जबलपुर में मक्के के खेत में पड़े थे आधार कार्ड, किसान बोले, यूरिया, डीएपी ना देना पड़े इसलिए फेंके हैं

जबलपुर में मक्के के खेत में पड़े थे आधार कार्ड, किसान बोले, यूरिया, डीएपी ना देना पड़े इसलिए फेंके हैं

प्रेषित समय :15:40:39 PM / Wed, Sep 3rd, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जबलपुर. एमपी के जबलपुर स्थित पाटन के गुरु पिपरिया गांव में उस वक्त सनसनी फैल गई. जब भारी मात्रा में आधार कार्ड मक्के के खेत में मिले. किसानों ने अपने आधार कार्ड यहां पर पड़े देखे तो हंगामा करते हुए आक्रोश व्यक्त किया.

किसानों को आसानी से खाद और यूरिया मिल जाए इसके लिए जिला कलेक्टर ने एक व्यवस्था बनाई थी कि टोकन के लिए आधार कार्ड को डबल लॉक सेंटर में जमा कर दिए लाए. फिर खाद व यूरिया का मैसेज आए तो ले जाएं. 100 से अधिक किसानों को यूरिया दी जानी थी, जिसके लिए उनके आधार कार्ड जमा कराए जा रहे थे. किसानों का कहना है कि गोदाम प्रभारी दबाव बनाकर ओरिजिनल कार्ड जमा करवा रहे थे. सैकड़ों किसानों के आधार कार्ड जमा करवाने के बाद उसे फेंक देना ये गोदाम प्रभारी और अन्य कर्मचारियों की चाल है. जिससे कि किसानों को खाद और यूरिया ना देना पड़े और उसे ब्लेक किया जा सके.  

गौरतलब है कि शासन के निर्देश पर एक आधार कार्ड से 10 बोरी यूरिया और 5 बोरी डीएपी खाद देनी है. जबलपुर की पाटन तहसील स्थित गुरु पिपरिया गांव में डबल लॉक सेंटर बनाया गया है. जहां से पाटन सहित आसपास के सैकड़ों किसानों को खाद और यूरिया वितरित की जाती है. सेंटर के पीछे मक्के के खेत में जो आधार कार्ड पड़े हुए थे.  डबल लॉक सेंटर के बाहर सैकड़ों आधार कार्ड मिलने के बाद गोदाम प्रभारी का कहना था कि इसके लिए मैं क्या करू. आधार कार्ड मिलने को लेकर अब किसानों में आक्रोश व्याप्त है. किसानों का कहना है कि उनके ओरीजनल आधार कार्ड यहां पर पड़े मिले है, जिन्हे जमा कराया गया था.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-