सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम ने हाल ही में अपने यूजर्स के लिए कई नए फीचर्स पेश किए हैं, जिनका उद्देश्य प्लेटफॉर्म पर इंटरैक्शन बढ़ाना और ट्रेंडिंग कंटेंट तक पहुंच को आसान बनाना है. मेटा के स्वामित्व वाले इस ऐप में किए गए बदलावों में सबसे प्रमुख हैं—सार्वजनिक रील्स और पोस्ट को सीधे साझा करने की सुविधा, दोस्तों का लोकेशन ट्रैक करने की क्षमता और ट्रेंडिंग कंटेंट की खोज के लिए उन्नत सर्च टूल. हालांकि, इन नए फीचर्स को लेकर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. जहां कुछ यूजर्स इन बदलावों को उपयोगी और इंटरैक्शन बढ़ाने वाला मान रहे हैं, वहीं कई लोगों ने इसे विवादास्पद करार देते हुए अन्य प्लेटफॉर्म्स की नकल बताया है.
सबसे अधिक चर्चा में है इंस्टाग्राम का नया ‘रीसेंटर रील्स शेयरिंग’ फीचर, जिसे यूजर्स ट्विटर (अब X) के “रिट्वीट” विकल्प की तरह देख रहे हैं. इस फीचर के जरिए किसी अन्य यूजर की रील या पोस्ट को अपने फॉलोअर्स के साथ सीधे साझा किया जा सकता है, जिससे कंटेंट का प्रसार तेज और व्यापक हो जाता है. समर्थकों का कहना है कि इससे उभरते क्रिएटर्स को अधिक एक्सपोज़र मिलेगा और उनके कंटेंट को वायरल होने का बेहतर मौका मिलेगा. लेकिन आलोचकों का तर्क है कि इंस्टाग्राम अपनी मौलिक पहचान खो रहा है और लगातार अन्य प्लेटफॉर्म्स की लोकप्रिय सुविधाओं की नकल कर रहा है, जिससे यूजर अनुभव में भ्रम की स्थिति बन सकती है.
नया लोकेशन ट्रैकिंग फीचर भी बहस का केंद्र बना हुआ है. इसके जरिए यूजर्स अपने दोस्तों के लोकेशन अपडेट्स रियल-टाइम में देख सकते हैं. हालांकि यह फीचर उन लोगों के लिए उपयोगी हो सकता है जो अक्सर यात्रा करते हैं या एक-दूसरे से मिलना चाहते हैं, लेकिन गोपनीयता के लिहाज से यह कई सवाल खड़े करता है. साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि लोकेशन शेयरिंग के दौरान हैकिंग और स्टॉकिंग का खतरा बढ़ सकता है, खासकर यदि यूजर अपने अकाउंट की प्राइवेसी सेटिंग्स पर पर्याप्त ध्यान नहीं देता.
इंस्टाग्राम ने ट्रेंडिंग कंटेंट की खोज को आसान बनाने के लिए भी सर्च फीचर में सुधार किया है. अब यूजर्स सीधे ट्रेंडिंग टॉपिक्स, हैशटैग्स और लोकप्रिय ऑडियो क्लिप्स को सर्च कर सकते हैं. यह बदलाव विशेष रूप से कंटेंट क्रिएटर्स के लिए लाभकारी है, क्योंकि इससे वे आसानी से जान सकते हैं कि वर्तमान में क्या चलन में है और उसी के अनुसार अपनी पोस्ट तैयार कर सकते हैं. हालांकि, कुछ यूजर्स का मानना है कि यह बदलाव प्लेटफॉर्म पर एकरूपता ला देगा, जहां सभी लोग ट्रेंड का अनुसरण करेंगे और मौलिकता में कमी आएगी.
इन फीचर्स के लॉन्च के साथ ही सोशल मीडिया पर #InstagramUpdate और #FeatureCopy जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे. कई यूजर्स ने मीम्स के जरिए इंस्टाग्राम पर व्यंग्य किया, जबकि कुछ ने इसे एक “ऑल-इन-वन” प्लेटफॉर्म बनने की दिशा में सही कदम बताया. मेटा के प्रतिनिधियों का कहना है कि ये अपडेट्स यूजर्स की मांग और बदलते डिजिटल व्यवहार के अनुरूप हैं, और कंपनी लगातार प्लेटफॉर्म को अधिक इंटरैक्टिव और आकर्षक बनाने पर काम कर रही है.
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब इंस्टाग्राम को फीचर कॉपी करने के आरोप झेलने पड़े हों. इससे पहले भी इंस्टाग्राम ने स्नैपचैट के स्टोरीज़ फीचर, टिकटॉक के शॉर्ट वीडियो फॉर्मेट और बीरियल जैसी ऐप के ‘कैंडिड’ पोस्ट कॉन्सेप्ट को अपनाया है. आलोचकों का कहना है कि इस रणनीति से इंस्टाग्राम पर मौलिक नवाचार की कमी दिखती है और यह प्लेटफॉर्म को पहचान के संकट में डाल सकता है.
कुल मिलाकर, इंस्टाग्राम का यह अपडेट सोशल मीडिया की प्रतिस्पर्धी दुनिया में प्लेटफॉर्म की स्थिति मजबूत करने का प्रयास है, लेकिन इसके दीर्घकालिक प्रभाव को लेकर सवाल बने हुए हैं. एक ओर, यह बदलाव यूजर्स को नए तरीकों से कनेक्ट होने और कंटेंट साझा करने का अवसर देता है, वहीं दूसरी ओर यह गोपनीयता, मौलिकता और यूजर अनुभव पर असर डाल सकता है. आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ये फीचर्स इंस्टाग्राम को और लोकप्रिय बनाएंगे या फिर यह केवल एक और ट्रेंड कॉपी करने का उदाहरण बनकर रह जाएंगे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

