अब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने यूरोप से भारत पर टैरिफ लगाने के लिए कहा, तेल-गैस रोकने की अपील

 अब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने यूरोप से भारत पर टैरिफ लगाने के लिए कहा, तेल-गैस रोकने की अपील

प्रेषित समय :09:41:54 AM / Sun, Aug 31st, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

नई दिल्ली. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत से काफी चिढ़े हुए हैं. भारत पर टैरिफ लगाने के बाद ट्रंप यूरोपीय देशों से भी ऐसा करने के लिए दवाब बना रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि व्हाइट हाउस ने यूरोपीय देशों से कहा है कि वे अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए प्रतिबंधों के समान प्रतिबंध लगाएं , जिसमें नई दिल्ली से खरीदे जाने वाले सभी तेल और गैस पर पूर्ण रोक लगाना शामिल है. ट्रंप प्रशासन चाहता है कि यूरोप भारत से तेल गैस की खरीद पूरी तरह बंद करे और सेकेंडरी टैरिफ लगाए.

उन्होंने कहा कि ट्रम्प प्रशासन यह भी चाहता है कि यूरोप भारत पर द्वितीयक टैरिफ लगाए, जैसा कि अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि यदि नई दिल्ली ने मास्को से तेल खरीदना बंद नहीं किया तो यूरोप भी ऐसा ही करेगा. यह बात ऐसे समय में सामने आई है जब भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रूसी कच्चे तेल को खरीदने के लिए उस पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ पर लगातार आपत्ति जताई है और पश्चिम के पाखंड की निंदा करते हुए कहा है कि चीन रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार है, जबकि यूरोप लगातार मास्को से ऊर्जा उत्पाद खरीदता रहा है और दोनों ही नई दिल्ली के साथ हुए टैरिफ व्यवहार से बच गए हैं.

भारत रूस की मदद कर रहा

अमेरिका ने भारत पर आरोप लगाया है कि वह रूस से कच्चा तेल खरीदकर मास्को को फायदा कर यूक्रेन में रूस के युद्ध को बढ़ावा दे रहा है. सूत्रों ने यह भी दावा किया कि व्हाइट हाउस के वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि कुछ यूरोपीय नेता सार्वजनिक रूप से यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के राष्ट्रपति ट्रम्प के प्रयास का समर्थन कर रहे हैं, जबकि ट्रम्प-पुतिन अलास्का शिखर सम्मेलन के बाद से पर्दे के पीछे हुई प्रगति को चुपचाप खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं.

अमेरिका ने भारत के प्रति विशेष रूप से कठोर रुख अपनाया है, क्योंकि वाशिंगटन का दावा है कि भारत रूसी तेल खरीद रहा है और उससे मुनाफा कमा रहा है, जबकि अधिकांश यूरोपीय देश इस मुद्दे पर काफी हद तक चुप रहे हैं और उन्होंने ट्रम्प के टैरिफ कदम का खुले तौर पर समर्थन या विरोध नहीं किया है.

तियानजिन में मिलेंग मोदी-पुतिन और  शी जिनपिंग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अगले दो दिनों तक तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (एससी) शिखर सम्मेलन के दौरान बातचीत करेंगे. भारत पर ट्रम्प द्वारा लगाए गए टैरिफ तथा यूक्रेन में रूस के युद्ध पर तियानजिन में चर्चा का महत्वपूर्ण मुद्दा रहने की संभावना है.

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