सोशल मीडिया पर 30 अगस्त को अचानक यह चर्चा तेज हो गई कि पेटीएम बंद होने वाला है. हज़ारों यूजर्स ने अपने फ़ोन पर आए नोटिफ़िकेशन के स्क्रीनशॉट साझा करते हुए सवाल उठाया कि क्या 31 अगस्त से पेटीएम की यूपीआई सेवा पूरी तरह बंद हो जाएगी. यह अफवाह इतनी तेजी से फैल गई कि कुछ ही घंटों में ट्विटर (अब X), इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप ग्रुप्स पर “पेटीएम बंद” ट्रेंड करने लगा.असल में भ्रम की शुरुआत गूगल प्ले के एक नोटिफिकेशन से हुई. इसमें कहा गया था कि 31 अगस्त, 2025 के बाद @paytm हैंडल का इस्तेमाल यूपीआई पेमेंट्स में नहीं किया जा सकेगा. कई लोगों ने इसे पढ़ते ही समझ लिया कि पेटीएम कंपनी ही बंद हो रही है या ऐप से भुगतान करना असंभव हो जाएगा. इस अधूरी जानकारी ने लाखों यूजर्स में घबराहट और चिंता पैदा कर दी.
जैसे ही अफवाह तेज हुई, पेटीएम के संस्थापक और प्रमुख विजय शेखर शर्मा को सामने आकर सफाई देनी पड़ी. उन्होंने स्पष्ट कहा – “पेटीएम कहीं नहीं जा रहा, न ही यूपीआई बंद हो रहा है. केवल तकनीकी बदलाव किया जा रहा है, जिससे यूजर्स को और बेहतर सुविधा मिलेगी.”पेटीएम भारत की सबसे बड़ी डिजिटल भुगतान कंपनियों में से एक है. करोड़ों लोग इस पर भरोसा करते हैं. 31 अगस्त, 2025 के बाद भी यह भरोसा कायम रहेगा. तकनीकी बदलाव का उद्देश्य केवल यूजर्स के अनुभव को बेहतर बनाना है. पेटीएम का संदेश स्पष्ट है –“आपका पैसा सुरक्षित है, आपकी सेवा जारी है, और हम आपको और बेहतर अनुभव देने के लिए बदलाव कर रहे हैं.”
बदलाव क्यों जरूरी है
अभी तक कई यूजर्स का यूपीआई हैंडल @paytm के रूप में बना होता था. उदाहरण के लिए किसी यूजर की आईडी rakesh@paytm होती थी. लेकिन 31 अगस्त, 2025 के बाद यह पुराना हैंडल काम नहीं करेगा. अब हर पेटीएम यूजर को अपने बैंक से लिंक किए गए नए हैंडल का इस्तेमाल करना होगा. नए हैंडल इस प्रकार हैं:
@pthdfc (HDFC बैंक से जुड़े यूजर्स के लिए)
@ptsbi (SBI से जुड़े यूजर्स के लिए)
@ptyes (Yes Bank से जुड़े यूजर्स के लिए)
@ptaxis (Axis Bank से जुड़े यूजर्स के लिए)
यानि अगर पहले आपका यूपीआई आईडी rakesh@paytm था, तो अब यह बदलकर rakesh@ptsbi या rakesh@pthdfc हो जाएगा. यह बदलाव केवल बार-बार होने वाले ऑटो पेमेंट्स जैसे यूट्यूब प्रीमियम, गूगल वन स्टोरेज, नेटफ्लिक्स और अन्य सब्सक्रिप्शन पेमेंट्स पर लागू होगा. रोज़मर्रा के लेन-देन जैसे किराना, सब्ज़ी, मोबाइल रिचार्ज या मित्रों को पैसे भेजना प्रभावित नहीं होगा.
सोशल मीडिया पर हड़कंप
गूगल प्ले का नोटिफिकेशन आते ही सोशल मीडिया पर यूजर्स के बीच तरह-तरह की बातें होने लगीं. कुछ ने लिखा कि पेटीएम ऐप ही बंद होने वाला है, तो कुछ ने कहा कि सरकार ने पेटीएम को बैन कर दिया है. कई यूजर्स ने यह अफवाह फैलाई कि वॉलेट में पड़ा पैसा फंस जाएगा.
इन सभी गलतफहमियों ने आम लोगों में घबराहट पैदा कर दी. लाखों लोगों ने तुरंत अपने वॉलेट से पैसे निकाल लिए और दूसरे यूपीआई प्लेटफॉर्म जैसे गूगल पे या फोनपे पर शिफ्ट करना शुरू कर दिया.
कंपनी की सफाई और आश्वासन
अफवाहों पर रोक लगाने के लिए पेटीएम ने आधिकारिक बयान जारी किया. कंपनी ने कहा कि 31 अगस्त के बाद केवल @paytm हैंडल पर बदलाव होगा. सभी यूजर्स को नए बैंक-लिंक्ड यूपीआई हैंडल पर शिफ्ट होना होगा. रोज़मर्रा के लेन-देन पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. जिनके पास सब्सक्रिप्शन पेमेंट सेट हैं, उन्हें अपने नए हैंडल से अपडेट करना होगा.
विजय शेखर शर्मा ने ट्वीट कर लिखा –
“ग्राहक निश्चिंत रहें, आपका पैसा और आपके पेमेंट पहले की तरह ही सुरक्षित और सुचारु रहेंगे. यह बदलाव एनपीसीआई के निर्देश और बैंकिंग रेगुलेशन के तहत किया जा रहा है.”
एनपीसीआई की भूमिका
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने पेटीएम को थर्ड पार्टी एप्लीकेशन प्रोवाइडर (TPAP) के रूप में अनुमति दी है. इसके तहत पेटीएम को अपने यूपीआई इकोसिस्टम को अपडेट करना पड़ा. नए बैंक-आधारित यूपीआई हैंडल इसी प्रक्रिया का हिस्सा हैं. एनपीसीआई का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर यूजर का यूपीआई सीधे बैंक से लिंक हो और कोई तकनीकी अड़चन या भ्रम न पैदा हो.
गूगल प्ले का नोटिफिकेशन
गूगल प्ले पर अधिकांश लोग YouTube Premium, गूगल वन जैसी सेवाओं के लिए पेटीएम यूपीआई का इस्तेमाल करते हैं. गूगल ने यूजर्स को समय रहते चेतावनी दी कि 31 अगस्त के बाद पुराने हैंडल से ऑटो पेमेंट्स काम नहीं करेंगे, इसलिए सब्सक्रिप्शन अपडेट कर लें. लेकिन नोटिफिकेशन में यह साफ नहीं लिखा था कि बदलाव केवल ऑटो पेमेंट्स तक सीमित है. नतीजा यह हुआ कि कई लोगों ने समझ लिया कि पेटीएम पूरी तरह बंद हो रहा है.
वास्तविक स्थिति
पेटीएम बंद नहीं हो रहा.
पेटीएम यूपीआई भी जारी रहेगा.
केवल @paytm हैंडल हटाया जा रहा है.
सभी यूजर्स को नए बैंक-आधारित हैंडल दिए जाएंगे.
रोज़मर्रा के भुगतान पहले की तरह ही चलते रहेंगे.
केवल सब्सक्रिप्शन पेमेंट्स को नए हैंडल से अपडेट करना होगा.
नतीजा और सीख
यह घटना यह दर्शाती है कि अधूरी जानकारी किस तरह लोगों को गुमराह कर सकती है. गूगल प्ले का नोटिफिकेशन सही था, लेकिन अधूरी जानकारी के कारण सोशल मीडिया पर अफवाह फैल गई. लोग बिना आधिकारिक पुष्टि के इस पर भरोसा करने लगे और हंगामा खड़ा हो गया.
पेटीएम का बदलाव तकनीकी है और इसका उद्देश्य केवल यूजर्स की सुविधा बढ़ाना है. कंपनी और एनपीसीआई ने साफ कर दिया है कि सभी लेन-देन पहले की तरह सुरक्षित और तेज़ी से चलते रहेंगे.
उपभोक्ताओं के लिए सुझाव
मासिक सब्सक्रिप्शन वाले यूजर्स अपने पुराने @paytm हैंडल को नए हैंडल में बदल लें.
सामान्य लेन-देन करने वाले यूजर्स को कोई परेशानी नहीं होगी.
अगर चाहें तो गूगल पे, फोनपे या डेबिट/क्रेडिट कार्ड के जरिए भी भुगतान जारी रखा जा सकता है.
सोशल मीडिया पर अफवाहों पर भरोसा न करें, केवल आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी लें.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

