AI संचालित स्मार्टवॉच सेहत मॉनिटरिंग में बदल रही जीवनशैली का परिदृश्य

AI संचालित स्मार्टवॉच सेहत मॉनिटरिंग में बदल रही जीवनशैली का परिदृश्य

प्रेषित समय :21:29:00 PM / Sat, Aug 30th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

तकनीक की तेज़ रफ्तार ने इंसानी जीवन को पूरी तरह से बदलकर रख दिया है. अब स्मार्टफोन या लैपटॉप तक ही सीमित नहीं, बल्कि पहनने योग्य गैजेट्स यानी wearables भी हमारी दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं. हाल ही में MetaFit और Apple Watch Ultra 5 ने मिलकर एक ऐसा फीचर पेश किया है जिसे विशेषज्ञ स्वास्थ्य और फिटनेस की दुनिया में गेम-चेंजर बता रहे हैं. “24x7 AI Health Assistant” नामक यह नया इनोवेशन न केवल स्वास्थ्य को मॉनिटर करता है, बल्कि मानसिक तनाव और नींद की गुणवत्ता पर भी रियल टाइम में नज़र रखता है. यही वजह है कि सोशल मीडिया पर इस फीचर की चर्चा जमकर हो रही है और फिटनेस प्रेमियों से लेकर आम उपभोक्ता तक इसे लेकर उत्साहित दिखाई दे रहे हैं.

दरअसल, अब तक स्मार्टवॉच केवल कदम गिनने, हार्ट रेट चेक करने या कैलोरी बर्न का हिसाब देने तक ही सीमित मानी जाती थीं. लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जुड़ने से तस्वीर पूरी तरह बदल गई है. यह तकनीक अब केवल आंकड़े इकट्ठा नहीं करती बल्कि पैटर्न को समझती है, उनका विश्लेषण करती है और उपयोगकर्ता के स्वास्थ्य के लिए व्यक्तिगत सलाह भी देती है. उदाहरण के लिए, यदि किसी व्यक्ति की नींद लगातार बाधित हो रही है, तो AI Health Assistant न केवल यह जानकारी देता है बल्कि संभावित कारण जैसे स्क्रीन टाइम, अनियमित भोजन या मानसिक तनाव के पैटर्न की ओर भी संकेत करता है.

MetaFit और Apple Watch Ultra 5 का यह फीचर दिल की धड़कन, ऑक्सीजन लेवल, ब्लड प्रेशर और यहां तक कि शरीर के तापमान को भी लगातार मॉनिटर करता है. उपयोगकर्ताओं का कहना है कि इससे उन्हें यह समझने में मदद मिल रही है कि उनका शरीर किस परिस्थिति में कैसे प्रतिक्रिया करता है. खास बात यह है कि तनाव के स्तर को भी यह AI सिस्टम पहचान लेता है. उदाहरण के लिए, काम के दौरान बढ़ते तनाव को यह अलर्ट के ज़रिए दर्शाता है और तुरंत गहरी सांस लेने या हल्की स्ट्रेचिंग जैसे सुझाव भी देता है.

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की स्मार्टवॉच उन लोगों के लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकती है जिन्हें जीवनशैली संबंधी बीमारियों का खतरा है. शहरी जीवनशैली में बढ़ता तनाव, अनियमित दिनचर्या और गलत खानपान अक्सर हार्ट डिजीज, डायबिटीज़ और हाइपरटेंशन जैसी समस्याओं का कारण बनते हैं. यदि AI आधारित उपकरण समय रहते चेतावनी देने लगें तो निश्चित तौर पर यह स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए क्रांतिकारी कदम होगा.

सोशल मीडिया पर भी इन स्मार्टवॉच का जलवा देखा जा रहा है. TikTok, Instagram और X (पूर्व ट्विटर) पर #AIHealthAssistant ट्रेंड कर रहा है. कई यूज़र्स अपनी फिटनेस यात्रा को साझा करते हुए बता रहे हैं कि कैसे यह तकनीक उन्हें सुबह उठने से लेकर रात की नींद तक हर पल सजग रखती है. खासकर नींद के पैटर्न पर निगरानी करने वाला फीचर युवाओं और कामकाजी पेशेवरों को सबसे ज्यादा आकर्षित कर रहा है, क्योंकि अनिद्रा और नींद की कमी आजकल आम समस्या बन चुकी है.

हालांकि इसके साथ कुछ चुनौतियां भी हैं. विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि स्वास्थ्य डेटा बेहद संवेदनशील होता है और यदि कंपनियां इसका सही तरीके से उपयोग न करें तो प्राइवेसी को खतरा हो सकता है. लगातार मॉनिटरिंग से मिलने वाला डेटा कंपनियों के पास जमा होता है, और इसकी सुरक्षा सुनिश्चित करना बेहद ज़रूरी है. उपभोक्ता भी यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या यह डेटा केवल स्वास्थ्य सुधार के लिए इस्तेमाल होगा या फिर किसी अन्य व्यावसायिक उद्देश्य के लिए.

फिर भी, शुरुआती प्रतिक्रियाएं उत्साहजनक रही हैं. उपयोगकर्ताओं का कहना है कि इससे उनमें फिटनेस के प्रति जागरूकता बढ़ी है. पहले जहां लोग महीने में एक-दो बार ही स्वास्थ्य चेकअप कराते थे, वहीं अब उन्हें अपनी सेहत की बारीकियों का हर दिन अपडेट मिलता है. खास बात यह है कि यह तकनीक व्यक्तिगत सलाह देती है, यानी हर व्यक्ति के लिए स्वास्थ्य लक्ष्य अलग-अलग तय होते हैं.

भारतीय बाजार में भी इन स्मार्टवॉच को लेकर जबरदस्त उत्सुकता है. यहां फिटनेस गैजेट्स का बाज़ार तेजी से बढ़ रहा है और युवाओं में इसकी सबसे ज्यादा मांग है. विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले कुछ वर्षों में AI संचालित हेल्थ असिस्टेंट हर घर का हिस्सा बन जाएंगे. ठीक वैसे ही जैसे स्मार्टफोन आज हमारी जिंदगी से जुड़ गया है, वैसे ही स्मार्टवॉच भी सेहत की निगरानी का अहम साधन बन जाएगी.

कुल मिलाकर, MetaFit और Apple Watch Ultra 5 द्वारा लॉन्च किया गया 24x7 AI Health Assistant फीचर केवल एक तकनीकी सुधार नहीं बल्कि जीवनशैली में परिवर्तन की शुरुआत है. यह हमें न केवल यह बताता है कि हमारा शरीर कैसे काम कर रहा है, बल्कि हमें स्वस्थ आदतों की ओर भी प्रेरित करता है. यदि आने वाले समय में डेटा प्राइवेसी की चिंताओं का सही समाधान मिल गया, तो इसमें कोई संदेह नहीं कि यह तकनीक स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में एक क्रांति साबित होगी और हर इंसान को अपनी फिटनेस यात्रा का साथी प्रदान करेगी.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-