गणेश चतुर्थी का पर्व हर साल भक्ति, उमंग और सकारात्मकता का ऐसा अद्भुत संगम लेकर आता है, जो न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से भी भारतीय जीवन को एक नई ऊर्जा से भर देता है. इस वर्ष 29 अगस्त को देशभर में गणेश चतुर्थी का महापर्व मनाया जा रहा है. पंडालों में गणपति बप्पा की प्रतिमाओं की स्थापना से लेकर घर-घर में गूंजते मंगलमय गीत, ढोल-ताशे की थाप और भक्तों की श्रद्धा सब मिलकर इस पर्व को एक खास उत्सव का रूप देते हैं. यही कारण है कि आज यह पर्व न केवल पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाता है, बल्कि डिजिटल युग में सोशल मीडिया, व्हाट्सऐप और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर भी शुभकामनाएँ और संदेशों के जरिए श्रद्धालु एक-दूसरे से जुड़ते हैं.
इस बार टाइम्स ऑफ इंडिया ने गणेश चतुर्थी 2025 के अवसर पर कुछ बेहतरीन संदेश, उद्धरण और शुभकामनाओं का संग्रह साझा किया है. इन संदेशों की खूबी यह है कि इनमें सिर्फ धार्मिक आस्था ही नहीं, बल्कि जीवन दर्शन, सकारात्मक सोच और भविष्य की उम्मीदें भी झलकती हैं. लोग इन संदेशों को सोशल मीडिया पर साझा कर अपने रिश्तेदारों, दोस्तों और प्रियजनों को त्योहार की बधाई देते हुए खुशी और आशीर्वाद पहुंचा रहे हैं.
गणपति बप्पा को विघ्नहर्ता और मंगलकर्ता कहा जाता है. यही कारण है कि इस दिन लोग अपने संदेशों में जीवन से नकारात्मकता हटाने और नई शुरुआत करने की बात करते हैं. कोई लिखता है कि “गणपति बप्पा आपके जीवन से सभी बाधाओं को दूर करें और आपको सफलता की राह पर आगे बढ़ाएं,” तो कोई यह कामना करता है कि “भगवान गणेश आपके घर-परिवार में सुख-शांति और समृद्धि का वास करें.” इन संदेशों के जरिए भक्तों की भावनाएँ सीधे दिल को छू लेती हैं.
आधुनिक दौर में त्योहारों का सबसे बड़ा आकर्षण यह है कि लोग अपनी भावनाएँ सिर्फ पूजा-पाठ तक सीमित नहीं रखते, बल्कि उन्हें डिजिटल रूप से भी व्यक्त करते हैं. यही कारण है कि सुबह से ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ‘Happy Ganesh Chaturthi’ से जुड़े पोस्ट, वीडियो और स्टोरीज़ ट्रेंड कर रहे हैं. कहीं लोग भगवान गणेश की आरती साझा कर रहे हैं, तो कहीं प्रेरणादायक उद्धरणों को खूबसूरत तस्वीरों के साथ जोड़कर दूसरों तक पहुंचा रहे हैं.
इस बार जो संदेश वायरल हो रहे हैं, उनमें जीवन के सपनों और संघर्षों को जोड़ने वाले विचार भी शामिल हैं. जैसे—“गणपति बप्पा का आशीर्वाद आपके हर सपने को साकार करे,” या “गणेश चतुर्थी का यह पर्व आपके जीवन में नई उम्मीदों और नई उपलब्धियों की शुरुआत करे.” इन शब्दों के जरिए त्योहार केवल धार्मिक पर्व ही नहीं, बल्कि जीवन के संघर्षों में आगे बढ़ने की प्रेरणा बन रहा है.
त्योहारों की खासियत यही होती है कि वे समाज को जोड़ते हैं. इस गणेश चतुर्थी पर भी यही तस्वीर सामने आई है. लोग सिर्फ परिवार के बीच ही नहीं, बल्कि अपने कार्यस्थल, मोहल्ले और यहां तक कि सोशल मीडिया पर जुड़े दोस्तों तक शुभकामनाएँ भेज रहे हैं. यही नहीं, प्रवासी भारतीय भी इस मौके पर व्हाट्सऐप और इंस्टाग्राम पर शुभकामनाएँ भेजकर भारत की संस्कृति और परंपरा से अपने रिश्ते को बनाए हुए हैं.
गणेश चतुर्थी का महत्व सिर्फ धार्मिक नहीं है, यह पर्व जीवन जीने का एक दर्शन भी देता है. गणपति बप्पा का बड़ा सिर हमें ज्ञान अर्जित करने की प्रेरणा देता है, छोटे नेत्र गहराई से देखने का संदेश देते हैं, बड़े कान अधिक सुनने की शिक्षा देते हैं और छोटा मुख कम बोलने का संकेत देता है. ऐसे कई जीवन संदेश इस पर्व से जुड़े हैं, जिन्हें लोग शुभकामनाओं और संदेशों के रूप में साझा कर रहे हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया ने जिन उद्धरणों को प्रकाशित किया है, उनमें कुछ ऐसे हैं जिन्हें हजारों लोगों ने तुरंत ही सोशल मीडिया पर अपनाया. उदाहरण के लिए—“विघ्नहर्ता गणपति आपके जीवन की हर राह से कांटे हटा दें,” और “गणेश जी की कृपा से आपका घर हमेशा खुशियों से महके.” ऐसे संदेश लोगों के दिल को छूते हैं और त्योहार को और भी खास बना देते हैं.
त्योहार का एक पहलू यह भी है कि इस अवसर पर शुभकामनाएँ केवल धार्मिक भावनाओं तक सीमित नहीं रहतीं, बल्कि एक-दूसरे के सपनों और आकांक्षाओं को साझा करने का माध्यम भी बन जाती हैं. जब कोई अपने दोस्त को संदेश भेजता है कि “गणपति बप्पा तुम्हें हर लक्ष्य तक पहुंचने की शक्ति दें,” तो वह न सिर्फ त्योहार मना रहा होता है बल्कि अपने दोस्त के जीवन के सपनों को भी सम्मान दे रहा होता है.
डिजिटल माध्यमों की वजह से शुभकामनाओं की पहुंच अब बहुत व्यापक हो गई है. पहले ये संदेश केवल कार्ड या चिट्ठियों में आते थे, लेकिन अब एक क्लिक में हजारों लोगों तक पहुंच जाते हैं. यही कारण है कि इस गणेश चतुर्थी पर लाखों लोग एक-दूसरे से जुड़कर अपने रिश्तों को मजबूत बना रहे हैं.
अंततः यह कहा जा सकता है कि ‘Happy Ganesh Chaturthi’ केवल एक साधारण शुभकामना नहीं, बल्कि यह एक ऐसा संदेश है जिसमें विश्वास, उम्मीद और प्रेरणा का संगम होता है. गणेश चतुर्थी 2025 ने भी इस परंपरा को और मजबूत किया है. लोग इस अवसर पर न केवल भगवान गणेश की पूजा कर रहे हैं, बल्कि उनके संदेशों को अपने जीवन का हिस्सा बना रहे हैं.
इस तरह गणेश चतुर्थी हर साल की तरह इस बार भी सिर्फ पूजा का पर्व नहीं रहा, बल्कि रिश्तों को मजबूत करने, सपनों को साझा करने और जीवन में नई दिशा देने का अवसर भी बन गया है. जब लोग सोशल मीडिया पर ‘Happy Ganesh Chaturthi’ लिखकर शुभकामनाएँ साझा करते हैं, तो यह केवल त्योहार की खुशी नहीं होती, बल्कि उसमें विश्वास, प्रेरणा और आशा का उजाला भी छिपा होता है. यही इस पर्व का असली संदेश है और यही कारण है कि गणपति बप्पा की जयकार हर दिल तक पहुंचती है—“गणपति बप्पा मोरया.”
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-


