भोपाल. इंदौर से कटनी के बीच नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन के एसी कोच से लापता छात्रा अर्चना तिवारी 12 दिन बाद उत्तरप्रदेश मेंं मिली है. अर्चना को भोपाल जीआरपी ने नेपाल बॉर्डर के पास यूपी के लखीमपुर खीरी से बरामद किया है. 12 दिन से उसे मिड घाट के जंगल सहित अन्य स्थानों पर पुलिस की टीमें तलाश कर रही थी. अर्चना तिवारी इंदौर में रहकर सिविल जज क ी परीक्षा की तैयारी कर रही थी.
अर्चना तिवारी ने एक दिन पहले मां से संपर्क ेकर स्वयं के ठीक होने की बात कही थी. अर्चना की मां से बातचीत होने की खबर मिलते ही पुलिस लोकेशन ट्रैस करने में जुट गई थी. दूसरी ओर अर्चना के लापता होने को लेकर ग्वालियर के भंवरपुरा थाने में पदस्थ आरक्षक राम तोमर से जानकारियां जुटाई गई. अर्चना व आरक्षक राम 2 साल से एक दूसरे के संपर्क में थे. खबर है कि आरक्षक ने अपनी आईडी का इस्तेमाल कर अपने ही मोबाइल से अर्चना के लिए इंदौर से कटनी का टिकट भी बुक किया था.
7 अगस्त को ट्रेन से हुई थी लापता-
कटनी निवासी 22 वर्षीय युवती अर्चना इंदौर से सिविल जज की तैयारी कर रही थी. वह 7 अगस्त को इंदौर से नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन के एसी कोच बी-3 में कटनी के लिए सवार हुई थी. वह बीच रास्ते में ट्रेन से लापता हो गई. जब ट्रेन कटनी पहुंची तो सीट पर सिर्फ बैग रखा मिला, लेकिन वह नहीं थी. इसके बाद से इंदौर, भोपाल, कटनी जीआरपी, जिला पुलिस बल के साथ ही वन विभाग की टीमें भी जंगल में सर्चिंग कर रही थी.
आरक्षक ने कहा, टिकट कराया लेकिन वह नहीं आई
आरक्षक राम तोमर के अर्चना तिवारी के संपर्क होने की सूचना मिलते ही कटनी जीआरपी व इंदौर पुलिस ग्वालियर पहुंची और उससे पूछताछ की है. राम तोमर ने बताया कि अर्चना 2 साल से उसके संपर्क में थी. उसने उसका टिकट कराया था, लेकिन वह आई नहीं थी.
आरक्षक के रुम में कई लड़कियों का सामान, आपत्तिजनक सामग्री मिली-
कटनी और जबलपुर जीआरपी पुलिस को यह भी पता लगा है कि दोनों में काफी देर.देर तक मोबाइल पर बातचीत हुआ करती थी. ग्वालियर के एक हवलदार की बेटी से भी अर्चना का परिचय है, वह उससे भी मिलने आई थी. जीआरपी ने ग्वालियर पुलिस के साथ आरक्षक राम तोमर के रूम पर दबिश दी तो यहां कई लड़कियों का सामान और आपत्तिजनक सामग्री मिली है. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

