अभिमनोज
साइबर अपराधी एआई का तेजी से दुरुपयोग कर रहे हैं, इसके कारण नए साइबर खतरे बढ़ने से रैंसमवेयर में उछाल है.
मीडिया रिपोर्ट्स हैं कि नए जारी एक्रोनिस साइबरथ्रेट्स रिपोर्ट (H1 2025) के अनुसार, सार्वजनिक रूप से ज्ञात रैंसमवेयर पीड़ितों की संख्या 2023 और 2024 की समान अवधि की तुलना में 70 प्रतिशत बढ़ गई है, लिहाजा.... रैंसमवेयर वैश्विक खतरे के परिदृश्य पर हावी बना हुआ है. खबरों की मानें तो केवल फरवरी 2025 माह में, साइबर अपराधी समूह (Cl0p) ने 335 पीड़ितों की ज़िम्मेदारी ली, जिनमें से कई एमएफटी में कमजोरियों के बड़े पैमाने पर शोषण से जुड़े थे.
यह तेजी दुनिया भर के व्यवसायों पर रैंसमवेयर की निरंतर पकड़ को दिखाता है, यह इसलिए भी है कि हमलावर अपनी रणनीति को तेज करने के लिए एआई का तेजी से दुरुपयोग कर रहे हैं.
यह बात अलग है कि साइबर अपराधियों के लिए अंतिम लक्ष्य अभी भी रैंसमवेयर ही है, लेकिन वे वहां कैसे पहुंचते हैं, इसका तरीका बदल रहा है.
इस संबंध में एक्रोनिस के सीआईएसओ गेराल्ड बेउचेल्ट का कहना है कि- आज भी सबसे कम परिष्कृत हमलावरों के पास उन्नत एआई क्षमताओं तक पहुंच है, जो सोशल इंजीनियरिंग हमले उत्पन्न करते हैं और न्यूनतम प्रयास से अपनी अधिकतम गतिविधियों को संचालित करते हैं.
इन हमलावर समूहों के आक्रामक अभियान ने महज तीन माह में तकरीबन चार सौ संगठनों को खतरे में डाल दिया, जिसमें मुख्य रूप से विनिर्माण और लॉजिस्टिक्स क्षेत्रों को निशाना बनाया गया.
यकीनन विनिर्माण, लक्षित उद्योगों की सूची में सबसे ऊपर है, 2025 की पहली तिमाही में सभी रैंसमवेयर मामलों में जिसका 15 प्रतिशत हिस्सा है, इसके बाद खुदरा और खाद्य सेवाएं
12 प्रतिशत के साथ हैं, तो दूरसंचार, मीडिया कंपनियां 10 प्रतिशत हैं.
जाहिर है, साइबर क्राइम को नियंत्रित करने के मामले में न केवल तेजी लानी होगी, बल्कि इसमें एआई की भूमिका भी बढ़ानी होगी!
साइबर अपराधी एआई का तेजी से दुरुपयोग कर रहे, नए साइबर खतरे बढ़ने से रैंसमवेयर में उछाल!
प्रेषित समय :20:05:39 PM / Thu, Aug 28th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर



