अभिमनोज
साइबर क्राइम करनेवाले ऐसी चालाकी दिखाते हैं, ताकि पकड़े नही जाएं, रहते कहीं और हैं, नेटवर्क किराए के कमरे में कई और से चलाते हैं, तो ठगी कहीं ओर सके करते हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स हैं कि राजस्थान के उदयपुर में साइबर थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अमेरिका के लोगों को सस्ता लोन देने का लालच देकर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाली गुजराती गेंग का पर्दाफाश किया है.
इस कार्रवाई में पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर के जरिए लोगों को ठगनेवाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, साथ ही, इनसे कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण- 6 लैपटॉप, 10 मोबाइल फोन, 5 हेडफोन और इंटरनेट राउटर भी बरामद किए हैं.
खबरें हैं कि राजस्थान में उदयपुर के हिरणमगरी थाना अधिकारी भरत योगी ने अपनी टीम के साथ सेक्टर-3 के कृष्णांगन अपार्टमेंट में छापा मारा, वहां फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा था, पुलिस ने वहां से गुजरात के अहमदाबाद निवासी कुलदीप पटेल, आनंद डेगामडिया, अर्चित पांडेय, सूरज सिंह तोमर और आसु राजपूत को गिरफ्तार कर लिया, जो सभी निजी कंपनियों में काम करते हैं, लेकिन और अधिक कमाई की लालच में साइबर ठगी का रास्ता अपनाया.
खबरों की मानें तो यह गिरोह वेयर एप्लीकेशन के जरिए अमेरिकी नागरिकों के फोन नंबर हासिल करते थे, इसके बाद वे उन्हें फोन करके कम ब्याज दरों पर लोन देने का झांसा देते, मजेदार बात यह है कि पीड़ितों को कम क्रेडिट स्कोर या बिना पहचान पत्र के भी लोन मिलने का भरोसा दिया जाता था, जब शिकार जाल में फंस जाते तो उनसे लाखों रुपये ऐंठ लिए जाते, इन ठगों के जाल में ज्यादातर अमेरिकी नागरिक थे, जो आसानी से इसमें फंस जाते!
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

