मुंबई. महाराष्ट्र में पिछले दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. राज्यभर में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है. कई जिलों में नदियां खतरे के निशान पर हैं. आपदा प्रबंधन मंत्री गिरीश महाजन ने बताया कि अकेले नांदेड जिले में ही बाढ़ जैसे हालात के कारण 9 लोगों ने अपनी जान गंवाई. मुंबई में 8 घंटे में 170 मिमी बारिश दर्ज हुई है. कई जगह ट्रेक पर पानी भरने के कारण रेलवे ने लंबी दूरी की 16 ट्रेनों को रद्द कर दिया है.
मराठवाड़ा और विदर्भ में भारी तबाही
मराठवाड़ा, विदर्भ और कोकण क्षेत्र में भारी बारिश से हालात बिगड़ गए. मराठवाड़ा के पानलोट क्षेत्र में कई गांव पानी में डूब गए. बादल फटने जैसी बारिश ने सैकड़ों मवेशों की जान ले ली और कई लोगों के घर जलमग्न हो गए. बड़ी संख्या में ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है.
नांदेड जिले में हालात सबसे ज्यादा गंभीर रही और 9 लोगों की मौत हुई. हालांकि अब बारिश थम गई है और स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है. सरकार ने प्रभावित परिवारों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया है और भोजन-पानी की व्यवस्था की है. मंत्री महाजन ने बताया कि जरूरत पडऩे पर सेना की मदद भी ली गई.
नांदेड़ जिला कलेक्टर राहुल कार्डिले ने बताया कि सोमवार को हुई भारी बारिश के कारण मुखेड़ तालुका के 4 गांवों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा. स्ष्ठक्रस्न की टीम ने 300 लोगों को बचाया, लेकिन दुर्भाग्य से हसनद गांव में 5-6 लोगों की मौत हो गई. उनके शव आज बरामद किए गए...बारिश कम होने के बाद जलस्तर कम हो रहा है और स्थिति अभी नियंत्रण में है... लेकिन पैनगंगा और गोदावरी का बहाव अभी भी तेज है. हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.
मुंबई में रेल और सड़क यातायात बाधित
भारी बारिश का असर मुंबई पर भी पड़ा है. यहां लोकल ट्रेन सेवाएं प्रभावित रहीं. मध्य और हार्बर लाइन पर पटरियों पर पानी भर जाने से सेवाएं ठप हो गईं. जबकि पश्चिम रेलवे की उपनगरीय सेवाएं भी प्रभावित हुई और लोकल ट्रेनें धीमी गति से चलीं. मध्य और पश्चिम रेलवे की कुल 16 लंबी दूरी की ट्रनों को रद्द कर दिया गया. भारी बारिश और जलभराव के कारण मध्य रेलवे ने 14 लंबी दूरी की ट्रेनें (7 जोड़ी) रद्द कर दी हैं. जबकि पश्चिम रेलवे ने दो पैसेंजर ट्रेनों को रद्द किया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

