिवारी: उम्र को मात देती फिटनेस जर्नी
44 की उम्र में श्वेता तिवारी ने जिस तरह से खुद को मेंटेन किया है, वह सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय है. पिलेट्स, फंक्शनल ट्रेनिंग और बॉडी पॉज़िटिविटी को लेकर उनके वीडियोज़ लाखों बार देखे जाते हैं. श्वेता के मुताबिक, "खूबसूरती कैमरे से नहीं, आत्म-सम्मान से आती है."
उनकी यह सोच और दिनचर्या उन महिलाओं के लिए प्रेरणा बन रही है, जो पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते खुद को प्राथमिकता नहीं दे पातीं.
करीना कपूर खान: माँ बनने के बाद भी ग्लो और बैलेंस
करीना, जो एक वर्किंग मदर और दो बच्चों की माँ हैं, अपनी डायट, योगा और "मॉम फिट" स्टाइल के लिए युवतियों और नवमाताओं में बेहद लोकप्रिय हैं. करीना का कहना है, "मातृत्व आपको थका नहीं सकता, वह आपको सशक्त बनाता है."
उनका पॉडकास्ट "What Women Want" आज वेलनेस और वुमनहुड की खुली बातचीत का मंच बन चुका है.
मलाइका अरोड़ा: योग और आत्म-संवेदना की ब्रांड एम्बेसडर
मलाइका अरोड़ा 50 की उम्र के करीब हैं लेकिन उनकी फिटनेस, फ्लेक्सिबिलिटी और वेलनेस जीवनशैली किसी बीस साल की लड़की को भी प्रेरित कर सकती है. योगाभ्यास, आयुर्वेदिक खान-पान और आत्म-संवाद उनकी जिंदगी के अहम हिस्से हैं. उनका इंस्ट्राग्राम अब केवल ग्लैमर नहीं, बल्कि हेल्दी लाइफस्टाइल की गाइडबुक है.
टेलीविज़न जगत भी पीछे नहीं
टीवी की दुनिया की अभिनेत्रियाँ भी इस ट्रेंड में बढ़-चढ़ कर भाग ले रही हैं.
दिव्यांका त्रिपाठी की ट्रेकिंग और स्पोर्ट्स में रुचि,
हिना खान की हाई इंटेंसिटी ट्रेनिंग,
और सुरभि चांदना का मेडिटेशन और माइंडफुलनेस के लिए समर्पण—ये सभी उदाहरण यह बताते हैं कि टीवी अभिनेत्रियाँ भी अब सिर्फ रोल निभाने तक सीमित नहीं हैं, वे अब हेल्थ रोल मॉडल बन चुकी हैं.
क्या कहता है समाज?
आज की युवा पीढ़ी न केवल इन सेलिब्रिटीज़ को फॉलो करती है, बल्कि उनके फिटनेस और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सजग निर्णयों से भी प्रभावित होती है. जिम, योगा क्लासेस, माइंडफुलनेस ऐप्स और हेल्थ डाइट इंडस्ट्री में अचानक उछाल आना इस चलन का स्पष्ट संकेत है.
एक वेलनेस एक्सपर्ट के अनुसार, "जब पब्लिक फिगर्स अपनी कमजोरियों को स्वीकार कर खुद को बेहतर बनाने की दिशा में कदम उठाते हैं, तो आम आदमी भी शर्म नहीं करता खुद को बेहतर करने में."
पर्सनल से पब्लिक तक का सफर, एक प्रेरणादायक परिवर्तन
अभिनेत्रियाँ अब सिर्फ पर्दे की सुंदरता नहीं, जीवन की सुंदरता का भी पर्याय बन चुकी हैं. उनका यह निजी बदलाव, सार्वजनिक प्रेरणा बन कर देश की लाखों महिलाओं को यह यकीन दिला रहा है कि स्वस्थ रहना अब सिर्फ ज़रूरत नहीं, अधिकार है.
और शायद यही बदलाव आधुनिक भारत की सबसे सुंदर तस्वीर भी है—जहाँ ग्लैमर और स्वास्थ्य, आत्मबल और सफलता साथ चलते हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

