बुध कर्क राशि में मार्गी: ग्रह परिवर्तन का गहन विश्लेषण, सभी राशियों पर विस्तृत प्रभाव और शुभ उपाय

बुध कर्क राशि में मार्गी: ग्रह परिवर्तन का गहन विश्लेषण, सभी राशियों पर विस्तृत प्रभाव और शुभ उपाय

प्रेषित समय :21:23:40 PM / Tue, Aug 12th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, तर्कशक्ति, विश्लेषण क्षमता, गणना, व्यापारिक कौशल और संचार के साधनों का कारक माना गया है. यह मनुष्य के निर्णय लेने की क्षमता और संवाद शैली पर सीधा प्रभाव डालता है. 18 जुलाई 2025 को बुध ग्रह कर्क राशि में वक्री हुए थे, जिसके चलते कई राशियों के जातकों को योजनाओं में देरी, संचार में बाधा, गलतफहमियों, व्यावसायिक असंतुलन और मानसिक असमंजस जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ा.

इसके बाद 11 अगस्त 2025 को दोपहर 12:22 बजे बुध मार्गी हुए और अपनी पूर्ण प्रभावशीलता के साथ पुनः सक्रिय हो गए. बुध के मार्गी होने से कई क्षेत्रों में गति और स्पष्टता लौट आई है—व्यापारिक वार्ताएं तेज हुईं, विद्यार्थियों के लिए अध्ययन में एकाग्रता बढ़ी, नौकरी-पेशा वालों को कामकाज में राहत मिली और निजी जीवन में संवाद व तालमेल में सुधार हुआ.
हालांकि ज्योतिषीय दृष्टि से यह प्रभाव हर राशि के लिए एक जैसा नहीं है. जिनकी कुंडली में बुध शुभ भावों का स्वामी है और अनुकूल दशा-अंतरदशा चल रही है, उन्हें इसका अधिक लाभ मिला, वहीं जिनके लिए यह पाप प्रभावी या प्रतिकूल भावों का स्वामी है, उनके लिए यह अवधि सावधानी की मांग करती है. इस गोचर के प्रभाव को समझना और उसके अनुसार उपाय करना, सकारात्मक परिणाम पाने का सबसे सरल तरीका है.

यह विस्तृत राशिफल चंद्र राशि के आधार पर तैयार किया गया है, जिससे आप यह जान सकें कि बुध के मार्गी होने से आपके जीवन के किन क्षेत्रों में परिवर्तन संभावित है और किन बातों पर विशेष ध्यान देना होगा.  

मेष राशि : बुध ग्रह आपकी कुंडली में तीसरे तथा छठे भाव के स्वामी होते हैं और बुध कर्क राशि में मार्गी आपके चतुर्थ भाव में होगा. बुध ग्रह के गोचर को चतुर्थ भाव में सामान्य तौर पर अच्छे परिणाम देने वाला माना जाता है. अब जबकि बुध ग्रह का उदय भी हो चुका है और वह मार्गी हो रहे हैं तो स्वाभाविक है कि चतुर्थ भाव में जाने के परिणाम और अच्छे होंगे. बुध ग्रह का मार्गी होना माता से संबंधित मामलों में अच्छी अनुकूलता देने और दिलाने का प्रयास करेगा. 
उपाय: कबूतरों को दाना चुगाना शुभ रहेगा._*

वृषभ राशि : बुध ग्रह आपकी कुंडली में दूसरे तथा पांचवें भाव के स्वामी होते हैं और यह तीसरे भाव में गोचर करते हुए मार्गी हो रहे हैं. तीसरे भाव में बुध के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा नहीं माना जाता. हालांकि कुछ एक मामलों में अच्छे परिणाम मिल सकते हैं जैसे कि दूसरे भाव का स्वामी अपने से दूसरे भाव में जा रहा है, तो यह आर्थिक मामलों में कुछ हद तक मददगार बन सकता है. पारिवारिक मामलों में भी सामान्य तौर पर यह अपने लेवल पर मदद करना चाहेगा लेकिन तीसरे भाव में बुध के गोचर को भाई बंधुओं के साथ विवाद करवाने वाला कहा गया है. तो ऐसे में संभव हो तो बेकार की बातचीत से बचा जाए. 
उपाय: अस्थमा रोगियों की दवा खरीदने में मदद करें, जो स्वयं दवा खरीदने में असमर्थ हों._*

मिथुन राशि : बुध ग्रह आपकी लग्न या राशि के स्वामी होने के साथ-साथ आपके चौथे भाव के भी स्वामी ग्रह होते हैं और बुध कर्क राशि में मार्गी आपके दूसरे भाव में होगा. क्योंकि दूसरे भाव में बुध के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला माना जाता है तो ऐसे में बुध ग्रह उदित होने के बाद अब मार्गी हो रहे हैं जो सामान्य तौर पर अनुकूल स्थिति कही जाएगी. वस्त्र और आभूषण की प्राप्ति करवाने में बुध का मार्गी होना आपके लिए सहायक बन सकता है. विद्यार्थियों को भी अच्छे परिणाम मिल सकते हैं.
उपाय: प्रतिदिन गणेश चालीसा का पाठ करना शुभ रहेगा._*

कर्क राशि : बुध ग्रह आपकी कुंडली में तीसरे तथा द्वादश भाव के स्वामी होते हैं और बुध कर्क राशि में मार्गी आपके पहले भाव में होगा. क्योंकि पहले भाव में बुध के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना गया है और कर्क राशि में बुध ग्रह की स्थिति बहुत अच्छी नहीं मानी जाती. इन सभी कारणों से बुध ग्रह का मार्गी होना आपके लिए कोई विशेष लाभदायक नहीं रहेगा बल्कि यदि पहले से कुछ नकारात्मक परिणाम मिल रहे थे तो उन परिणामों का ग्राफ और बढ़ सकता है. यदि किसी कारणवश ईश्वर की कृपा या अनुकूल दशाओं के चलते आपको कोई नकारात्मक परिणाम नहीं मिल रहे थे.
उपाय: शुद्ध और सात्विक भोजन करना उपाय की तरह काम करेगा._*

सिंह राशि : बुध ग्रह आपकी कुंडली में दूसरे तथा लाभ भाव के स्वामी ग्रह होते हैं और बुध कर्क राशि में मार्गी आपके द्वादश भाव में होगा. क्योंकि द्वादश भाव में बुध ग्रह के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता ऐसे में अब जबकि बुध ग्रह मार्गी हो रहे हैं तो ऐसी स्थिति में बुध ग्रह के नकारात्मक परिणामों का ग्राफ और बढ़ सकता है. इसलिए बुध ग्रह का मार्गी होना आपके लिए अनुकूल स्थिति नहीं कही जाएगी. क्योंकि स्वस्थ अवस्था में बुध अपने नकारात्मक परिणामों को बढ़ाएगा.
उपाय: माथे पर नियमित रूप से केसर का तिलक लगाना शुभ रहेगा._*

कन्या राशि : बुध ग्रह आपकी कुंडली में आपके लग्न या राशि के स्वामी होने के साथ-साथ आपके कर्म स्थान के भी स्वामी होते हैं और यह आपके लाभ भाव में मार्गी हो रहे हैं. क्योंकि लाभ भाव में बुध के गोचर को बहुत अच्छे परिणाम देने वाला माना जाता है और बुध ग्रह आपकी लग्न या राशि के स्वामी होकर लाभ भाव में मार्गी हो रहे हैं. यह एक अनुकूल स्थित है. साथ ही साथ कर्म स्थान के स्वामी होकर लाभ भाव में मार्गी हो रहे हैं, यहां से भी बुध ग्रह की स्थिति को अनुकूल कहा जाएगा. इन सभी कारणों से बुध ग्रह का मार्गी होना आपके लिए काफी फायदेमंद रह सकता है. आपकी आमदनी में बढ़ोतरी हो सकती है.
उपाय: नियमित रूप से गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करना शुभ रहेगा._*

तुला राशि : आपकी कुंडली में बुध ग्रह भाग्य भाव का स्वामी ग्रह होने के साथ-साथ द्वादश भाव के भी स्वामी ग्रह होते हैं और बुध कर्क राशि में मार्गी आपके दशम भाव में होगा. क्योंकि दशम भाव में बुध ग्रह के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला माना जाता है. ऐसे में बुध का मार्गी होना होना आपके लिए अनुकूलता को बढ़ाने का काम करेगा. भाग्य स्थान का स्वामी कर्म स्थान पर अब स्वस्थ अवस्था में रहेगा जो आपके कार्य क्षेत्र में बढ़ोतरी करवाने का काम करेगा.
उपाय: नजदीकी मंदिर में दूध और चावल का दान करना उपाय की तरह काम करेगा._*

वृश्चिक राशि : आपकी कुंडली में बुध ग्रह आठवें तथा लाभ भाव के स्वामी होते हैं और यह आपके भाग्य भाव में मार्गी हो रहे हैं. क्योंकि बुध ग्रह के गोचर को भाग्य भाव में अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता. अतः स्वस्थ और मजबूत होने के कारण बुध ग्रह के द्वारा दी जा रही नकारात्मकता का ग्राफ बढ़ सकता है. यानी कि यदि बुध का गोचर आपको पहले कोई नुकसान दे रहा था तो अब नुकसान का ग्राफ और बढ़ सकता है.
उपाय: गाय को हरा चारा खिलाना शुभ रहेगा._*

धनु राशि : आपकी कुंडली में बुध ग्रह सातवें तथा दशम भाव के स्वामी ग्रह हैं. अर्थात व्यापार और दैनिक रोजगार आदि से संबंधित महत्वपूर्ण भावों पर बुध ग्रह का अधिपत्य रहता है और ऐसा बुध ग्रह आपके आठवें भाव में मार्गी हो रहा है. वैसे बुध ग्रह के गोचर को आठवें भाव में सामान्य तौर पर अच्छे परिणाम देने वाला माना गया है. कहा जाता है कि बुध ग्रह का गोचर आठवें भाव में आकस्मिक लाभ करवाता है.
उपाय: शिवलिंग पर शहद चढ़ाना शुभ रहेगा._*

मकर राशि : आपकी कुंडली में बुध ग्रह छठे तथा भाग्य भाव के स्वामी ग्रह होते हैं और बुध कर्क राशि में मार्गी आपके सप्तम भाव में होगा. क्योंकि सप्तम भाव में बुध ग्रह की गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता है, ऊपर से छठे भाव का स्वामी सप्तम भाव में आया है और अब पहले की तुलना में मजबूत हो रहा है तो इसका संकेत यह भी है कि नकारात्मक परिणामों का ग्राफ बढ़ सकता है. यानी कि बुध ग्रह का गोचर यदि पहले से आपको नकारात्मक परिणाम दे रहा था तो अब नकारात्मकता और अधिक बढ़ सकती है लेकिन यदि अनुकूल दशाओं के चलते या अन्य ग्रहों के गोचर की अनुकूलता के चलते आपको कोई परेशानी नहीं थी तब चिंता करने की बात नहीं है.
उपाय: किसी भी प्रकार का जोखिम उठाने से बचना उपाय की तरह हितकारी सिद्ध होगा._*

कुम्भ राशि : आपकी कुंडली में बुध ग्रह पांचवें तथा आठवें भाव के स्वामी होते हैं और यह आपके छठे भाव में मार्गी हो रहे हैं. क्योंकि बुध ग्रह के गोचर को छठे भाव में सामान्य तौर पर अच्छे परिणाम देने वाला माना जाता है. ऐसे में जब बुध मार्गी होकर मजबूत हो रहे हैं तो उपलब्धियों का ग्राफ भी और मजबूत हो सकता है. आर्थिक मामले में बुध का यह गोचर आपके लिए सहायक रह सकता है. मित्रों से संबंधित मामलों में भी बुध ग्रह का गोचर अनुकूल परिणाम दे सकता है.
उपाय: गंगाजल से शिव जी का अभिषेक करना शुभ रहेगा.

मीन राशि : आपकी कुंडली में बुध ग्रह चौथे तथा सातवें भाव के स्वामी ग्रह होते हैं और बुध कर्क राशि में मार्गी आपके पंचम भाव में मार्गी हो रहे हैं. क्योंकि पंचम भाव में बुध के गोचर को बहुत अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता है. अत: बुध ग्रह के मार्गी होने का कोई विशेष अनुकूल परिणाम शायद आपको न मिल पाए लेकिन सप्तम भाव के स्वामी का पंचम भाव में स्वस्थ और मजबूत होना प्रेम संबंधों में अनुकूलता देने का काम कर सकता है.
उपाय: गाय को देसी घी लगी हुई रोटी खिलाना शुभ रहेगा._*

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-