मुंबई (अनिल बेदाग): बेल्जियम में आयोजित विश्व प्रसिद्ध टुमॉरोलैंड म्यूज़िक फेस्टिवल में एक ऐसा नज़ारा देखने को मिला, जिसने फैशन प्रेमियों और बॉलीवुड फैंस को चौंका दिया। भीड़ के बीच जैसे ही कन्नड़ स्टार पारुल यादव नज़र आईं, लोगों ने उन्हें बॉलीवुड की बेबो, यानी करीना कपूर खान समझ लिया। उनके स्टाइल, आत्मविश्वास और चार्म ने लोगों को भ्रमित कर दिया और देखते ही देखते पारुल सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगीं।
एक बोल्ड और फ्यूचरिस्टिक ड्रेस में, पारुल जैसे ही फेस्टिवल में दाख़िल हुईं, लोग उन्हें घेरने लगे। चारों ओर से एक ही सवाल गूंज रहा था – "क्या ये करीना हैं?" कई लोगों ने तो पुष्टि किए बिना ही उनके साथ सेल्फी ली और "बेबो मोमेंट" के नाम से अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर तस्वीरें पोस्ट कर दीं। इंस्टाग्राम और ट्विटर पर कमेंट्स की बाढ़ आ गई — "करीना की हमशक्ल बेल्जियम में!" और "ये पारुल है या बेबो?"
पारुल यादव ने इस स्थिति को बेहद सहजता और आत्मीयता से लिया। उन्होंने मंच के पीछे मीडिया से मुस्कुराते हुए कहा, “सच कहूं तो ये थोड़ा हैरान करने वाला था, लेकिन दिल को बहुत अच्छा भी लगा। करीना एक शानदार कलाकार हैं और अगर लोग मुझमें उनकी झलक देख रहे हैं तो मैं इसे अपनी तारीफ़ मानती हूं।”
इस घटना ने न केवल पारुल के ग्लोबल आकर्षण को उजागर किया बल्कि यह भी साबित कर दिया कि वह ग्लैमर और स्क्रीन प्रेज़ेंस में किसी भी बॉलीवुड स्टार से कम नहीं हैं। कन्नड़ सिनेमा में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराने के बाद, यह घटना उनके अंतरराष्ट्रीय पहचान की ओर एक और कदम साबित हो सकती है।
सोशल मीडिया पर पारुल की तस्वीरों की तुलना करीना कपूर की पुरानी तस्वीरों से की गई, जिससे यह बात और मज़बूती से सामने आई कि पारुल के अंदर भी वह स्टार अपील है, जो दर्शकों को बरबस आकर्षित कर लेती है।
फैशन और फिल्मी गलियारों में इस मामले की ख़ासी चर्चा है, और कयास लगाए जा रहे हैं कि बॉलीवुड निर्माता-निर्देशक भी अब पारुल की ओर ध्यान देंगे। एक तरफ़ जहां यह एक मज़ेदार संयोग था, वहीं यह पारुल की पर्सनैलिटी का प्रमाण भी है कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस तरह का प्रभाव छोड़ा।
अंततः, भले ही बेल्जियम की भीड़ ने उन्हें करीना समझने की भूल की हो, लेकिन पारुल ने यह साबित कर दिया कि वह खुद में एक ब्रांड हैं – आत्मविश्वासी, ग्लैमरस और पूरी तरह से अनोखी।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

