नई दिल्ली. समुद्र में नाव पलटने से 100 लोगों की मौत हो गई. यह नाव गाम्बिया से रवाना हुई थी और इसमें ज्यादातर गाम्बिया व सेनेगल के नागरिक सवार थे. बीते बुधवार सुबह यह नाव मॉरिटानिया के तट के पास डूब गई. अधिकारियों ने कहा कि नाव पर 150 लोग सवार थे. जिनमें से 16 को ही जीवित बचाया जा सका.
दरअसल, इस प्रवासन मार्ग को दुनिया का सबसे खतरनाक रास्ता माना जाता है. यह अटलांटिक रूट से पश्चिम अफ्रीका से स्पेन के कैनरी द्वीपों तक जाता है. हर साल हजारों लोग इसी रास्ते से यूरोप पहुंचने की कोशिश करते हैं. यूरोपीय संघ के मुताबिक सिर्फ पिछले साल ही 46,000 से अधिक अवैध प्रवासी कैनरी द्वीप पहुंचे, जो अब तक का रिकॉर्ड है. वहीं, एक साल में 10 हजार से अधिक प्रवासियों की समुद्र में डूबकर मौत हो गई.
गाम्बिया सरकार ने अपने नागरिकों से अपील की है कि वह इस तरह की खतरनाक यात्रा पर न निकलें. मंत्रालय ने कहा कि हम अपने सभी नागरिकों से अनुरोध करते हैं कि ऐसी जोखिम भरी यात्राओं से बचें, जो लगातार कई लोगों की जान ले रही हैं.
यमन में नाव पलटने से हुई थी 54 की मौत
वहीं, बीते 4 अगस्त को यमन के अबयान प्रांत के तट के पास अदन की खाड़ी में एक नाव पलटने से 54 लोगों डूबकर मौत हो गई थी, जबकि 80 से अधिक लापता हो गए. संयुक्त राष्ट्र की माइग्रेशन एजेंसी (आईओएम) ने कहा कि नाव में सवार 154 इथियोपियाई नागरिक बेहतर जिंदगी की तलाश में खाड़ी देश की ओर जा रहे थे. 54 शव बरामद हुए आईओएम ने कहा कि यमन के खानफर जिले के तट पर 54 शव बरामद हुए हैं.
आईओएम यमन के अधिकारी अब्दुसत्तोर एसोएव ने कहा कि केवल 12 लोग ही जिंदा बच पाए हैं. एसोएव ने कहा कि हादसे के बाद अदन की खाड़ी में बड़े पैमाने पर राहत व बचाव अभियान चलाया गया. स्थानीय प्रशासन और राहत टीमें लगातार सर्च ऑपरेशन में जुटी हुई हैं.
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