मंडी (हिमाचल प्रदेश).
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से इन दिनों एक साहसिक वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बना हुआ है. यह वीडियो चौहारघाटी क्षेत्र की सुधार पंचायत का है, जहाँ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में कार्यरत स्टाफ नर्स कमला ने अदम्य साहस का परिचय दिया. वीडियो में वह उफनते स्वाड़ नाले को पत्थरों पर छलांग लगाकर पार करती दिखाई देती हैं. नाले का बहाव इतना तेज़ था कि लोग पास खड़े होकर भी डर रहे थे, लेकिन कमला ने बिना अपनी जान की परवाह किए नाले को पार किया और समय पर शिशु को जीवन रक्षक इंजेक्शन देकर उसकी जान बचाई.23 अगस्त 2025 का यह वीडियो केवल हिमाचल की कहानी नहीं, बल्कि पूरे भारत के दिल को छू लेने वाली घटना है. मंडी जिले की स्टाफ नर्स कमला ने यह दिखा दिया कि साहस और कर्तव्य का संगम कैसा होता है.उन्होंने साबित किया कि असली हीरो कोई सुपरहीरो फिल्म के किरदार नहीं, बल्कि वही होते हैं जो बिना किसी पुरस्कार की अपेक्षा के, दूसरों की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं.कमला की यह छलांग आने वाले समय में लोककथा की तरह सुनाई जाएगी, और यह हमेशा याद दिलाएगी कि मानवता की सबसे बड़ी ताकत प्रेम, करुणा और साहस है.
जानकारी के अनुसार, नर्स कमला मंडी जिले के टिक्कर गांव की रहने वाली हैं. क्षेत्र में भारी बारिश के कारण बीते दिनों कई फुटब्रिज टूट गए हैं, जिससे स्थानीय लोगों की आवाजाही बेहद कठिन हो गई है. सुधार पंचायत का इलाका पहाड़ी और जोखिम भरा है, जहाँ बारिश के दौरान नाले का बहाव अक्सर जानलेवा हो जाता है.
इन्हीं हालात में जब एक शिशु को तुरंत जीवन रक्षक इंजेक्शन की आवश्यकता थी, तब कमला ने समय गंवाना उचित नहीं समझा. उन्होंने अपने ड्यूटी भाव को प्राथमिकता दी और उफनते स्वाड़ नाले को पत्थरों पर छलांग लगाकर पार कर लिया. यह दृश्य किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था, जिसे वहाँ मौजूद किसी ग्रामीण ने मोबाइल में कैद कर लिया और सोशल मीडिया पर डाल दिया. देखते ही देखते यह वीडियो पूरे देश में वायरल हो गया.
मीडिया से बातचीत में नर्स कमला ने कहा –
“ड्यूटी पर जाते वक्त मुझे रोजाना करीब चार किलोमीटर का कठिन रास्ता तय करना पड़ता है. जिस दिन यह वीडियो वायरल हुआ, उस दिन मुझे तुरंत दो माह के एक मासूम बच्चे को जीवन रक्षक इंजेक्शन लगाना था. नाला बहुत उफान पर था, लेकिन मुझे लगा कि अगर मैं रुक गई तो बच्चे की जान को खतरा हो सकता है. ऐसे में मैंने जान की परवाह किए बिना छलांग लगाकर नाला पार किया. इंजेक्शन लगाने के बाद मैं समय पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी पहुँची और अपनी ड्यूटी निभाई.”
कमला का यह बयान सुनकर साफ पता चलता है कि उनके लिए इंसानियत और पेशेवर कर्तव्य किसी भी भय से बड़ा है.
वीडियो सामने आते ही ट्विटर (X), इंस्टाग्राम और फेसबुक पर #SpidermanNurse और #NurseKamla जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे.
लाखों लोगों ने कमला की बहादुरी को सलाम किया.
कई यूज़र्स ने लिखा कि असली हीरो फिल्मों में नहीं, बल्कि हमारे बीच रहते हैं.
एक यूज़र ने कमेंट किया – “कमला जैसी नर्सें ही असली ‘फ्लोरेंस नाइटिंगेल’ हैं, जो जीवन की हर कठिनाई में सेवा को प्राथमिकता देती हैं.”
दूसरे ने लिखा – “यह छलांग इंसानियत की सबसे बड़ी छलांग है.”
मंडी जिला प्रशासन ने इस वीडियो को संज्ञान में लिया और नर्स कमला की जमकर प्रशंसा की. प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि उनका यह कार्य अन्य स्वास्थ्यकर्मियों और सरकारी कर्मचारियों के लिए भी प्रेरणा है.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी ट्वीट कर कहा –
“हमारी बेटी कमला ने जिस साहस और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय दिया है, वह प्रदेश और देश के लिए गर्व का विषय है. सरकार उन्हें सम्मानित करेगी.”
मेडिकल एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कहा –
“कमला का कार्य नर्सिंग पेशे की सर्वोच्च मिसाल है. अस्पताल से बाहर भी उन्होंने यह साबित कर दिया कि नर्स का अर्थ सिर्फ दवाइयाँ देना नहीं, बल्कि हर परिस्थिति में जीवन की रक्षा करना है.”
कमला की कहानी सिर्फ एक बचाव घटना नहीं है, बल्कि कई गहरे सामाजिक संदेश देती है:
नारी शक्ति का प्रतीक – जब संकट आता है, महिलाएँ भी उतनी ही साहसी और निर्णायक साबित होती हैं.
कर्तव्य सर्वोपरि – ड्यूटी और सेवा को जीवन से बड़ा मान लेना निस्संदेह अनुकरणीय है.
आपदा प्रबंधन की ज़रूरत – यह घटना यह भी दिखाती है कि पहाड़ी इलाकों में बुनियादी ढाँचे और सुरक्षित पुल की कितनी आवश्यकता है.
कमला का यह वीडियो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा. स्कूलों और कॉलेजों में जब यह कहानी सुनाई जाएगी, तो युवा यह सीखेंगे कि साहस और कर्तव्य की भावना किसी भी बाधा को पार कर सकती है.बच्चों और बुज़ुर्गों से लेकर युवाओं तक, हर कोई कमला की इस छलांग को याद रखेगा, क्योंकि यह छलांग केवल नाले पर नहीं थी – यह छलांग डर पर थी, यह छलांग इंसानियत के लिए थी.विदेशी मीडिया पोर्टल्स ने भी इस घटना को कवर किया. अमेरिका और यूरोप के कई यूज़र्स ने इसे शेयर करते हुए लिखा – “यह कहानी इंसानियत की वैश्विक भाषा है. नर्स कमला दुनिया के लिए प्रेरणा हैं.”
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

