गिल अभिषेक की जोड़ी बनी टीम इंडिया की नई ताकत जय वीरू अंदाज में चमके युवा बल्लेबाज

गिल अभिषेक की जोड़ी बनी टीम इंडिया की नई ताकत जय वीरू अंदाज में चमके युवा बल्लेबाज

प्रेषित समय :21:29:48 PM / Fri, Sep 12th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

भारतीय क्रिकेट हमेशा से प्रतिभाओं का गढ़ रहा है. समय-समय पर नई जोड़ियाँ उभरती रही हैं जिन्होंने टीम को न सिर्फ मज़बूती दी बल्कि खेल को रोमांचक भी बनाया. हाल ही में क्रिकेट मैदान पर एक ऐसी ही जोड़ी ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है. शुबमन गिल और अभिषेक शर्मा की धमाकेदार साझेदारी ने टीम इंडिया की शुरुआती पारियों को इतना मजबूत बना दिया है कि विपक्षी टीमों के लिए मैच में वापसी करना बेहद कठिन हो गया. क्रिकेट प्रेमियों ने इन दोनों को जय और वीरू की मशहूर जोड़ी से तुलना करनी शुरू कर दी है.

मैदान पर दोनों की साझेदारी किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं लगती. जब गिल क्रीज पर जमकर स्ट्रोक खेलते हैं, तो अभिषेक अपनी स्वाभाविक आक्रामकता से रनगति को और तेज़ कर देते हैं. गिल का क्लासिक अंदाज और तकनीकी निपुणता अभिषेक की निडर बल्लेबाज़ी के साथ मिलकर एक ऐसा संगम रचता है जिसे देखकर दर्शक झूम उठते हैं. यह वही जोड़ी है जिसने बीते कुछ मैचों में शुरुआती विकेट संभालते हुए विपक्षी गेंदबाज़ों के आत्मविश्वास को तोड़ डाला.

क्रिकेट के विशेषज्ञ मानते हैं कि गिल और अभिषेक के बीच समझदारी ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है. दोनों बल्लेबाज़ मैदान पर रन बनाने के साथ-साथ एक-दूसरे की शैली को बखूबी पहचानते हैं. यही कारण है कि इनकी साझेदारी न सिर्फ स्कोरबोर्ड पर चमक बिखेरती है, बल्कि टीम के ड्रेसिंग रूम को भी विश्वास दिलाती है कि भारत की शुरुआत मज़बूत हाथों में है.

शुबमन गिल को पहले ही भविष्य का विराट कोहली कहा जा रहा था. उनकी बल्लेबाज़ी में लय और अनुशासन साफ दिखाई देता है. वहीं अभिषेक शर्मा को शुरुआती दौर से ही एक पावर हिटर के रूप में देखा जाता रहा है. घरेलू क्रिकेट में उनका प्रदर्शन शानदार रहा और जैसे ही उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौका मिला, उन्होंने दिखा दिया कि वह बड़ी पारी खेलने का माद्दा रखते हैं. दोनों के खेल का संतुलन इतना सटीक है कि दर्शकों को पुरानी यादें ताज़ा हो जाती हैं जब सचिन और सहवाग या गांगुली और सहवाग जैसी जोड़ियाँ शुरुआती विकेटों पर कहर बरपाया करती थीं.

गिल का खेल शांत और संतुलित है. वह गेंद को देर से खेलते हैं और हर शॉट में टेक्नीक की झलक साफ दिखती है. दूसरी ओर अभिषेक बिना समय गंवाए गेंदबाज़ पर हावी हो जाते हैं. चौके और छक्के लगाने में उन्हें कोई हिचक नहीं होती. यही कारण है कि इनकी जोड़ी विपक्षी टीमों को शुरू से ही दबाव में ला देती है. अक्सर देखा गया है कि गिल पारी को संभालते हैं और अभिषेक तेजी से रन बटोरते हैं. इस रणनीति से टीम को शुरुआत में ही मजबूत स्कोर मिल जाता है और मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ों के पास खुलकर खेलने का अवसर रहता है.

भारत की क्रिकेट संस्कृति में हमेशा से ऐसी जोड़ियों की तलाश रही है जो लंबे समय तक टीम को स्थिरता दे सकें. गिल और अभिषेक में यह क्षमता दिखाई दे रही है. उनकी उम्र अभी कम है लेकिन आत्मविश्वास गगनचुंबी है. मैदान पर उनका तालमेल देखकर लगता है मानो वर्षों से साथ खेल रहे हों. जब भी कोई गेंदबाज़ लंबा स्पैल डालता है, ये दोनों धैर्य से इंतज़ार करते हैं और जैसे ही मौका मिलता है, रनगति को दोगुना कर देते हैं. यही चतुराई उन्हें औरों से अलग बनाती है.

सोशल मीडिया पर भी गिल और अभिषेक की जमकर तारीफ हो रही है. प्रशंसक इन्हें “नया जय-वीरू” कहकर पुकार रहे हैं. क्रिकेट प्रेमियों का मानना है कि इन दोनों की साझेदारी लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट की पहचान बनने वाली है. कई पूर्व क्रिकेटरों ने भी कहा है कि यह जोड़ी आने वाले विश्व कप और अन्य बड़े टूर्नामेंट्स में टीम इंडिया की धुरी साबित होगी.

अभिषेक शर्मा का आत्मविश्वास हर शॉट में झलकता है. वह गेंद को देखकर तुरंत निर्णय लेते हैं और अक्सर गेंद को दर्शक दीर्घा में पहुंचा देते हैं. दूसरी ओर गिल की तकनीक उनके खेल को स्थायित्व देती है. जब टीम को संभलकर खेलने की जरूरत होती है, गिल मोर्चा संभाल लेते हैं और जब तेजी से रन बटोरने का वक्त आता है, अभिषेक उस जिम्मेदारी को सहजता से निभाते हैं.

यह कहना गलत नहीं होगा कि इस जोड़ी ने भारतीय क्रिकेट को एक नई दिशा दी है. शुरुआती ओवरों में विपक्षी टीमों की जो धार मानी जाती थी, उसे गिल और अभिषेक ने कुंद कर दिया है. गेंदबाज़ों की योजना इनके सामने बेअसर साबित हो रही है. कई कप्तानों को अब नई रणनीति बनानी पड़ रही है ताकि इस जोड़ी को तोड़ा जा सके.

विशेषज्ञों का मानना है कि गिल और अभिषेक को लगातार मौके देने चाहिए ताकि वे अपनी कला को और निखार सकें. दोनों में वह क्षमता है जो किसी भी कठिन परिस्थिति में टीम को संभाल सकती है. अभी तो यह शुरुआत है, लेकिन जिस तरह का आत्मविश्वास और प्रदर्शन वे दिखा रहे हैं, उससे साफ है कि आने वाले वर्षों में भारतीय क्रिकेट इन्हीं के इर्द-गिर्द घूमेगा.

क्रिकेट की दुनिया में जोड़ियाँ हमेशा खास रही हैं. चाहे वह गांगुली सहवाग हों या सचिन सहवाग, या फिर गिल अभिषेक जैसी नई जोड़ी. इन खिलाड़ियों ने साबित किया है कि दो बल्लेबाज़ अगर एक-दूसरे की शैली और ताकत को समझ लें तो वे विपक्षी टीम के लिए दु:स्वप्न बन सकते हैं. गिल और अभिषेक भी अब उसी राह पर आगे बढ़ रहे हैं.

आखिर में यही कहा जा सकता है कि गिल और अभिषेक ने भारतीय क्रिकेट को नई उम्मीद दी है. इनकी बल्लेबाज़ी देखने के बाद दर्शकों को विश्वास हो गया है कि भविष्य उज्ज्वल है. जय और वीरू की तरह इन दोनों की दोस्ती और तालमेल क्रिकेट के मैदान पर भी दिखाई देता है. शायद यही कारण है कि लोग इन्हें सिर्फ खिलाड़ी नहीं, बल्कि भारत की नई जोड़ीदार ताकत मान रहे हैं. आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह जोड़ी और कितनी ऊंचाइयों को छूती है और भारतीय क्रिकेट को कितनी बड़ी सफलताएँ दिलाती है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-