भोपाल-रामगंज प्रोजेक्ट के जरखेड़ा से शामपुर तक रेल सेफ्टी कमिश्नर ने 125 KMPH से किया ट्रायल

भोपाल-रामगंज प्रोजेक्ट के जरखेड़ा से शामपुर तक रेल सेफ्टी कमिश्नर ने 125 KMPH से किया ट्रायल

प्रेषित समय :13:18:00 PM / Fri, Aug 1st, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल रेल मंडल के भोपाल-रामगंज मंडी नई रेलवे लाइन परियोजना के अंतर्गत जरखेड़ा से शामपुर सेक्शन का कमीशनिंग मध्य वृत्त के रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) मनोज अरोरा द्वारा गुरुवार 31 जुलाई को किया गया.

 उल्लेखनीय है कि 276 किलोमीटर लंबी भोपाल-रामगंज मंडी नई रेल परियोजना की कुल लागत 3,035 करोड़ है. इस परियोजना में भोपाल से ब्यावरा तक 111 किलोमीटर का क्षेत्र भोपाल मंडल के अंतर्गत आता है, जबकि शेष खंड कोटा मंडल में आता है. वर्तमान में संत हिरदाराम नगर से निशातपुरा डी केबिन तक रेल सेवा का संचालन किया जा रहा है. रेल सेफ्टी कमिश्नर ने किया जरखेड़ा से शामपुर तक नवनिर्मित रेललाइन का निरीक्षण, परियोजना से जुड़े मध्य प्रदेश, राजस्थान के भोपाल, सीहोर, राजगढ़, झालावाड़ और कोटा जिले इससे जुड़े हुए हैं.

125 किमी/घंटा की गति से सफल स्पीड ट्रायल किया

जरखेड़ा से शामपुर सेक्शन की कुल दूरी 11 किमी है. सीआरएस मनोज अरोड़ा ने इस नवनिर्मित रेललाइन पर ट्रायल से पूर्व मोटर ट्राली द्वारा विस्तृत निरीक्षण किया, साथ ही जरखेड़ा स्टेशन यार्ड का विधिवत परीक्षण किया. इसके बाद, सीआरएस ने जरखेड़ा से शामपुर सेक्शन में अधिकतम 125 किमी/घंटा की गति से सफल स्पीड ट्रायल किया.

नई लाइन परियोजना की मुख्य विशेषताएं

- इस परियोजना में मध्य प्रदेश और राजस्थान राज्य शामिल हैं एवं 5 जिले- भोपाल, सीहोर, राजगढ़, झालावाड़ और कोटा इससे जुड़े हुए हैं.
- यह लाइन माल और यात्री परिवहन दोनों के लिए महत्वपूर्ण होगी, जिससे रेल कनेक्टिविटी बेहतर होगी और यात्रा समय में 3 घंटे की बचत होगी.
- झालावाड़ (राजस्थान) के कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट के लिए कोयले की आवागमन लागत कम होगी.
- ब्यावरा-झालावाड़ मार्ग के बजाय यह नया मार्ग 42 किमी छोटा होगा, जिससे ईंधन और समय की बचत होगी.
- घाटोली स्टेशन के पास स्थित प्रसिद्ध केलकेरा मंदिर तक स्थानीय यात्रियों की पहुंच सुगम हो जाएगी.
- भोपाल मंडल में 111 किमी रेल लाइन और 12 स्टेशनों के निर्माण के लिए 1,255 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है.
- इस परियोजना को दिसंबर 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-